पटना: एक महिला ने आरजेडी नेता तेज प्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) से मदद की गुहार लगाई है. उसने पटना स्थित उनके सरकारी आवास पर जाकर उनसे फरियाद लगाई है. महिला ने बिहार सरकार के एक बड़े अफसर और आरजेडी के एक पूर्व विधायक पर दुष्कर्म और वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करने का गंभीर आरोप लगाया है.
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महिला का आरोप है कि दोनों ने उसके साथ कई दिनों तक दुष्कर्म किया था. उसके बाद उसका वीडियो बनाकर ब्लैकमेल किया जा रहा है. वीडियो के नाम पर कई दफे जबरदस्ती की गई. जिस वजह से वह गर्भवती हो गई. पीड़ित महिला उन दस्तावेजों को भी दिखा रही है, जो उसने लगातार पटना पुलिस और बिहार सरकार को न्याय की गुहार लगाते हुए भेजा है. उसका आरोप है कि दोनों आरोपी इतने कद्दावर हैं कि उन लोगों के खिलाफ आज तक किसी थाने में केस दर्ज नहीं किया गया है. थक हारकर पीड़िता ने कोर्ट में अपना केस दर्ज कराया है. पीड़ित महिला का कहना है कि उसके बच्चे का डीएनए टेस्ट आरोपितों के द्वारा या फिर पुलिस के द्वारा करवा लिया जाए, जिससे मामले में दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा.
बिहार सरकार के आलाधिकारी और एक पूर्व एमएलए पर संगीन आरोप लगाने वाली पीड़िता खुद को मूल रूप से बिहार के औरंगाबाद जिले की रहने वाली बताती है. गुरुवार की रात सभी दस्तावेजों के साथ तेजप्रताप यादव के पास गुहार लगाने पहुंची पीड़िता ने वहां मौजूद मीडिया कर्मियों को यह जानकारी देते हुए बताया कि उसने दानापुर कोर्ट में दोनों आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवा दिया है. मामला दर्ज करवाने के बाद तेज प्रताप के आवास पहुंचे. पीड़ित महिला ने कहा है कि उसकी कभी भी हत्या हो सकती है. अगर ऐसा कुछ हुआ तो इसके जिम्मेवार दोनों आरोपित ही होंगे.
तेज प्रताप यादव के आवास पर मीडिया को जानकारी देते पीड़िता ने बताया कि आरजेडी के एक विधायक ने उसे 2016 के फरवरी महीने में पटना के रूपसपुर थाना क्षेत्र के रुकनपुरा मोहल्ले में स्थित अपने आवास पर बुलाया. पीड़िता ने बताया कि विधायक ने उससे कहा कि वह उसे राज्य महिला आयोग का सदस्य बनवा देंगे और इसी झांसे में आ गई और फिर उसे विधायक ने झांसा देकर अपने फ्लैट में बुलाया और फिर गन प्वाइंट पर उसके साथ दुष्कर्म जैसी घिनौनी घटना को अंजाम दिया.
आरजेडी नेता द्वारा बंद कमरे में किए गए इस घिनौनी घटना के बाद जब पीड़िता नजदीकी थाने में मुकदमा दर्ज कराने जाने लगी. तब उन्होंने अपने नौकर से बाजार से सिंदूर मंगवाया और उसकी मांग भर पीड़िता से कहा कि आज से तुम मेरी पत्नी हो, ये सब बातें यही भूल जाओ जल्द ही मैं अपनी पत्नी से तलाक लेकर तुमसे शादी कर लूंगा. उस बार फिर पीड़िता झांसे में आ गई. पीड़ित महिला ने आरोप लगाया है कि विधायक ने उसे पत्नी बनाने का झांसा देकर जगह-जगह बुलाया. दिल्ली के एक इंस्टीच्यूट में उसका एडमिशन करा उसे दिल्ली शिफ्ट करा दिया, फिर एक दिन विधायक ने महिला को फोन कर पूणे के एक फाइव स्टार होटल में बुलाया और आरोपी विधायक ने उसे कहा कि उसने पत्नी से तलाक ले लिया है और अब वह पूणे में ही रहेगा ताकि उससे वह कोर्ट मैरेज कर सके.
पीड़िता ने आरजेडी के उस विधायक पर आरोप लगाया है कि जब वह पूणे के उस होटल के कमरे में पहुंची तो होटल के कमरे में पहले से ही बिहार कैडर के एक आईएएस अधिकारी भी मौजूद था. विधायक ने ही होटल के कमरे में उसका उस आईएएस अधिकारी का परिचय भी कराया था और इस दौरान होटल के कमरे में ही खाने के दौरान आईएएस अधिकारी ने उसे खाने-पीने के सामान में नशीला पदार्थ मिलाकर खिला दिया और फिर दोनों ने मिलकर उसके साथ दुष्कर्म जैसी घनौनी घटना को एक बार फिर अंजाम दिया और इस दौरान विधायक ने इस घटना का वीडियो भी बना लिया था.
इस घटना के बाद पीड़िता को विधायक ने वापस दिल्ली भेज दिया और उसके बाद दोनों लगातार दिल्ली के अलग अलग होटलों मे बुलाकर बनाए गए वीडियो के आधार पर उसे ब्लैकमेल कर उसके साथ जिन्होंने घटना को अंजाम देते रहे. पीड़िता ने बताया कि इस दौरान वह प्रेग्नेंट हो गयी और फिर विधायक और आईएएस अधिकारी ने कहा कि वह अबॉर्शन करा इस मामले को रफा-दफा करने की बातें कही. हालांकि दोनों के द्वारा दिए गए दबाव और धमकियों के बावजूद पीड़िता ने अबॉर्शन नहीं कराया और 25 दिसंबर 2018 को उसने बच्चे को जन्म दिया. बच्चे के जन्म के बाद वह अपने बच्चे को लेकर महिला दिल्ली से इलाहाबाद शिफ्ट हो गई.
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पीड़िता ने ये भी बताया है कि उसने 12 मई 2020 को बिहार सरकार को पत्र भेजकर दोनों आरोपियों की शिकायत की थी. पत्र की रिसीविंग भी उसके पास है. शिकायत के बावजूद भी इस मामले में बिहार सरकार ने कुछ नहीं किया और उसके बाद पीड़िता ने बिहार पुलिस के आला अधिकारियों से गुहार भी लगाई. पुलिस पदाधिकारियों के द्वारा मामला संज्ञान में नहीं दिए जाने के बाद पीड़िता ने एक बार फिर से 28 अक्टूबर 2021 को पटना एसएसपी और रूपसपुर थाना को रजिस्टर्ड पत्र भेजा और जब बिहार सरकार औऱ पुलिस ने उसके लाख फरियाद करने के बाद भी किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं किए जाने के बाद उसने गुरुवार को ही थक कर कोर्ट की शरण ली है. पटना के दानापुर कोर्ट में पीड़ित महिला ने इस पूरे मामले का मुकदमा दर्ज कराया है.
पीड़ित महिला ने बताया है कि उसे पटना आने जाने में भी डर लग रहा है और केस की सुनवाई होने तक अगर उसके साथ इसी प्रकार का कोई भी हादसा होता है तो उसके जिम्मेवार आईएएस अधिकारी और पूर्व विधायक होंगे. पीड़िता ने बताया है कि उसे न्याय चाहिए और इसी आस में उसने गुरुवार को दानापुर न्यायालय में मामला दर्ज करवा कर रात को लालू के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव से गुहार लगाने वह पटना पहुंची है.