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बिहार के कई जिले में शांति समिति की बैठक, इस बार सड़कों पर नहीं निकालेगा मुहर्रम का जुलूस

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Published : Aug 25, 2020, 3:21 PM IST

कोरोना महामारी को देखते हुए कई जिलों में शांति समिति की बैठक कर लोगों से घर के अंदर ही फातिहा करने और हुसैन की याद मानने की अपील की गई. बैठक के दौरान डीएम और एसपी ने अधिकारियों को अलर्ट रहने का निर्देश दिया.

शांति समिति की बैठक
शांति समिति की बैठक

अररिया/कैमूर/जहानाबाद/सिवानः कोरोना महामारी को देखते हुए मोहर्रम को लेकर कई जिले में शांति समिति की बैठक आयोजित की गई. जिसमें जिले के डीएम और एसपी ने शिरकत की. बैठक में जिला प्रशासन ने शांति समिति के लोगों से अपील करते हुए इस बार मोहर्रम जुलूस नहीं निकालने की बात कही.

मोहर्रम को लेकर फारबिसगंज थाना में आयोजित की गई शांति समिति की बैठक में डीएम प्रशांत कुमार ने कहा कि सरकार की गाइडलाइन का लोग पालन करें. उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी में किसी भी प्रकार का जुलूस या सामूहिक आयोजन नहीं करें. फारबिसगंज के लोग शांतिप्रिय हैं. उन्होंने कमिटी के लोगों से कहा कि वे मुहर्रम पर्व को घर में ही रहकर मनायें.

बैठक में मौजूद लोग
बैठक में मौजूद लोग

वहीं, डीएम ने कहा कि मुहर्रम के दिन प्रशासनिक व्यवस्था पुख्ता रहेगी. जिले में 205 लोकेट जगहों पर पुलिसबल की तैनाती रहेगी. 13 सेक्टर बनाये गए हैं, जिसमें जिला लेवल के वरीय पदधिकारियों की उपस्थिति रहेगी. साथ ही जिले के दो अनुमण्डल में दो कंट्रोल रूम अररिया और फारबिसगंज में बनाया जायेगा. दो गस्ती दल नगर निकाय क्षेत्र का भ्रमण करेगी.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

ताजिया जुलूस नहीं निकालने पर बनी सहमती
वहीं सिवान के जिला परिषद सभागार में भी डीएम अमित कुमार पांडे और एसपी अभिनव कुमार ने संयुक्त रूप से मुहर्रम को लेकर शांति समिति की बैठक की. इस दौरान अधिकारियों ने महामारी से बचने के लिए केंद्र सरकार और सुन्नी वक्फ बोर्ड की गाइडलाइन का हवाला दिया. बैठक में इस बात का निर्णय लिया गया कि सामाजिक और शारीरिक दूरी का ख्याल रखते हुए इस बार मुहर्रम घर पर ही मनाना होगा.

बैठक में सर्वसम्मति से ताजिया जुलूस नहीं निकालने का निर्णय भी लिया गया. बैठक में हिंदू और मुस्लिम पक्ष के सदस्यों ने अपनी अपनी राय को रखी. बैठक में डीएम एसपी और शांति समिति के सदस्य के अलावा कई गणमान्य व्यक्ति भी उसमें उपस्थित रहे.

शांति समिति की बैठक
शांति समिति की बैठक

कैमूर में भी नहीं निकलेगा जुलूस
उधर कैमूर में भी हुई शांति समिति की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि कोविड-19 के संक्रमण को देखते हुए गाइडलाइन के अनुसार मोहर्रम का ताजिया नहीं निकाला जाएगा. किसी को भी ताजिये का लाइसेंस नहीं दिया जाएगा. जबकि ताजिया बनाकर चौक पर रखा जाएगा सभी लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए ताजिया के पास आकर फतिहा पढ़ेंगे. इस दौरान डीजे एवं लाउडस्पीकर प्रतिबंधित रहेगा. धार्मिक जमावड़ा नहीं लगेगा.

इस संबंध में जानकारी देते हुए चैनपुर थानाध्यक्ष संतोष सिंह ने बताया गया कि मुहर्रम का पर्व शांतिपूर्ण तरीके से निपट जाए. जिसके लिए पुलिस के द्वारा चाक-चौबंद व्यवस्था रहेगी. लोग सरकार के निर्देशों का पालन कर रहे हैं या नहीं इसकी भी विधिवत मॉनिटरिंग की जाएगी. उस दौरान ताजिया के ऊपर चढ़ाया गया फूल, माला या अन्य कुछ कोई चढ़ावा सभी को एक जगह एकत्रित किया जाएगा. जिसके बाद उन सभी सामग्रियों को गाड़ी से कर्बला ले जाकर पहलाम किया जाएगा.

