इस्लामाबाद : पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (पीआईए) छह अरब पाकिस्तानी रुपये (पीकेआर) यानी करीब 36 लाख डॉलर प्रति माह घाटे में चल रही है. प्रधानमंत्री इमरान खान ने लोगों पर इसके नुकसान के बोझ को कम करने के लिए राष्ट्रीय वाहक के पुनर्गठन का आदेश दिया है.
पीआईए के 22 मई को कराची में एक विमान दुर्घटनाग्रस्त होने की पृष्ठभूमि में सरकार ने एक बैठक बुलाई थी, जिसमें 97 लोगों ने अपनी जान गंवा दी थी. इस बैठक की अध्यक्षता करते हुए खान ने सोमवार को कहा, 'कोरोना वायरस महामारी के चलते देश को आर्थिक मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. केंद्र के स्वामित्व वाली सरकारी कंपनियों को हर महीने हो रहे अरबों रुपये के घाटे का बोझ भी लोगों को उठाना पड़ रहा है.'
डॉन न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) द्वारा जारी एक आधिकारिक बयान के अनुसार, खान ने अधिकारियों को पीआईए के खर्चे घटाने, आय बढ़ाने और विमान बेड़े का आधुनिकीकरण करने पर ध्यान देने को कहा है.
उन्होंने कहा कि पीआईए के पास देश-विदेश में पड़ी परिसंपत्तियों का पूर्णतया पारदर्शी और स्पष्ट तरीके से उपयोग किया जाए. खान ने कहा, इन परिसंपत्तियों को संगठन की माली हालत ठीक करना चाहिए, ना कि आम जनता पर बोझ बनना चाहिए.
खान को अवगत कराया गया कि पिछले 12 साल में पीआईए के 10 प्रमुखों को बदला जा चुका है.
डॉन न्यूज के अनुसार, पीआईए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एयर मार्शल अरशद मलिक ने बैठक के दौरान पीआईए की मौजूदा स्थिति की विस्तृत जानकारी रखी। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय वाहक लगभग छह अरब पीकेआर प्रति माह नुकसान में है.
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उन्होंने कहा कि कि पीआईए के 14,500 कर्मचारियों के वेतन पर ही सालाना 24 अरब पीकेआर (1.4 करोड़ डॉलर) का खर्च होता है।