पटना : केंद्र की अग्निपथ योजना के खिलाफ हिंसक विरोध शुक्रवार को दो सत्तारूढ़ दलों, बीजेपी और जेडीयू के नेताओं के बीच राजनीतिक लड़ाई में बदल गया. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने अग्निपथ विरोध प्रदर्शन के दौरान आंदोलनकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने में विफल रहने के लिए नीतीश कुमार सरकार को दोषी ठहराया.
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प्रदर्शनकारियों ने बिहार के बेतिया जिले में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल के घर और उपमुख्यमंत्री रेणु देवी के घर में तोड़फोड़ की है. प्रदर्शनकारियों ने बिहार में बीजेपी विधायक विनय बिहारी और अन्य बीजेपी नेताओं की एसयूवी पर भी हमला किया. जायसवाल ने कहा, ''जिन लोगों ने मेरे घर पर हमला किया, वे निश्चित रूप से रक्षा बलों के लिए नौकरी के इच्छुक नहीं थे.''
''यह मेरे घर में तोड़फोड़ करने की एक सुनियोजित साजिश थी. यह कोई और लोग थे जिन्होंने बेतिया में नौकरी के इच्छुक लोगों के रूप में मेरे घर में तोड़फोड़ की. जिस तरह से आंदोलनकारियों ने विभिन्न शहरों में बीजेपी नेताओं के घरों और पार्टी कार्यालयों पर हमला किया है, उसके लिए अलग-अलग जिलों के प्रशासन ही जिम्मेदार हैं. उन्होंने आंदोलनकारियों से निपटने के लिए कमजोर रुख अपनाया है." - संजय जायसवाल, प्रदेश अध्यक्ष, बीजेपी
अग्निपथ स्कीम पर जेडीयू ने क्या कहा? : जायसवाल के बयान के बाद जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने तुरंत उनका विरोध किया. उन्होंने कहा, "अग्निपथ योजना की घोषणा के बाद देश के युवाओं में भारी असंतोष है. देश में कई जगहों पर हिंसा हुई है. केंद्र को इसका संज्ञान लेना चाहिए और योजना पर तुरंत पुनर्विचार करना चाहिए. यदि यह संभव नहीं है तो वह उन्हें ठीक से संवाद करें कि इससे भविष्य में उनके करियर पर प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ेगा."
बिहार की Dy CM रेणु देवी के घर तोड़फोड़ : इस बीच, संजय जायसवाल के घर पर हुए हमले के बाद पश्चिम चंपारण के जिला प्रशासन ने सुरक्षा बढ़ा दी है. जब यह घटना हुई, वे अपने पैतृक निवास पर थे. उन्होंने कहा कि संपत्ति को ज्यादा नुकसान नहीं हुआ है. जायसवाल के अलावा समस्तीपुर में हिंसक भीड़ ने रेणु देवी, बीजेपी विधायक विनय बिहारी के घर और बीजेपी विधायक वीरेंद्र सिंह के आवास पर हमला किया.
वहीं, बीजेपी के तेजतर्रार नेता केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा, "किसान आंदोलन के दौरान जिस तरह से भ्रम की स्थिति पैदा हुई और उन्हें केंद्र की योजनाओं का लाभ नहीं मिला, इसी तरह अब छात्रों में भ्रम की स्थिति पैदा की जा रही है. वे अग्निपथ और अग्निवीर योजना के लाभों को नहीं जानते हैं."
बता दें कि भारतीय सेना में चार साल के लिए भर्ती की नई स्कीम 'अग्निपथ' के विरोध में बिहार में जबरदस्त बवाल चल रहा है. इसके खिलाफ छात्रों व युवाओं का प्रदर्शन हिंसक हो चुका है. बिहार के कई जिलों में छात्रों ने जमकर तोड़फोड़ और उत्पात मचाया. प्रदर्शन के तीसरे दिन शुक्रवार को एक दर्जन से ज्यादा ट्रेनें फूंक दी गईं. इस बीच, पुलिस मुख्यालय ने हालात को देखते हुए पूरे बिहार में हाई अलर्ट घोषित कर दिया है. पटना स्थित बीजेपी दफ्तर सहित राज्य के तमाम जिले में स्थित बीजेपी कार्यालय की सुरक्षा के लिए पुलिस बल तैनात किया गया है.