अररियाः बिहार के आरा में बीते दिनों एक व्यवसायी के स्टाफ से 40 लाख लूट मामले का खुलासा हो (loot case exposed in Araria ) गया है. रविवार को पुलिस ने दो और आरोपियों की इस मामले में गिरफ्तारी की. अबतक सात लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. साथ ही 30.67 लाख रुपये भी बरामद हुआ है. लूट की यह घटना जिले के नरपतगंज थाना क्षेत्र में 15 दिसंबर को हुई थी. फारबिसगंज एसडीपीओ शुभांक मिश्रा के नेतृत्व में गठित एसआईटी ने आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
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15 दिसंबर को हुई थी लूटः 15 दिसंबर को नरपतगंज में दिनदहाड़े हरिओम ट्रेडर्स के मैनेजर प्रशांत बनर्जी से चलती कार में 40 लाख रुपया लूट लिया गया था. इस मामले में पुलिस ने अबतक सात आरोपियों को गिरफ्तार करते हुए 30 लाख 67 हजार 500 रुपए बरामद कर लिया है. घटना के उद्भेदन को लेकर फारबिसगंज एसडीपीओ शुभांक मिश्रा के नेतृत्व में गठित एसआईटी ने पूर्व में पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया था. अनुसंधान के क्रम में बाद में दो अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी की है.
पहले 24 लाख रुपये हो चुके थे बरामदः मामले में एसआईटी ने पहले ही 23 लाख 92 हजार 500 रुपये बरामद किये थे. अनुसंधान के क्रम में ही पुलिस ने फारबिसगंज गोढ़ीहारे चौक वार्ड संख्या 18 के रॉकी साह पिता-सुमन साह और रिफ्यूजी कॉलोनी के रहने वाले साजन सिंह चौहान उर्फ भोला चौहान पिता-गणेश चौहान को गिरफ्तार किया. रॉकी साह के पास से पुलिस ने लूट के 2 लाख 75 हजार रुपये के साथ लूटा गया एंड्राॅइड मोबाइल और घटना में उपयोग में लाई गई बाइक बरामद की है.
पूर्व में गिरफ्तार आरोपी की निशानदेही पर बरामद हुए बाकी रुपयेः वहीं पुलिस रिमांड पर लिये गए आरोपी फारबिसगंज भागकोहलिया के रहने वाले पूर्व में गिरफ्तार विक्की कुमार पिता-रंजीत भगत के बयान और निशानदेही पर उनके घर में बालू के अंदर छुपा कर रखे चार लाख रुपये बरामद किए गए. अपने कार्यालय में अररिया एसपी अशोक कुमार सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर यह जानकारी दी. रॉकी साह और साजन सिंह चौहान उर्फ भोला चौहान से पहले गठित एसआईटी टीम ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया था और उनके पास से लूट के 23 लाख 92 हजार 500 रुपये बरामद किये गये थे.
गाड़ी चालक के लूट में शामिल होने की बात आई सामनेः एसपी ने बताया कि पूर्व में गिरफ्तार आरोपियों में फारबिसगंज रिफ्यूजी कॉलोनी के गाड़ी चालक संजय कुमार चौहान पिता-स्व.सभापति चौहान, गणेश राम पिता-फुलचंदन राम, फारबिसगंज मझुआ के राज सिंह राजपूत उर्फ राजा पिता-धर्मनाथ सिंह, भागकोहलिया निवासी विक्की कुमार पिता-रंजीत भगत और गोपालपुर मझुआ निवासी ललन रजक पिता-विनोद रजक को गिरफ्तार किया था. घटना में मुख्य रूप से मैनेजर की गाड़ी चलाने वाले ड्राइवर संजय कुमार चौहान की लूटकांड में शामिल होने की बात सामने आई थी.
लूटकांड के उद्भेदन के लिए गठित की गई थी एसआईटीः उल्लेखनीय है कि घटना के बाद अररिया एसपी अशोक कुमार सिंह ने मामले के उद्भेदन को लेकर फारबिसगंज एसडीपीओ शुभांक मिश्रा की अगुवाई में एसआईटी का गठन किया था. इसमें फारबिसगंज, नरपतगंज, रानीगंज, जोकीहाट, सिमराहा थानाध्यक्ष समेत नरपतगंज थाना में पदस्थापित दो एसआई को शामिल किया गया था. एसआईटी के गठन के साथ ही पूरी टीम वैज्ञानिक और तकनीकी अनुसंधान का सहारा लेते हुए मामले के अनुसंधान में लगी थी. उसी का परिणाम हुआ कि लूटकांड का उद्भेदन हो गया और सभी संलिप्त अपराधियों की गिरफ्तारी हुई है.
"रॉकी साह और साजन सिंह चौहान उर्फ भोला चौहान से पहले गठित एसआईटी टीम ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया था और उनके पास से लूट के 23 लाख 92 हजार 500 रुपये बरामद किये गये थे. रॉकी साह के पास से पुलिस ने लूट के 2 लाख 75 हजार रुपये के साथ लूटा गया एंड्राॅइड मोबाइल और घटना में उपयोग में लाई गई बाइक बरामद की है" - अशोक कुमार सिंह, एसपी, अररिया