घर पर ही मुहर्रम मनाने की अपील
वहीं, मुहर्रम को लेकर जहानाबाद समाहरणालय के सभागार में भी जिला शांति समिति की बैठक की गई. बैठक की अध्यक्षता जिला अधिकारी नवीन कुमार ने की. बैठक में उपस्थित अधिकारियों को मुहर्रम के मौके पर विधि व्यवस्था बनाए रखने के लिए असामाजिक तत्वों पर विशेष नजर रखने का निर्देश दिया. बैठक में एसपी मीनू कुमारी, अपर समाहर्ता अरविंद मंडल, विशेष पदाधिकारी संजीव कुमार, एसडीपीओ अशोक पांडे, डीपीआरओ के अलावा शांति समिति के सदस्य मौजूद थे.

इस मौके पर जिलाधिकारी ने शांतिपूर्ण और आपसी सद्भाव के साथ मुहर्रम घर पर ही मनाने की अपील की गई. डीएम ने बताया कि मुहर्रम के दौरान अफवाह फैलाने वालों पर विशेष नजर रखी जाएगी. अगर कोई अफवाह फैलाता है तो इसकी जानकारी प्रशासन को दें. ताकि त्वरित कार्रवाई की जा सके.

बैठक में डीएम और एसपी मीनू कुमारी
बैठक में डीएम और एसपी मीनू कुमारी और

कर्बला जाने के दौरान नहीं लगेगी भीड़
बता ते दें कि पूरे देश में 30 अगस्त को मोहर्रम मनाया जाएगा. लेकिन लॉकडाउन और कोरोना वायरस की वजह से धार्मिक आयोजन पर रोक लगाई गई है. जिसे देखते हुए मुहर्रम के मौके पर ताजिया और अखाड़े का जुलूस ना निकालने की अपील की गई है. मोहर्रम के मौके पर इमामबाड़े के पास भी भीड़ ना लगाने की अपील की गई है. कर्बला जाने के दौरान भीड़ नहीं लगेगी. सभी जिला प्रशासन ने मुस्लिम भाइयों से सरकार की गाइडलाइन का पालन करने की सलाह दी है.

अररिया/कैमूर/जहानाबाद/सिवानः कोरोना महामारी को देखते हुए मोहर्रम को लेकर कई जिले में शांति समिति की बैठक आयोजित की गई. जिसमें जिले के डीएम और एसपी ने शिरकत की. बैठक में जिला प्रशासन ने शांति समिति के लोगों से अपील करते हुए इस बार मोहर्रम जुलूस नहीं निकालने की बात कही.

मोहर्रम को लेकर फारबिसगंज थाना में आयोजित की गई शांति समिति की बैठक में डीएम प्रशांत कुमार ने कहा कि सरकार की गाइडलाइन का लोग पालन करें. उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी में किसी भी प्रकार का जुलूस या सामूहिक आयोजन नहीं करें. फारबिसगंज के लोग शांतिप्रिय हैं. उन्होंने कमिटी के लोगों से कहा कि वे मुहर्रम पर्व को घर में ही रहकर मनायें.

बैठक में मौजूद लोग
बैठक में मौजूद लोग

वहीं, डीएम ने कहा कि मुहर्रम के दिन प्रशासनिक व्यवस्था पुख्ता रहेगी. जिले में 205 लोकेट जगहों पर पुलिसबल की तैनाती रहेगी. 13 सेक्टर बनाये गए हैं, जिसमें जिला लेवल के वरीय पदधिकारियों की उपस्थिति रहेगी. साथ ही जिले के दो अनुमण्डल में दो कंट्रोल रूम अररिया और फारबिसगंज में बनाया जायेगा. दो गस्ती दल नगर निकाय क्षेत्र का भ्रमण करेगी.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

ताजिया जुलूस नहीं निकालने पर बनी सहमती
वहीं सिवान के जिला परिषद सभागार में भी डीएम अमित कुमार पांडे और एसपी अभिनव कुमार ने संयुक्त रूप से मुहर्रम को लेकर शांति समिति की बैठक की. इस दौरान अधिकारियों ने महामारी से बचने के लिए केंद्र सरकार और सुन्नी वक्फ बोर्ड की गाइडलाइन का हवाला दिया. बैठक में इस बात का निर्णय लिया गया कि सामाजिक और शारीरिक दूरी का ख्याल रखते हुए इस बार मुहर्रम घर पर ही मनाना होगा.

