पटना: बिहार में भाजपा और वीआईपी के बीच विवाद चरम पर पहुंच गया है. जबसे विकासशील इंसान पार्टी (वीआइपी) के अध्यक्ष मुकेश सहनी ने राजद सुप्रीमो लालू यादव (RJD supremo Lalu Yadav) और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Leader of Opposition Tejashwi Yadav) की तारीफ की है, उसके बाद से भाजपा के नेता उन्हें मंत्री पद और गठबंधन धर्म का पालन करने की सलाह दे रहे हैं.
इधर, मुकेश सहनी ने भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व को बिहार बीजेपी के नेताओं पर शिकंजा कसने की सलाह (VIP Mukesh Sahni attacked BJP) दी है. उन्होंने यह भी कहा है कि बिहार में नीतीश कुमार की सरकार चल रही है ना कि भाजपा की. विकासशील इंसान पार्टी (वीआइपी) के अध्यक्ष मुकेश सहनी भारतीय जनता पार्टी से खासे नाराज हैं. बिहार बीजेपी के नेताओं के बयान को लेकर उन्होंने अपनी चुप्पी तोड़ी है. उन्होंने कहा कि भाजपा के केंद्रीय नेताओं को बिहार बीजेपी के नेताओं पर अंकुश लगाना चाहिए नहीं तो बात बिगड़ जाएगी.
दरअसल, जब से मुकेश सहनी ने बिहार एनडीए को छोड़ने की चेतावनी दी है और लालू तेजस्वी की तारीफ की है, उसके बाद से ही भाजपा के कई नेताओं ने मुकेश सहनी पर हमला बोल दिया है. भाजपा नेता नीरज कुमार सिंह ने कहा कि अगर मुकेश सहनी को जाना है तो जाएं लेकिन पहले मंत्री पद से इस्तीफा दे दें. उसके बाद इस तरह की बात करें.
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भाजपा के इस बयान को लेकर मुकेश सहनी ने नाराजगी जताई है. उन्होंने कहा है कि एक तो भारतीय जनता पार्टी के नेता अपने किए गए वादे को पूरा नहीं करते. दूसरी तरफ अगर मैं यूपी में अलग से चुनाव लड़ने की कोशिश कर रहा हूं तो मेरे पीछे हाथ धोकर पड़े हैं. मुकेश सहनी ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने खुद उन्हें बंद कमरे में कहा था कि वे निषाद आरक्षण लागू करेंगे लेकिन बीजेपी ने धोखा दिया. इसलिए अब उन्हें इस मुद्दे को लेकर यूपी चुनाव में उतरने के अलावा कोई चारा नहीं है.
मुकेश सहनी ने कहा कि अगर आज भी भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व यह घोषणा कर दे कि निषादों को आरक्षण देंगे तो वे यूपी चुनाव में भाजपा को सपोर्ट करेंगे और अपने उम्मीदवार वापस ले लेंगे. वहीं, बिहार एनडीए से अलग होने की बात पर उन्होंने कहा कि वह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की वजह से बिहार एनडीए में बने हुए हैं. जब नीतीश कुमार चाहेंगे तो वह इससे अलग हो जाएंगे. हमारी सरकार 5 साल के लिए बनी है और हम 2025 तक बिहार में सरकार चलाएंगे. अगर भाजपा को ऐतराज है तो वह सरकार से अलग हो सकती है.
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वीआईपी अध्यक्ष ने साफ-साफ कहा कि बिहार एनडीए के नेता नीतीश कुमार हैं और जिस तरह वीआईपी इस गठबंधन का हिस्सा है, उसी तरह भाजपा भी इस गठबंधन का हिस्सा है. उन्होंने कहा कि मुझे नीतीश कुमार से कोई परेशानी नहीं, अगर भाजपा को कोई परेशानी है तो वह इससे अलग हो सकती है.
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