अररिया: जिले में आंगनबाड़ी सेविका बहाली की प्रक्रिया में गड़बड़ी होने के विरोध में एक दिव्यांग महिला पिछले एक साल से कार्यालय के चक्कर काट रही है. दिव्यांग महिला का कहना है कि वरीयता होने के बावजूद उसे आंगनबाड़ी सेविका पद से छांट दिया गया है. अब न्याय के लिए सरकारी कार्यालयों का चक्कर लगाना पड़ रहा है.
क्या है पूरा मामला?
दिव्यांग महिला रेखा देवी जिले के सहासमल पंचायत के वार्ड नंबर 6 खाड़ी टोला की रहने वाली है. रेखा देवी ने बताया कि वहां हो रही सेविका बहाली के लिए उसने आवेदन किया था. जिसमें उसका नंबर 291 था. इसके अलावा वह दिव्यांग की श्रेणी में भी आती है. लेकिन चयनकर्ताओं की ओर उससे कम अंक पाने वाली तारा कुमारी जिसे 273 नंबर मिले है. उसको चयनित कर लिया गया है. ऐसे में उसे इस प्रक्रिया से वंचित कर दिया गया है.
जिला परिषद अध्यक्ष ने दिया भरोसा
आंगनबाड़ी सेविका बहाली की प्रक्रिया में गड़बड़ी होने के विरोध में रेखा देवी जगह-जगह न्याय के लिए गुहार लगा चुकी है. लेकिन अब तक उसे इंसाफ नहीं मिला है. इसको लेकर रेखा देवी अपने पति अरुण पासवान के साथ जिला परिषद के अध्यक्ष आफताब अजीम के पास पहुंची. जहां जिला परिषद अध्यक्ष ने कहा कि इस दिव्यांग महिला के साथ वाकई नाइंसाफी हुई है. इसके अलावा इसकी सारे प्रक्रिया की उन्हें जानकारी है. ऐसे में उन्होंने इस पर विभागीय पदाधिकारी से बात करने की बात कही है.
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न्याय के लिए दर-दर भटक रही रेखा देवी
दिव्यांग महिला रेखा देवी ने बताया की दिसंबर 2018 में चयन प्रक्रिया शुरू हुई थी. इसके बाद गड़बड़ी होने के कारण वह अभी तक कार्यालय और जनप्रतिनिधियों के गेट के चक्कर काट रही है. ऐसे में उसे इंसाफ चाहिए और यदि ऐसा न हुआ तो वह न्यायालय के शरण में जाएगी.