अरवल: कोविड-19 को लेकर जिले में प्रवासी मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराए जाने को लेकर डीएम रवि शंकर चौधरी ने जिले के विभिन्न विभागों के पदाधिकारियों के साथ जिला स्तरीय बैठक की. बैठक को संबोधित करते हुए डीएम ने कहा कि कोविड-19 के कारण जिले में कुल 10 हजार 565 लोग बाहर से आए हैं. जिन्हें जिला प्रशासन की ओर से रोजगार उपलब्ध कराया जाना है. मनरेगा जिला उद्योग केंद्र श्रम विभाग की जवाबदेही है कि प्रवासियों के सर्वेक्षण और रोजगार संबंधी बिंदु पर विचार करें.
तेजी से बढ़ रहा संक्रमण
डीएम ने कहा कि जिले में 3 क्लस्टर सेंटर बनाए गए हैं. जहां जिला स्तरीय पदाधिकारी प्रवासी मजदूरों के रोजगार के लिए तत्पर रहेंगे. उन्होंने कहा कि लॉकडाउन भले ही समाप्त हो गया है. लेकिन कोरोना वायरस के संक्रमण के मद्देनजर प्रशासनिक सतर्कता अति आवश्यक है. कोरोना संक्रमण जिले में तेजी से बढ़ रहा है. होम क्वॉरंटीन किए गए व्यक्तियों का सर्वेक्षण का कार्य भी तेजी से हो रहा है.
जिले में 57 लोग कोरोना संक्रमित
डीएम ने कहा कि जिले में अभी तक कुल 57 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं. जिसमें 38 लोग पूर्ण रूप से स्वस्थ होकर घर चले गए हैं. वर्तमान में संक्रमण के पॉजिटिव मामले लगातार बढ़ रहे हैं. ऐसे में पॉजिटिव व्यक्तियों की यात्रा इतिहास और उनके संपर्क इतिहास की स्थिति की जानकारी होनी चाहिए. ताकि फैलाव को रोका जा सके.
मजदूरों को उपलब्ध कराएं रोजगार
बैठक में डीएम ने जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक, श्रम अधीक्षक और डी.पी एन.यू अरवल के पदाधिकारी को संबोधित करते हुए कहा कि प्रवासी मजदूरों को मनरेगा और अन्य सरकारी योजनाओं के तहत रोजगार उपलब्ध कराएं. जिले के वरीय पदाधिकारी इस पर लगातार मॉनिटरिंग करें. कितने लोगों को रोजगार उपलब्ध कराई गई है. इसकी जानकारी रखें.