पटना: नीतीश सरकार ( CM Nitish Kumar ) में मंत्री और VIP प्रमुख मुकेश सहनी ( Mukesh Sahani ) के साथ शनिवार को यूपी के वाराणसी में जो कुछ भी हुआ, उसका सियासी असर अब बिहार में दिख रहा है. यूपी से बिहार लौटने के बाद मुकेश सहनी गुस्से में लाल थे और अब धमकी दे रहे थे अब सोचने की जरुरत है, लेकिन अब उन्होंने साफ कर दिया है कि वे नीतीश सरकार के साथ हैं.
उन्होंने कहा कि बिहार एनडीए में जो कुछ भी हो रहा है, वह ठीक नहीं है. बिहार में चार पार्टी की सरकार है, लेकिन नाम दो ही पार्टी की ली जा रही है. ऐसे में एनडीए की बैठक में जाने का कोई मतलब नहीं था. हालांकि उन्होंने कहा कि नीतीश सरकार ठीक ढंग से काम कर रही है. वहीं, इस्तीफे के सवाल पर उन्होंने कहा कि खुद के पैर पर कुल्हाड़ी कौन मारता है.
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इससे पहले उन्होंने यूपी की योगी सरकार पर जमकर बरसे. दरअसल, बिहार के बाद मुकेश सहनी यूपी चुनाव में पार्टी का झंडा बुलंद करना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पीएम मोदी की बात नहीं मानते हैं. उन्होंने कहा कि यूपी में जो हो रहा है, वह ठीक नहीं है. यूपी में कल जो कुछ भी वह बीजेपी के इशारे पर हुआ है. क्योंकि वहां बीजेपी की सरकार योगी जी की नेतृत्व में चल रही है.
उन्होंने कहा कि यूपी में 16 फीसदी से अधिक निषाद समाज के लोग हैं. कल जो कुछ भी हुआ, वह डर है. ये डर बता रहा है कि यूपी सरकार हमसे डर गई है. यही कारण है कि वहां कार्यक्रम करने से रोका गया है
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बता दें कि बिहार विधानसभा के मानसून सत्र में उन्होंने अपने 4 विधायकों के साथ भाग लिया. लेकिन सदन से बाहर निकलते ही सवाल पूछे जाने पर भड़क गए थे. उन्होंने कहा था कि एनडीए की बैठक में जाने का कोई मतलब नहीं है, वहां बात नहीं सुनी जाती है.
"हम यहां सरकार के साथ हैं. सरकार यहां मजबूती के साथ चलेगी. किसी तरह की कोई समस्या नहीं है. हम गुस्सा नहीं हैं. हमने विधानसभा और विधानपरिषद के सत्र का हिस्सा बना. बात रही एनडीए की बैठक में शामिल होने की तो इसका मतलब होता है कि बैठक में हमारी बातों को सुनी जानी चाहिए. यूपी में योगी जी को जो करना था, उन्होंने किया लेकिन यहां हम सरकार के साथ हैं"- मुकेश सहनी, वीआईपी प्रमुख
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दरअसल, वाराणसी एयरपोर्ट पहुंचे बिहार सरकार के मंत्री मुकेश सहनी को यूपी प्रशासन ने एयरपोर्ट से बाहर तक नहीं निकलने दिया था. इतना ही वहीं दिल्ली की फ्लाइट नहीं होने के कारण विमान से उन्हें कोलकाता भेज दिया गया था. एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए सहनी वाराणसी पहुंचे थे.
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बता दें कि, बिहार विधानमंडल का मानसून सत्र 30 जुलाई तक चलेगा. मानसून सत्र को लेकर विपक्ष की रणनीति का जवाब देने के लिए एनडीए ने यह बैठक बुलाई है. कोरोना के कारण इस बार बैठक विधानसभा के सेंट्रल हॉल में बुलाई गई. बिहार विधानसभा में बीजेपी के 74, जदयू के 43, हम के चार और वीआईपी के 4 विधायक हैं. बता दें कि एक निर्दलीय विधायक सुमित सिंह ने जदयू को समर्थन दिया है. यानी कुल 126 विधायक एनडीए पाले में है.