अररिया: आयुष्मान भारत योजना के तहत चिह्नित लाभुकों को गोल्डन कार्ड निर्गत किये जाने को लेकर जिले में विशेष पखवाड़ा आयोजित किया जा रहा है. इसके तहत पंचायतवार शिविर आयोजित कर लाभुकों को गोल्डन कार्ड उपलब्ध कराया जाना है. मालूम हो कि गोल्डन कार्ड की अनुपलब्धता की वजह से सैकड़ों लाभुक परिवार योजना का लाभ नहीं उठा पा रहे हैं.
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गौरतलब है कि इस योजना के तहत लाभुकों को हर साल पांच लाख रुपये तक का स्वास्थ्य बीमा उपलब्ध कराने का प्रावधान है. इसी को लेकर 22 फरवरी से 15 दिवसीय विशेष पखवाड़ा का आयोजन जिले में किया गया है. इसमें जिले के सभी पंचायतों के आरटीपीएस काउंटर पर गोल्डन कार्ड निर्माण के लिये विशेष इंतजाम किये गये हैं. कार्ड के निर्माण व इसके वितरण में पंचायती राज विभाग के कार्यपालक सहायकों की मदद ली जा रही है.
महज 6 प्रतिशत लाभार्थियों के पास है गोल्डन कार्ड
जिले के तीन लाख 85 हजार 852 परिवारों के 18 लाख 40 हजार 695 लाभुकों को आयुष्मान भारत योजना का लाभ उपलब्ध कराए जाने का लक्ष्य है. इसमें कुल 57 हजार 169 परिवार ऐसे हैं, जिनके किसी एक सदस्य का गोल्डन कार्ड बनाया जा चुका है. इस संबंध में आयुष्मान भारत योजना के नोडल पदाधिकारी वेंकटेश कुमार ने बताया कि जिले में अब तक एक लाख चार हजार 133 लोगों का गोल्डन कार्ड बनाया जा चुका है.
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''आयुष्मान भारत योजना के तहत 15 प्रतिशत चिह्नित लाभार्थी परिवारों का गोल्डन कार्ड निर्गत किया जा चुका है. कुल लाभार्थियों के महज छह प्रतिशत लोगों के पास ही गोल्डन कार्ड उपलब्ध है. फिलहाल जिले के तीन लाख 28 हजार 683 परिवारों के 17 लाख 36 हजार 562 लोगों का गोल्डन कार्ड निर्गत किया जाना शेष है.''- वेंकटेश कुमार, नोडल पदाधिकारी