इस्लामाबाद: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को मंगलवार को संघीय न्यायिक परिसर में एक विशेष अदालत के समक्ष पेश किया जाएगा. आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम के तहत एक मामले में उन्हें अदालत में पेश करने का आदेश दिया गया है. इसके लिए पुलिस और अर्धसैनिक बलों की एक टीम गठित की है.
इमरान की पेशी के लिए पुलिस टीम गठित: इमरान खान इस समय अदियाला जेल में कैद हैं. उन्हें कड़ी सुरक्षा के बीच अदालत पेश किया जाएगा. उनके साथ आने वाले बेड़े में एसयूवी वाहन, पुलिस मोबाइल और बख्तरबंद वाहक शामिल होंगे. डॉन ने सूत्रों के हवाले से बताया कि यह टीम 'उच्च-अधिकारियों' से हरी झंडी मिलने के बाद बनाई गई है.
पुलिस को न्यायिक परिसर, रेड जोन और उसके आसपास सुरक्षा सहित सभी प्रासंगिक योजनाएं तैयार करने का आदेश दिया गया है. इसके अलावा रेंजर्स और फ्रंटियर कोर के सैनिकों को उनकी दंगा-रोधी इकाइयों के साथ तैयार रहने और ड्यूटी के लिए बुलाए जाने पर तुरंत प्रतिक्रिया देने का निर्देश दिया गया है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार दंगा-रोधी उपकरणों से लैस रेंजरों को इस्लामाबाद पुलिस की सहायता से परिसर में और उसके आसपास 'आंतरिक सुरक्षा घेरे' में तैनात किया जाएगा.
इमरान खान के लिए विशेष सुरक्षा घेरा: साथ ही फ्रंटियर कोर की टीमें दंगा-रोधी उपकरणों से लैस होंगी और पुलिस की सहायता से मध्य सुरक्षा घेरे में तैनात की जाएंगी. इसके साथ ही दंगा-रोधी इकाई और आतंकवाद-रोधी विभाग की टीमों सहित एक पुलिस दल को परिसर की ओर जाने वाली सड़कों पर तैनात किया जाएगा. इसमें आगे कहा गया है कि अर्धसैनिक बलों और पुलिस की टुकड़ियों को फैजाबाद, जीरो पॉइंट, पेशावर मोड़ और गोल मोड़ जैसे मुख्य बिंदुओं पर तैनात किया जाएगा. रेड जोन को आंशिक रूप से सील कर दिया जाएगा और केवल के आदेशों प्रवेश की अनुमति होगी.
इस बीच इस्लामाबाद की एक जवाबदेही अदालत ने भ्रष्टाचार के एक मामले में इमरान खान की फिजिकल रिमांड में बढ़ाने की मांग करने वाले राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) के अनुरोध को खारिज कर दिया. डॉन की रिपोर्ट के अनुसार जवाबदेही न्यायाधीश मोहम्मद बशीर ने इमरान खान की चार दिन की रिमांड खत्म होने के बाद अदियाला जेल में कार्यवाही फिर से शुरू की. अभियोजन पक्ष ने अनुरोध किया कि अदालत आगे की जांच के लिए पीटीआई अध्यक्ष की फिजिकल हिरासत बढ़ा दे. हालांकि, अदालत ने अनुरोध खारिज कर दिया और खान को न्यायिक रिमांड पर भेज दिया.
न्यायाधीश ने अभियोजन पक्ष से एक पखवाड़े के बाद इमरान खान को पेश करने को कहा. बाद में एक मीडिया साक्षात्कार में इमरान खान के वकील सरदार लतीफ खोसा ने कहा कि उन्होंने इस विशेष मामले में फिजिकल रिमांड की आवश्यकता के खिलाफ लंबे समय से तर्क दिया है. उन्होंने दावा किया कि एनएबी राजनीतिक इंजीनियरिंग और राजनीतिक प्रतिशोध में शामिल एक संस्था थी और सरकार अपने एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए नियमित रूप से इसका शोषण करती थी.