अररिया: बिहार के अररिया में सप्रेशन ऑफ टैक्स की आशंका को लेकर फारबिसगंज के जूता चप्पल के थोक व्यवसायी के यहां जीएसटी की छापेमारी (GST raid in Araria ) की जा रही है. छापेमारी के 40 घंटे बीतने के बाद भी अधिकारी का बयान सामने नहीं आया है. आशंका व्यक्त की जा रही है कि करोड़ों की लेनदेन के कागजातों का मिलान संयुक्त आयुक्त विजय कुमार फारबिसगंज अंचल के नेतृत्व में जारी है. करवंचना के इस मामले को ले फारबिसगंज में रविवार को भी व्यवसायियों में हड़कंप सा मचा रहा.
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नहीं खुले थोक व्यवसायियों की प्रतिष्ठान: प्रायः थोक व्यवसायियों की प्रतिष्ठान आज खुले ही नहीं. देर शाम तक ई चालान आई का मिलान किया जा रहा था. बतातें चले कि मार्च क्लोजिंग को लेकर फारबिसगंज में जीएसटी विभाग के टैक्स को लेकर अधिकारियों की नजरें थोक व्यवसाईयों पर तल्ख है. पिछले दो माह के अंतराल में वाणिज्यकर विभाग फारबिसगंज अंचल ने करीब आधा दर्जन प्रतिष्ठानों में करवंचना के मामले पकड़े और बड़े पैमाने पर जुर्माना सहित राजस्व वसूली की.शनिवार सुबह से ही फारबिसगंज थाना से महज 25 मीटर की दूरी पर अवस्थित मेसर्स पवन शू जूता चप्पल के थोक विक्रेता के प्रतिष्ठान सहित उसके तीन गोदामों पर जीएसटी की छापेमारी जारी है.
सप्रेशन ऑफ टैक्स की आशंकाः यह छापेमारी मुख्यालय वाणिज्य कर विभाग के निर्देश पर फारबिसगंज सेल टैक्स के ज्वाइंट कमिश्नर विजय कुमार के निगरानी में चार सहायक आयुक्त राजीव रंजन सिंह, अश्वनी कुमार प्रदीप, राहुल कुमार एवं सतीश कुमार की टीम द्वारा की जा रही है. इस संबंध में संयुक्त आयुक्त जीएसटी विजय कुमार ने बताया कि मुख्यालय के निर्देश पर सप्रेशन ऑफ टैक्स तथा आईटीसी यानी इनपुट टैक्स ट्रेडिंग के माध्यम से अध्यक्षता समायोजन की आशंका को लेकर ही यह छापामारी जारी है.
"मुख्यालय के निर्देश पर सप्रेशन ऑफ टैक्स तथा आईटीसी यानी इनपुट टैक्स ट्रेडिंग के माध्यम से अध्यक्षता समायोजन की आशंका को लेकर ही यह छापामारी जारी है" - विजय कुमार, संयुक्त आयुक्त, जीएसटी