अररिया(फारबिसगंज): बिहार में पांच चीजें सरकार संरक्षित अपराध है. पहला शराब, दूसरा जमीन की दलाली, तीसरा ठेका, चौथा तस्करी, पांचवां बालू. बिहार में नेता, पदाधिकारी, अपराधियों और माफियाओं का एक शृंखलित समूह (नेक्सेस) है. यह धन संग्रह के लिए है. उपरोक्त बातें जाप के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव ने फारबिसगंज के चर्चित दवा व्यवसाई पवन केडिया हत्याकांड मामले में पीड़ित परिजनों से मिलने के क्रम में कहीं.
परिजनों को दी सांत्वना
मौके पर उन्होंने मृतक पवन केडिया के भाई ललित केडिया एवं उनके अन्य भाइयों व परिवार से घटना की जानकारी लेते हुए संतावना दी. बिहार में आज छोटे-मोटे चोर उचक्के के पास ढ़ाई, तीन, चार लाख रुपया, गाड़ी बंगला एसी है. इसपर ईडी की जांच नहीं होगी. सरकारी छोटे-बड़े थानेदारों अफसरों ने भी अपार धन-संपत्ति शराब से अर्जित कर लिया है. इसमें बड़े-बड़े नेता शामिल हैं.
लगातार बढ़ी है घटनाएं
एक माह में लगातार हत्या की घटना में बढ़ोतरी हुई है. लाश को देखते देखते लाश बन गए. खुद बिहार सरकार के गृह क्षेत्र में 6 बार जा चुका हूं. पटना में 1 माह में 2 दर्जन से अधिक हत्याएं हुई हैं. जबकि मुजफ्फरपुर में 23 से 24 हत्याएं हुई हैं. अब तक अठारह पीड़ित परिजनों से मिल चुका हूं. हाल ही के दिनों में हुए रूपेश हत्याकांड में बड़े-बड़े राजनेताओं एवं सात आईएएस अफसर का हाथ है. सरकार उन्हें बचा रही है. उन्होंने कहा कि ऋतुराज क्यों हत्या करे? आखिर कोई कारण तो होगा?
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हत्याकांड की हो जांच
उन्होंने रूपेश हत्याकांड की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है. कहा कि क्या कारण है कि 43 दिनों के बाद भी दवा व्यवसाई पवन केडिया के हत्यारों का पता नहीं चल पा रहा है. जबकि उनके परिजनों से मिलने के बाद पता चलता है कि उनकी किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी. हत्या करने का कोई तो कारण होगा. लेकिन इनके हत्या करने का कुछ भी कारण अब तक पुलिस के हाथ नहीं लग पाया है. आम तौर पर हत्या जमीन, छिनतई, खेत एवं उधारी के लिए की जाती है. लेकिन पवन केडिया की हत्या में यह तो साफ पता चलता है कि हत्या किसी के इशारे पर करवाया गया है.
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डीजीपी बिहार से की थी पवन केडिया हत्याकांड की बात
जिस तरह से परिजनों द्वारा बताया जा रहा है कि पवन की हत्या नाम पूछ कर किया गया है. इससे साफ स्पष्ट है कि हत्या किसी के इशारे पर की गई है. उन्होंने इस मामले में डीजीपी बिहार से बात की थी. सरकार से एसआईटी गठित कर जांच की मांग करता हूं. कहा कि आखिर क्यों सरकार अपराधियों को पनपने दे रही है. इसका सीधा कारण है, नेताओं से धन संग्रह अर्जित करना. क्योंकि बालू, जमीन माफिया, शराब माफियाओं द्वारा आधा पैसा नेता ओर नेताओं के पार्टी में जाता है. सरकार इन्हें पकड़ने के बजाय अपनी कुर्सी बचाने में लगी है.
कहा कि वे सरकार को एक चिट्ठी लिखेंगे कि फारबिसगंज जैसे शहर में एक एसपी या एएसपी टाइप के पदाधिकारी दें. ताकि फारबिसगंज ओर जोगबनी में शांति बहाल रहे. तथा केडिया हत्याकांड की जांच कर अविलंब अपराधी को पकड़े. इस मौके पर उनके साथ जाप के प्रिंस विक्टर, हाबिल अंसारी, नन्हे सम्राट, इनामुल सहित दर्जनों जाप सदस्य मौजूद थे.