बैठक में सर्वसम्मति से ताजिया जुलूस नहीं निकालने का निर्णय भी लिया गया. बैठक में हिंदू और मुस्लिम पक्ष के सदस्यों ने अपनी अपनी राय को रखी. बैठक में डीएम एसपी और शांति समिति के सदस्य के अलावा कई गणमान्य व्यक्ति भी उसमें उपस्थित रहे.

शांति समिति की बैठक
शांति समिति की बैठक

कैमूर में भी नहीं निकलेगा जुलूस
उधर कैमूर में भी हुई शांति समिति की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि कोविड-19 के संक्रमण को देखते हुए गाइडलाइन के अनुसार मोहर्रम का ताजिया नहीं निकाला जाएगा. किसी को भी ताजिये का लाइसेंस नहीं दिया जाएगा. जबकि ताजिया बनाकर चौक पर रखा जाएगा सभी लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए ताजिया के पास आकर फतिहा पढ़ेंगे. इस दौरान डीजे एवं लाउडस्पीकर प्रतिबंधित रहेगा. धार्मिक जमावड़ा नहीं लगेगा.

इस संबंध में जानकारी देते हुए चैनपुर थानाध्यक्ष संतोष सिंह ने बताया गया कि मुहर्रम का पर्व शांतिपूर्ण तरीके से निपट जाए. जिसके लिए पुलिस के द्वारा चाक-चौबंद व्यवस्था रहेगी. लोग सरकार के निर्देशों का पालन कर रहे हैं या नहीं इसकी भी विधिवत मॉनिटरिंग की जाएगी. उस दौरान ताजिया के ऊपर चढ़ाया गया फूल, माला या अन्य कुछ कोई चढ़ावा सभी को एक जगह एकत्रित किया जाएगा. जिसके बाद उन सभी सामग्रियों को गाड़ी से कर्बला ले जाकर पहलाम किया जाएगा.

घर पर ही मुहर्रम मनाने की अपील
वहीं, मुहर्रम को लेकर जहानाबाद समाहरणालय के सभागार में भी जिला शांति समिति की बैठक की गई. बैठक की अध्यक्षता जिला अधिकारी नवीन कुमार ने की. बैठक में उपस्थित अधिकारियों को मुहर्रम के मौके पर विधि व्यवस्था बनाए रखने के लिए असामाजिक तत्वों पर विशेष नजर रखने का निर्देश दिया. बैठक में एसपी मीनू कुमारी, अपर समाहर्ता अरविंद मंडल, विशेष पदाधिकारी संजीव कुमार, एसडीपीओ अशोक पांडे, डीपीआरओ के अलावा शांति समिति के सदस्य मौजूद थे.

इस मौके पर जिलाधिकारी ने शांतिपूर्ण और आपसी सद्भाव के साथ मुहर्रम घर पर ही मनाने की अपील की गई. डीएम ने बताया कि मुहर्रम के दौरान अफवाह फैलाने वालों पर विशेष नजर रखी जाएगी. अगर कोई अफवाह फैलाता है तो इसकी जानकारी प्रशासन को दें. ताकि त्वरित कार्रवाई की जा सके.

बैठक में डीएम और एसपी मीनू कुमारी
बैठक में डीएम और एसपी मीनू कुमारी और

कर्बला जाने के दौरान नहीं लगेगी भीड़
बता ते दें कि पूरे देश में 30 अगस्त को मोहर्रम मनाया जाएगा. लेकिन लॉकडाउन और कोरोना वायरस की वजह से धार्मिक आयोजन पर रोक लगाई गई है. जिसे देखते हुए मुहर्रम के मौके पर ताजिया और अखाड़े का जुलूस ना निकालने की अपील की गई है. मोहर्रम के मौके पर इमामबाड़े के पास भी भीड़ ना लगाने की अपील की गई है. कर्बला जाने के दौरान भीड़ नहीं लगेगी. सभी जिला प्रशासन ने मुस्लिम भाइयों से सरकार की गाइडलाइन का पालन करने की सलाह दी है.

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