अररिया: 2019 लोकसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है. ऐसे में सियासी सरगर्मी तेज होने लगी है. वहीं आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो गया है. अररिया लोकसभा चुनाव में एनडीए ने बीजेपी के पूर्व सांसद को फिर से टिकट देकर भरोसा जताया है. वहीं पार्टी के पूर्व अररिया जिलाध्यक्ष चंद्र शेखर सिंह बब्बन ने इसका विरोध जताया है.
जनता को चाहिए नया चेहरा
उन्होंने कहा कि यहां की जनता सब जानती है. प्रदीप सिंह ने पिछली बार एक भी काम नहीं किया है. जनता को अब नया चेहरा चाहिए. अररिया लोकसभा सीट से एनडीए की ओर से चुने गए बीजेपी उम्मीदवार प्रदीप सिंह का उसी पार्टी के लोगों में अंतर कलह दिखने लगा है. लोगों ने इनका विरोध भी किया है
कई बार शिकायत कर चुके हैं बब्बन
वहीं अररिया से निर्दलीय प्रत्याशी एवं बीजेपी के पूर्व जिलाध्यक्ष चंद्र शेखर बब्बन के बयानों से साफ झलकता नजर आ रहा है कि एक पक्ष दूसरे विपक्षी दलों पर गलत आरोप लगाते हैं. बब्बन के अनुसार वह आलाकमान को कई बार शिकायत कर चुके हैं. लेकिन पार्टी में किसी तरह से हमें तरजीह नहीं दिया जाता है. अगर कोई बैठक भी होती है तो उसके बारे में भी बताया नहीं जाता है.
इन मुद्दों पर होगी चर्चा
उन्होंने ने बताया कि इस चुनाव में हम जनता के बीच सिर्फ़ यहां के युवाओं को रोज़गार, शिक्षा, मजदूरों का पलायन, किसानों को खेती के लिए सहयोग और साथ ही साथ अररिया जिला के सीमावर्ती इलाका होने की वजह से बांग्लादेशी घुसपैठियों पर भी आवाज उठाएंगे.
जनता पर निर्भर है सबकुछ
यह देखना दिलचस्प होगा कि अररिया लोकसभा सीट से किस प्रत्याशी के खिलाफकौन होगा. सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि जो लोग जिले की विकास के नाम पर वोट मांगते हैं और चुनाव के आखिरी पल धार्मिक उन्माद फैला कर वोट बदल देते हैं. क्या जनता इन बातों पर ध्यान देती है की नहीं.