नई दिल्ली : चीन में कोरोना वायरस का प्रकोप जारी है. इस संक्रमण से अब तक 200 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. हाालंकि भारत में चीन के राजदूत सन वेइडांग ने कहा चीन सरकार कोरोना वायरस के संक्रमण को नियंत्रण करने लिए लगातार प्रयास कर रही है. इस वजह से विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने चीन द्वारा किए जा रहे कार्यों की प्रशंसा की है.
वेइडांग के अनुसार डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक डॉ. टेडरॉस ने कहा है कि जिस गति से चीन ने कोरोना वायरस का पता लगाया और वायरस को अलग किया, जीनोम को अनुक्रमित किया, वह वकाई में काबिलेतारीफ है. इसलिए चीन पारदर्शिता के साथ दूसरे देशों को समर्थन देने के लिए प्रतिबद्ध है.
चीन में फैले कोरोना वायरस के इस भयानक संक्रमण के बारे में उन्होंने कहा कि इस संक्रमण से लड़ने के दौरान चीन ने पारदर्शिता और जिम्मेदारी की उच्चभावना के साथ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सहयोग किया है.
राजदूत ने कहा, 'हमने कोरोना वायरस के जैनटिक अनुक्रम की सूचना को डब्ल्यूएचओ और संबंधित राष्ट्रों के साथ साझा किया. इसके साथ विदेशों में चीनी राजनयिक मिशन भी इस संबंध में मेजबान सरकारों के साथ निकटता से सम्पर्क कर रहे हैं.'
वेइडांग ने कहा कि डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि यह घोषणा चीन में अविश्वास का एक मत नहीं है. इसके विपरीत, डब्ल्यूएचओ का चीन के प्रकोप को नियंत्रित करने की क्षमता पर विश्वास को बढ़ाता है. उन्होंने कहा कि इस बीमारी से लड़ने की चीन की कोशिशों को सम्मान और सराहना मिल रही है.
राजदूत ने कहा कि वास्तव में, आपात स्थितियों में भी चीन ने इस संक्रमण से निबटने के लिए जरूरी आवश्यकताओं को बढ़ा लिया है. कई मायनों में, चीन वास्तव में प्रकोप की प्रतिक्रिया के लिए एक नया मानक स्थापित कर रहा है. उन्होंने कहा कि डब्ल्यूएचओ ने चीन यात्रा या व्यापार पर प्रतिबंध लगाने का विरोध किया है.
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चीनी राजदूत ने बताया कि 31 जनवरी तक कोरोना वायरस से पीड़ित 218 लोगों इलाज किया गया. वे अब स्वस्थ्य हैं.
उन्होंने कहा, 'अब यह संक्रमण पूरी तरह से नियंत्रण में है. हमें विश्वास है, हमारे पास हम इस प्रकोप से लड़ने की ताकत है और हम जरूर जीतेंगे.'
गौरतलब है कि गत गुरुवार को डब्ल्यूएचओ ने चीन में फैले इस कोरोना वायरस के मद्देनजर विश्वस्तर पर लोक स्वास्थ्य आपात पर चर्चा की थी.