पटना: भोजपुरी स्टार खेसारी लाल यादव ( Bhojpuri Singer Khesari Lal Yadav ) के नेपाल में प्रस्तावित कार्यक्रम (Khesari Lal Yadav Program Nepal ) में जमकर बवाल हुआ. कहा जा रहा है कि खेसारी लाल यादव कार्यक्रम में नहीं पहुंच पाए, इसलिए वहां जमकर बवाल हुआ. खेसारी लाल के इंतजार में सुबह से ही लोग बैठे थे. इन लोगों को जैसे ही पता चला कि वो कार्यक्रम में खेसारी नहीं आएंगे. इसके बाद लोग आग-बबूला हो गए और स्टेज पर तोड़फोड़ शुरू कर दी. सैकड़ों कुर्सियों और वहां मौजूद गाड़ियों में भीड़ ने आग लगा दी.
जानकारी के अनुसार, नेपाल के सुनसरी जिले के बुर्ज ताल में बुर्ज महोत्सव के अंतिम दिन यानी की मंगलवार को भोजपुरी गायक खेसारी लाल यादव का कार्यक्रम रखा गया था. ऐसे में खेसारी लाल यादव को देखने के लिए स्थानीय लोग सुबह से ही जुटने लगे थे. खेसारी के नाम पर आयोजक ने 300-300 रुपये में टिकट भी बेच दिए थे. कार्यक्रम करने के लिए खेसारी लाल यादव अपनी टीम के साथ नेपाल में थे, इसके बावजूद वे कार्यक्रम करने स्टेज पर नहीं गए.
दरअसल, बढ़ते कोरोना को देखते हुए स्थानीय पुलिस प्रशासन ने इस कार्यक्रम पर रोक लगा दी थी. जिसके बाद खेसारी को विराटनगर के एक होटल में ही रोक दिया गया और उन्हें कार्यक्रम स्थल पर नहीं जाने दिया गया. बताया जा रहा है कि जब खेसारी कार्यक्रम में उपस्थित नहीं हुए तो लोग उग्र हो गए और स्टेज पर तोड़फोड़ करने लगे. इतना ही नहीं वहां मौजूद गाड़ियों को भी फूंक दिया.
इस घटना के बाद खेसारी लाल यादल फेसबुक पर लाइव आए. उन्होंने कहा कि कोरोना और कोविड गाइडलाइन को देखते हुए जब कार्यक्रम की अनुमति नहीं थी, तो आयोजक को बताना चाहिए था. खेसारी लाल ने कहा कि जनता को लग रहा है कि मैं आया नहीं हूं, लेकिन ऐसा नहीं है. मैं नेपाल में हूं. आगे उन्होंने कहा कि उनके डेढ़ करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ है. खेसारी ने कहा कि इसमें दोष ना जनता का है, ना ही प्रशासन का.
भोजपुरी गायक ने कहा कि जब सरकार दो दिन पहले ही परमिट रद्द कर दी थी तो आयोजक को जनता और उन्हें बताना चाहिए था. उन्होंने कहा कि मैंने पूछा था कि वहां कोरोना का तो कोई दिक्कत नहीं है? आयोजकों द्वारा कहा गया था कि नहीं, हमें परमिशन मिल गई है. ऐसे में मुझे लगा कि जब परमिशन मिल गई है, तो वहां कोविड-19 का ज्यादा खतरा नहीं होगा. अंत में खेसारी ने जनता से हाथ जोड़कर माफी मांगी.
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