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अररिया: बच्चे की मौत के बाद परिजनों ने जमकर काटा बवाल, अस्पताल प्रबंधन पर लगाया लापरवाही का आरोप

अररिया सदर अस्पताल में एक बच्चे की मौत के बाद परिजनों ने हंगामा किया.परिजनों का आरोप है कि अस्पताल प्रशासन की लापरवाही के कारण बच्चे की जान चली गई. अगर प्रबंधन फूर्ति दिखाता और समय पर बच्चे का इलाज करता तो बच्चा जिंदा होता.

बच्चे की मौत के बाद परिजनों ने जमकर काटा बवाल
बच्चे की मौत के बाद परिजनों ने जमकर काटा बवाल
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Published : Nov 29, 2019, 10:52 PM IST

अररिया: शुक्रवार को सदर अस्पताल में बच्चे की मौत के बाद परिजनों ने जमकर बवाल काटा. परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया. परिजनों का गुस्सा तब और बढ़ गया जब मृत शरीर को ले जाने के लिए अस्पताल प्रबंधन की ओर से एम्बुलेंस तक मुहैया नहीं कराई गई. गुस्साए लोगों ने प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी भी की.

अररिया सदर अस्पताल में एक बच्चे की मौत के बाद परिजनों ने हंगामा किया. परिजनों का आरोप है कि अस्पताल प्रशासन की लापरवाही के कारण बच्चे की जान चली गई. अगर प्रबंधन फूर्ति दिखाता और समय पर बच्चे का इलाज करता तो बच्चा जिंदा होता. मृत शरीर को ले जाने के लिए भी एम्बुलेंस एक समाजसेवी के हस्तक्षेप के बाद दिया गया.

पीड़ित पिता और अस्पताल प्रबंधक का बयान

बच्चे के था तेज बुखार
मामले के बारे में मृत बच्चे के पिता रंजीत कुमार मंडल ने बताया कि उनके बेटे प्रीतम कुमार(6) को तेज बुखार था. जिसके बाद वे कूढ़ेली पलासी इलाका से सदर अस्पलात आए. जहां शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. राजेश टू ने प्रीतम को देखा और कुछ जांच कराने को कहा. रिपोर्ट आने में काफी देर हो रही थी.

ARARIA
परिजनों ने अस्पताल में की नारेबाजी

लापरवाही के कारण हुई मौत
इधर डॉक्टर बिना रिपोर्ट के जांच शुरू नहीं कर रहे थे. रिपोर्ट समय पर नहीं आने के कारण बच्चे की जान चली गई. हालांकि, परिजनों के आरोपों को अस्पताल प्रबंधक विकास कुमार ने सिरे से खारिज किया है. उन्होंने कहा कि बच्चे को इंफेक्शन था, जो कि काफी बढ़ चुका था. बीमारी कुछ और थी, जिस कारण बच्चे को तेज बुखार था. जांच रिपोर्ट में देरी हुई है. लेकिन, बच्चे को भी काफी सीरियस हाल में यहां लाया गया था.

अररिया: शुक्रवार को सदर अस्पताल में बच्चे की मौत के बाद परिजनों ने जमकर बवाल काटा. परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया. परिजनों का गुस्सा तब और बढ़ गया जब मृत शरीर को ले जाने के लिए अस्पताल प्रबंधन की ओर से एम्बुलेंस तक मुहैया नहीं कराई गई. गुस्साए लोगों ने प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी भी की.

अररिया सदर अस्पताल में एक बच्चे की मौत के बाद परिजनों ने हंगामा किया. परिजनों का आरोप है कि अस्पताल प्रशासन की लापरवाही के कारण बच्चे की जान चली गई. अगर प्रबंधन फूर्ति दिखाता और समय पर बच्चे का इलाज करता तो बच्चा जिंदा होता. मृत शरीर को ले जाने के लिए भी एम्बुलेंस एक समाजसेवी के हस्तक्षेप के बाद दिया गया.

पीड़ित पिता और अस्पताल प्रबंधक का बयान

बच्चे के था तेज बुखार
मामले के बारे में मृत बच्चे के पिता रंजीत कुमार मंडल ने बताया कि उनके बेटे प्रीतम कुमार(6) को तेज बुखार था. जिसके बाद वे कूढ़ेली पलासी इलाका से सदर अस्पलात आए. जहां शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. राजेश टू ने प्रीतम को देखा और कुछ जांच कराने को कहा. रिपोर्ट आने में काफी देर हो रही थी.

ARARIA
परिजनों ने अस्पताल में की नारेबाजी

लापरवाही के कारण हुई मौत
इधर डॉक्टर बिना रिपोर्ट के जांच शुरू नहीं कर रहे थे. रिपोर्ट समय पर नहीं आने के कारण बच्चे की जान चली गई. हालांकि, परिजनों के आरोपों को अस्पताल प्रबंधक विकास कुमार ने सिरे से खारिज किया है. उन्होंने कहा कि बच्चे को इंफेक्शन था, जो कि काफी बढ़ चुका था. बीमारी कुछ और थी, जिस कारण बच्चे को तेज बुखार था. जांच रिपोर्ट में देरी हुई है. लेकिन, बच्चे को भी काफी सीरियस हाल में यहां लाया गया था.

Intro:अस्पताल पर लापरवाही का आरोप, बच्चे की मौत के बाद परिजनों ने काटा बवाल, सदर अस्पताल का मामला हद तो तब हो गया जब अस्पताल ने बच्चे के बॉडी ले जाने के लिए एम्बुलेंस तक व्यवस्था नहीं हो सका, समाजसेवी व इलाज कराने आए मरीज़ के परिजनों ने हस्तक्षेप कर मृत बच्चे के लिए एम्बुलेंस का इंतज़ाम करवाया। बच्चे को फीवर हो गया था जिसके इलाज के पलासी से इलाज के लिए यहां था।


Body:बिहार में स्वास्थ व्यवस्था के प्रति कितने सजग हैं यहां के नेता व अधिकारी जिसे देख आप ख़ुद ही अंदाजा लगा सकते हैं। ताज़ा मामला ज़िला सदर अस्पताल का है जहां छः साल के प्रीतम कुमार का इलाज कराने पिता रंजीत मंडल कूढ़ेली पलासी से सुबह छः बजे सदर अस्पताल आए थे तब बच्चा स्वास्थ था उसे अस्पताल के डॉक्टर शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. राजेश टू ने कुछ जांच कराने को दिया जिसका रिपोर्ट आने में काफ़ी देर हुआ तब तक बच्चे की तबियत बिगड़ने लगा और थोड़े देर में अचानक मौत हो गई। हालांकि की मृत बच्चे के परिजनों के आरोप को अस्पताल प्रबंधक विकास कुमार ने खारिज करते हुए बताया कि बीमारी कुछ और था जिसका इलाज फीवर बोल कराया गया तो वही जांच रिपोर्ट में देरी हुई है पर बच्चा वहां से ही सीरियस हालात में आया था।


Conclusion:संबंधित विसुअल
बाइट मृत बच्चे के पिता रंजीत कुमार मंडल
बाइट विकास आनंद अस्पताल प्रबंधक अररिया
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