अररिया: कड़ाके की सर्दी व कोहरे से खेती पर भी व्यापक असर पड़ रहा है. लगातार पड़ रही ठंड और कोहरे के कारण आलू की फसल को नुकसान पहुंच रहा है. अररिया के किसानों का कहना है कि कोहरे से पाला लगने से झुलसा रोग का प्रकोप शुरू हो गया है. उन्होंने कहा कि अगर इसी तरह से कुहासा रहा तो आलू के फसल को बचाया नहीं जा सकेगा और उन्हें भारी नुकसान झेलना पड़ेगा. हालांकि इसके बचाव के लिए छिड़काव भी कराया जा रहा है.
आलू की खेती पर निर्भर किसान: बता दें कि अररिया जिले सहित पूरे बिहार में ठंड का प्रकोप शुरू हो गया है. इसके साथ ही कोहरे का भी असर बढ़ गया है, जिस कारण ऐसी स्थिति उत्पन्न हो गई है. अररिया नगर परिषद क्षेत्र के आरएस स्थित वार्ड नंबर 1 और 2 में बड़े पैमाने पर आलू की खेती की जाती है. कई किसानों का कहना है कि हम लोग आलू की खेती पर ही पूरी तरह से निर्भर रहते थे.
झुलसा रोग से किसानों को नुकसान: कहा कि झुलसा रोग फैलने की वजह से आलू की कीमत बाजार में सही नहीं मिलती है. इस वजह से धीरे-धीरे वो लोग इस खेती से मुंह मोड़ते जा रहे हैं. अररिया वार्ड नंबर 2 के किसान अमित कुमार यादव और मनोज कुमार यादव ने बताया कि हम लोग काफी बड़े पैमाने पर आलू की खेती किया करते थे, लेकिन इन्हीं सब कारण से आलू की खेती कम होती जा रही है.
"जिस आलू के बीज को हम लोगों ने अक्टूबर महीने में लगाया था, उस आलू को तो निकालना शुरू कर दिए हैं. लेकिन जो उसके बाद लगाया गया था, वह अभी भी खेत में मौजूद है, जिन पर पाला पड़ने से नुकसान हो रहा है. इसलिए इस आलू को भी जल्द उखाड़ लिया जाएगा. अभी बाजार में आलू की कीमत 1500 रुपए प्रति क्विंटल है. कीमत भी अच्छी नहीं मिल रही है, ठंड से आलू के पौधों को भी नुकसान पहुंच रहा है."- अमित कुमार यादव, किसान
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