नई दिल्ली: आम्रपाली ग्रुप की समस्याएं एक के बाद एक कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. पहले हजारों होम बायर्स के साथ ठगी करने के बाद अब भारतीय टीम के पूर्व कप्तान एम एस धोनी भी ग्रुप के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंच गए हैं. धोनी ने आम्रपाली ग्रुप से अपनी प्रमोशन की बकाया कीमत की मांग दोहराई है.
पूर्व भारतीय कप्तान ने सुप्रीम कोर्ट में दाखिल की गई याचिका में कहा है कि, आम्रपाली ग्रुप का प्रमोशन करने के बाद कंपनी पर उनके लगभग 40 करोड़ रुपये बकाया हैं. सर्विसेज ओर प्रमोशन करने के लिए कंपनी ने धोनी को 40 करोड़ रुपये का भुगतान नहीं किया था. महेंद्र सिंह धोनी 2009 में कंपनी के प्रमोशन के लिए जुड़े थे.
एक निजी अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक 2009 में धोनी ने आम्रपाली ग्रुप के साथ कई समझौते किए थे और कंपनी के ब्रैंड एंबेसडर भी बने थे. वे आम्रपाली ग्रुप के साथ छह साल तक जुड़े रहे, लेकिन 2016 में जब कंपनी द्वारा ठगे गए होम बायर्स ने सोशल मीडिया पर धोनी के खिलाफ अभियान छेड़ा तो उन्होंने आम्रपाली से सभी संबंध खत्म कर दिये. आपको बता दें धोनी की पत्नी साक्षी धोनी भी ग्रुप के चैरिटी कार्यक्रम से जुड़ी थीं.
गौरतलब है सुप्रीम कोर्ट आम्रपाली ग्रुप के खिलाफ 46 हजार घर खरीदारों की याचिका पर सुनवाई कर रहा है, जिन्हें समय पर फ्लैट नहीं दिए गए थे. कोर्ट ग्रुप की सभी संपत्तियों को जब्त करने का भी आदेश जारी कर चुका है. इसी बीच एम एस धोनी ने भी अपने बकाया बजट की रक्षा के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. पूर्व कप्तान ने कोर्ट से कहा है कि उनके हितों की रक्षा के लिए ग्रुप के जमीन में से एक खंड उनके लिए भी निश्चित हो.