पटना: विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर राजधानी में राज्य स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने इस कार्यक्रम का उद्घाटन किया. इस दौरान युवा पीढ़ी में नशे के बढ़ते चलन पर चिंता जाहिर की गई.
युवा पीढ़ी में नशे का बढ़ता चलन
कार्यक्रम के दौरान स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि युवा पीढ़ी में नशे का बढ़ता चलन एक चिंता का विषय है. नशा मुक्त समाज की परिकल्पना साकार करने के लिए न केवल राज्य स्तर पर बल्कि पूरे देश में एक साथ ठोस कदम उठाने की जरूरत है. राजधानी पटना जैसे शहरों के लिए यह एक बड़ा मुद्दा रहा है.
राज्य और केंद्र सरकारें उठा रहीं ठोस कदम
मंगल पांडे ने कहा कि नशा मुक्ति के लिए लोगों की इच्छा शक्ति का होना भी जरूरी है. देश की युवा पीढ़ी को नशा मुक्त बनाने के लिए केंद्र सरकार के स्तर पर कई कार्यक्रम किये जा रहे हैं. राज्य सरकार ने इस दिशा में कई ठोस कदम उठाए हैं. राज्य के 13 जिलों को तंबाकू निषेध जिला घोषित किया गया है. इनमें मुंगेर, पटना, कटिहार, दरभंगा, समस्तीपुर, लखीसराय, वैशाली, जहानाबाद, मधेपुरा, मधुबनी, गोपालगंज, सहरसा, खगड़िया शामिल है. वहीं तंबाकू नियंत्रण कानून 2003 की धाराओं के अनुपालन को लेकर अनुमंडल स्तर पर कार्रवाई की जा रही है.