अररिया: बिहार के अररिया से इस वक्त की बड़ी खबर सामने आ रही है. यहां बेखौफ अपराधियों ने एक पत्रकार की गोली मारकर हत्या कर दी है. पत्रकार की पहचान विमल कुमार यादव के रूप में की हुई है, जो एक दैनिक समाचार पत्र में कार्यरत थे. अहले सुबह करीब पांच बजे अपराधियों ने विमल कुमार यादव को गोलियों का निशाना बनाया. घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंचकर मामले की जांच में जुट गई है.
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पत्रकार की गोली मारकर हत्या: मामला जिले के रानीगंज प्रखंड का है. विमल कुमार यादव एक दैनिक अखबार में प्रखंड रिपोर्टर के रूप में पिछले कई वर्षों से कार्यरत थे. घटना के संबंध में बताया जाता है कि अहले सुबह पत्रकार के दरवाजे पर चार की संख्या में अपराधी पहुंचे और उनके घर का दरवाजा खटखटाया, विमल यादव जैसे ही दरवाजा खोला, अपराधियों ने सामने से फायरिंग कर दी और मौके से फरार हो गए. परिजनों ने आनन-फानन में विमल को रानीगंज रेफरल अस्पताल लेकर आए. जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा: स्थानीय लोगों ने घटना की जानकारी स्थानीय थाने की पुलिस को दी. सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए अररिया सदर अस्पताल भेज दिया. घटना के बाद मौके पर एसपी भी पहुंच गए. उन्होंने बताया कि एफएसएल की टीम को बुलाया गया है. जांच की जा रही है, जल्दी ही अपराधियों को पकड़ लिया जाएगा.
"आज सुबह करीब साढ़े पांच बजे रानीगंज बाजार में दैनिक अखबार के पत्रकार विमल कुमार यादव के दरवाजे पर चार अपराधकर्मी पहुंचे है और आवाज देते हैं. पत्रकार जैसे ही घर से बाहर निकलते हैं, अपराधी गोली मारकर फरार हो जाते हैं. घटनास्थल पर ही उनकी मौत हो जाती है. शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है. एफएसएल की टीम को बुलाया गया है. गोली राइट साइड में सीने में लगी है. हमलोग जल्द ही मामले का खुलासा कर लेंगे."-अशोक कुमार सिंह, एसपी, अररिया
पत्रकार के परिजनों में डर का माहौल: घटना के बाद से पत्रकार के परिवार के लोग डरे हुए हैं. इसको लेकर एसपी ने कहा है कि प्रशासन पीड़ित परिवार के साथ है. हर कदम पर उनके साथ रहेगी. उनको भय में रहने की जरूरत नहीं है. इधर, घटना की जानकारी मिलने के बाद अररिया सांसद प्रदीप कुमार सिंह भी मौके पर पहुंचे और पीड़ित परिवार को सांत्वना दी. उन्होंने कहा कि बिहार में अपराधियों का मनोबल काफी बढ़ गया है. नैतिकता के आधार पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए.
"मुख्यमंत्री जी करते हैं कि बिहार का ग्राफ घटा है लेकिन लगातार गोली चल रही है. यही जंगल राज है. बिहार में जंगलराज शुरू है. एक तरफ तीन दिन पहले दारोगा की हत्या कर दी गई. आज सुबह सोए थे तो पता चला की पत्रकार को गोली मार दी गई, तब हम आए हैं. बिहार में भगवान भरोसे सरकार चल रही है. नीतीश कुमार को इस्तीफा देनी चाहिए. रोज हत्या हो रही है, रोज गोली चल रही है, लेकिन प्रशासन अपराधी को नहीं पकड़ रही है."- प्रदीप कुमार सिंह, सांसद, अररिया
सांसद ने मांगा सीएम का इस्तीफा: अररिया सांसद प्रदीप कुमार सिंह ने कहा कि चार साल पहले पत्रकार के भाई की हत्या हो गई थी. उस समय अपराधियों को सजा मिल जाती तो आज ये घटना नहीं होती. लोकतंत्र के चौथे स्तंभ की हत्या सही नहीं है. बिहार में अब नीतीश मॉडल नहीं योगी मॉडल की जरूरत है. घटना के बाद से स्थानीय लोगों में काफी आक्रोश है. लोगों की मांग है कि जल्द से जल्द अपराधियों की गिरफ्तारी हो.
गांव से निकलकर बाजार में बनाया था घर: जानकारी अनुसार मृत पत्रकार के भाई की भी कुछ वर्ष पहले अपराधियों ने इसी तरह से गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया था. मृतक रानीगंज प्रखंड के बेलसरा गांव के रहने वाला था, जो वर्तमान में रानीगंज बाजार के करीब ही अपना नया आवास बनाकर रह रहा था. इधर, इस घटना को लेकर पत्रकारों में असुरक्षा की भावना उत्पन्न हो गया है और रोष है. अभी तक हत्या के कारणों का पता नहीं चल पाया है. पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है.