अररिया: शुक्रवार को सदर अस्पताल में बच्चे की मौत के बाद परिजनों ने जमकर बवाल काटा. परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया. परिजनों का गुस्सा तब और बढ़ गया जब मृत शरीर को ले जाने के लिए अस्पताल प्रबंधन की ओर से एम्बुलेंस तक मुहैया नहीं कराई गई. गुस्साए लोगों ने प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी भी की.
अररिया सदर अस्पताल में एक बच्चे की मौत के बाद परिजनों ने हंगामा किया. परिजनों का आरोप है कि अस्पताल प्रशासन की लापरवाही के कारण बच्चे की जान चली गई. अगर प्रबंधन फूर्ति दिखाता और समय पर बच्चे का इलाज करता तो बच्चा जिंदा होता. मृत शरीर को ले जाने के लिए भी एम्बुलेंस एक समाजसेवी के हस्तक्षेप के बाद दिया गया.
बच्चे के था तेज बुखार
मामले के बारे में मृत बच्चे के पिता रंजीत कुमार मंडल ने बताया कि उनके बेटे प्रीतम कुमार(6) को तेज बुखार था. जिसके बाद वे कूढ़ेली पलासी इलाका से सदर अस्पलात आए. जहां शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. राजेश टू ने प्रीतम को देखा और कुछ जांच कराने को कहा. रिपोर्ट आने में काफी देर हो रही थी.
लापरवाही के कारण हुई मौत
इधर डॉक्टर बिना रिपोर्ट के जांच शुरू नहीं कर रहे थे. रिपोर्ट समय पर नहीं आने के कारण बच्चे की जान चली गई. हालांकि, परिजनों के आरोपों को अस्पताल प्रबंधक विकास कुमार ने सिरे से खारिज किया है. उन्होंने कहा कि बच्चे को इंफेक्शन था, जो कि काफी बढ़ चुका था. बीमारी कुछ और थी, जिस कारण बच्चे को तेज बुखार था. जांच रिपोर्ट में देरी हुई है. लेकिन, बच्चे को भी काफी सीरियस हाल में यहां लाया गया था.