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बहाली में गड़बड़ी के कारण दर-दर भटक रही है दिव्यांग महिला, कर रही न्याय की मांग - physically disabled rekha devi

दिव्यांग महिला रेखा देवी ने बताया की दिसंबर 2018 में चयन प्रक्रिया शुरू हुई थी. जिसके बाद गड़बड़ी होने के कारण वह अभी तक कार्यालय और जनप्रतिनिधियों के गेट के चक्कर काट रही है.

दिव्यांग महिला रेखा देवी
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Published : Nov 19, 2019, 9:14 AM IST

अररिया: जिले में आंगनबाड़ी सेविका बहाली की प्रक्रिया में गड़बड़ी होने के विरोध में एक दिव्यांग महिला पिछले एक साल से कार्यालय के चक्कर काट रही है. दिव्यांग महिला का कहना है कि वरीयता होने के बावजूद उसे आंगनबाड़ी सेविका पद से छांट दिया गया है. अब न्याय के लिए सरकारी कार्यालयों का चक्कर लगाना पड़ रहा है.

क्या है पूरा मामला?
दिव्यांग महिला रेखा देवी जिले के सहासमल पंचायत के वार्ड नंबर 6 खाड़ी टोला की रहने वाली है. रेखा देवी ने बताया कि वहां हो रही सेविका बहाली के लिए उसने आवेदन किया था. जिसमें उसका नंबर 291 था. इसके अलावा वह दिव्यांग की श्रेणी में भी आती है. लेकिन चयनकर्ताओं की ओर उससे कम अंक पाने वाली तारा कुमारी जिसे 273 नंबर मिले है. उसको चयनित कर लिया गया है. ऐसे में उसे इस प्रक्रिया से वंचित कर दिया गया है.

जिला परिषद अध्यक्ष ने दिया भरोसा
आंगनबाड़ी सेविका बहाली की प्रक्रिया में गड़बड़ी होने के विरोध में रेखा देवी जगह-जगह न्याय के लिए गुहार लगा चुकी है. लेकिन अब तक उसे इंसाफ नहीं मिला है. इसको लेकर रेखा देवी अपने पति अरुण पासवान के साथ जिला परिषद के अध्यक्ष आफताब अजीम के पास पहुंची. जहां जिला परिषद अध्यक्ष ने कहा कि इस दिव्यांग महिला के साथ वाकई नाइंसाफी हुई है. इसके अलावा इसकी सारे प्रक्रिया की उन्हें जानकारी है. ऐसे में उन्होंने इस पर विभागीय पदाधिकारी से बात करने की बात कही है.

न्याय की गुहार लगा रही दिव्यांग महिला रेखा देवी

यह भी पढ़ेंः बिहार बोर्ड ने घोषित की 2020 मैट्रिक और इंटर परीक्षा की तिथि, यहां देखें शेड्यूल

न्याय के लिए दर-दर भटक रही रेखा देवी
दिव्यांग महिला रेखा देवी ने बताया की दिसंबर 2018 में चयन प्रक्रिया शुरू हुई थी. इसके बाद गड़बड़ी होने के कारण वह अभी तक कार्यालय और जनप्रतिनिधियों के गेट के चक्कर काट रही है. ऐसे में उसे इंसाफ चाहिए और यदि ऐसा न हुआ तो वह न्यायालय के शरण में जाएगी.

अररिया: जिले में आंगनबाड़ी सेविका बहाली की प्रक्रिया में गड़बड़ी होने के विरोध में एक दिव्यांग महिला पिछले एक साल से कार्यालय के चक्कर काट रही है. दिव्यांग महिला का कहना है कि वरीयता होने के बावजूद उसे आंगनबाड़ी सेविका पद से छांट दिया गया है. अब न्याय के लिए सरकारी कार्यालयों का चक्कर लगाना पड़ रहा है.

क्या है पूरा मामला?
दिव्यांग महिला रेखा देवी जिले के सहासमल पंचायत के वार्ड नंबर 6 खाड़ी टोला की रहने वाली है. रेखा देवी ने बताया कि वहां हो रही सेविका बहाली के लिए उसने आवेदन किया था. जिसमें उसका नंबर 291 था. इसके अलावा वह दिव्यांग की श्रेणी में भी आती है. लेकिन चयनकर्ताओं की ओर उससे कम अंक पाने वाली तारा कुमारी जिसे 273 नंबर मिले है. उसको चयनित कर लिया गया है. ऐसे में उसे इस प्रक्रिया से वंचित कर दिया गया है.

