अररिया: बिहार में शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए अपर मुख्य सचिव केके पाठक ताबड़तोड़ स्कूलों का निरीक्षण कर रहे हैं लेकिन इसका असर अररिया में होता नहीं दिख रहा है. पिछले 5 सालों से लाखों की लागत से बना प्लस टू विद्यालय का भवन बेकार पड़ा है. ये प्लस टू विद्यायल रानीगंज प्रखंड के मझुआ पश्चिम पंचायत स्थित बड़हरा में है. इस मामले को लेकर ग्रामीण निर्मल कुमार यादव, भवेश कुमार यादव और राजेन्द्र पासवान ने बताया कि इस भवन का निर्माण 5 वर्ष पहले किया गया था. यहां के लोगों में एक आस जगी थी कि अब यहां प्लस टू की पढ़ाई शुरू हो जाएगी, लेकिन इतने सालों बाद भी छात्रों को पढ़ाई करने लंबी दूरी तय कर रानीगंज मुख्यालय जाना पड़ता है.
बड़हरा का प्लस टू भवन बना शो पीस: ग्रामीणों ने बताया कि भवन सिर्फ नाम मात्र का है. भवन तो बना दिया गया लेकिन आज तक यह भवन खुला तक नहीं है और ना ही इस भवन के अंदर बच्चे पढ़ाई करने गए. अब इस भवन के चारों ओर पेड़ पौधे उग आए हैं. साथ ही भवन की स्थिति भी दयनीय हो गई है. इसके पीछे का कारण शिक्षकों का अभाव है. शिक्षक नहीं होने के कारण बच्चों को पढ़ाने वाला कोई नहीं है.
"यह भवन रानीगंज कुर्सेला मार्ग के बगल में है. यहां से जाने वाले के नजर में यह भवन जरूर पड़ता होगा, लेकिन आज तक जिले के पदाधिकारियों के नजर में यह भवन क्यों नहीं आया यह भी एक बड़ा सवाल है."- निर्मल कुमार यादव, ग्रामीण, बड़हरा, रानीगंज
"इस भवन को जल्द से जल्द मरम्मत कर चालू नहीं कराया गया तो यह खंडहर में तब्दील हो जाएगा. लाखों की लागत से इसे बनाया गया है, सरकार की राशि बर्बाद हो जाएगी.हमारी मांग है कि इसे दुरुस्त करा कर इसमें पढ़ाई शुरू करवाई जाए."- राजेन्द्र पासवान, ग्रामीण, बड़हरा, रानीगंज
शिक्षकों के अभाव में हो रहा है जर्जर:स्थानीय जिला परिषद सदस्य सह अध्यक्ष जिला शिक्षा समिति अमन राज ने कहा कि एक ओर बिहार सरकार के शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक जिलों में घूम घूम कर शिक्षा व्यवस्था को सुधारने में लगे हैं. वे स्कूलों में जाकर शिक्षकों के साथ वहां की पढ़ाई की जानकारी ले रहे हैं. वहीं दूसरी ओर रानीगंज के बड़हरा का ये प्लस टू स्कूल कभी खुला ही नहीं है. जिला शिक्षा समिति का अध्यक्ष होने चलते मैंने इसके लिए प्रखंड स्तर पर काफी कोशिश की है और पदाधिकारियों से बात कर इसे जल्द शुरू कराने की बात भी की गई है, लेकिन इतने सालों से ये भवन बंद क्यों पड़ा है इसकी जानकारी हमें आज तक नहीं मिली है.
"यदि इसे जल्द नहीं चालू कराया गया तो भवन की स्थिति और बदतर हो जाएगी. इस इलाके में शिक्षा के स्थिति उतनी अच्छी नहीं है. गरीबी के कारण यहां के लोग दूर अपने बच्चों को भेजना नहीं चाहते. क्योंकि आने जाने में खर्चा ज्यादा होता है. इसलिए वैसे लोगों के लिए यह स्कूल किसी वरदान से कम नहीं होता. लेकिन यहां पढ़ाई नहीं होने के कारण कई ऐसे परिजन हैं जो अपने बच्चों को आगे की तालिम नहीं दे पा रहे हैं. शिक्षा विभाग के अधिकारियों से अनुरोध है कि प्लस टू के भवन को मरम्मत कराकर शुरू करवाया जाए ताकि यहां पठन-पाठन कार्य सुचारू रूप से कराया जा सके."- अमन राज,स्थानीय जिला परिषद सदस्य सह अध्यक्ष जिला शिक्षा समिति
1 हफ्ते में पढ़ाई शुरू करने का आश्वासन: जिला शिक्षा पदाधिकारी राजकुमार ने इस मामले पर जवाब देते हुए कहा कि किस कारण से यह भवन चालू नहीं हो पाया इसकी जानकारी पास के मध्य विद्यालय के शिक्षक से ली है. टीचर ने बताया कि शिक्षकों की कमी के कारण प्लस टू का भवन शुरू नहीं हो सका है.कुछ छात्र हैं जिन्हें बड़हरा मध्य विद्यालय में पढ़ाया जा रहा है. मामले में जिला शिक्षा पदाधिकारी ने निर्देश दिया है कि जल्द से जल्द उस बिल्डिंग की साफ सफाई और मरम्मत कराया जाए और पठन पाठन का कार्य शुरू किया जाए.
"यदि एक हफ्ते के अंदर प्लस टू का भवन चालू नहीं हुआ तो एक्शन लिया जाएगा. दरअसल शिक्षकों की कमी के कारण परेशानी है. लेकिन इस कमी को जल्द ही दूर कर लिया जाएगा. दूसरे स्कूल से इस स्कूल में शिक्षक का पदस्थापन कराया जाएगा. मैं आश्वासन देता हूं कि वहां अब पढ़ाई सुचारू रूप से शुरू हो जाएगी."- राजकुमार,जिला शिक्षा पदाधिकारी