जिला परिषद अध्यक्ष ने दिया भरोसा
आंगनबाड़ी सेविका बहाली की प्रक्रिया में गड़बड़ी होने के विरोध में रेखा देवी जगह-जगह न्याय के लिए गुहार लगा चुकी है. लेकिन अब तक उसे इंसाफ नहीं मिला है. इसको लेकर रेखा देवी अपने पति अरुण पासवान के साथ जिला परिषद के अध्यक्ष आफताब अजीम के पास पहुंची. जहां जिला परिषद अध्यक्ष ने कहा कि इस दिव्यांग महिला के साथ वाकई नाइंसाफी हुई है. इसके अलावा इसकी सारे प्रक्रिया की उन्हें जानकारी है. ऐसे में उन्होंने इस पर विभागीय पदाधिकारी से बात करने की बात कही है.

न्याय की गुहार लगा रही दिव्यांग महिला रेखा देवी

यह भी पढ़ेंः बिहार बोर्ड ने घोषित की 2020 मैट्रिक और इंटर परीक्षा की तिथि, यहां देखें शेड्यूल

न्याय के लिए दर-दर भटक रही रेखा देवी
दिव्यांग महिला रेखा देवी ने बताया की दिसंबर 2018 में चयन प्रक्रिया शुरू हुई थी. इसके बाद गड़बड़ी होने के कारण वह अभी तक कार्यालय और जनप्रतिनिधियों के गेट के चक्कर काट रही है. ऐसे में उसे इंसाफ चाहिए और यदि ऐसा न हुआ तो वह न्यायालय के शरण में जाएगी.

Intro:आंगनबाड़ी सेविका बहाली की प्रक्रिया में गड़बड़ी किए जाने के विरोध में पिछले एक वर्षों से एक दिव्यांग महिला न्याय के लिए कार्यालय के चक्कर काट रही है ।Body: महिला का आरोप है वरीयता के अनुसार होने के बावजूद भी मुझे आंगनबाड़ी सेविका पद से छांट दिया गया है । रेखा देवी ने बताया कि वह अररिया प्रखंड के सहासमल पंचायत वार्ड नंबर 6 खाड़ी टोला की रहने वाली है और वहां हो रही सेविका बहाली के लिए उसने भी आवेदन किया था जिसमें उसका नंबर 291 था उस पर वह दिव्यांग की श्रेणी में भी आती है लेकिन चयनकर्ताओं के द्वारा मुझसे कम नंबर के 273 वाली तारा कुमारी को चयन कर मुझे इस प्रक्रिया से वंचित कर दिया गया है इसके विरोध में मैंने कई जगह न्याय के लिए गुहार लगाया लेकिन आज तक मुझे इंसाफ नहीं मिला है । इसको लेकर रेखा देवी अपने पति अरुण पासवान के साथ जिला परिषद के अध्यक्ष आफताब अजीम उर्फ पप्पू के पास न्याय के लिए पहुंची जहां जिला परिषद अध्यक्ष ने बताया कि सही में इस दिव्यांग महिला के साथ नाइंसाफी हुई है और इसके सारे प्रक्रिया की मुझे जानकारी है । इसके लिए मैं विभागीय पदाधिकारी से बात करूंगा अगर चयन गलत हुआ है तो जांच के बाद इस बहाली को समाप्त किया जाए । रेखा देवी ने बताया की दिसंबर 2018 में चयन प्रक्रिया शुरू हुई थी और उसके बाद से ही मैं आज तक कार्यालय और जनप्रतिनिधियों की द्वार के चक्कर काट रही हूं । मुझे इंसाफ चाहिए नहीं तो मुझे न्यायालय के शरण में जाना होगा।

बाइट - रेखा देवी, दिव्यांग आंगनवाड़ी सेविका की दावेदार ।
बाइट - आफताब अजीम उर्फ पप्पू , जिला परिषद अध्यक्ष, अररिया ।Conclusion:
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