पटना: आने वाले कुछ महीने बिहार की सियासत (Bihar Politics) के लिए निर्णायक होने वाले हैं. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Bihar CM Nitish Kumar) अपनी राजनीतिक पारी को विराम देकर केंद्र की सियासत में जाने की इच्छा रखते हैं. बीजेपी में इस बात को लेकर मंथन हो रहा है कि नीतीश कुमार के बाद बीजेपी कोटे के कौन से नेता मुख्यमंत्री पद के लिए सशक्त उम्मीदवार होंगे. फिलहाल, बीजेपी में नित्यानंद राय, भूपेंद्र यादव और संजय जायसवाल प्रभावी हैं. अमित शाह तीनों नेताओं में विश्वास करते हैं. अगर बिहार में सत्ता परिवर्तन होता है तो वैसी स्थिति में नित्यानंद राय दौड़ में सबसे आगे होंगे.
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नित्यानंद पर विश्व रिकॉर्ड की जिम्मेदारी: फिलहाल, बिहार बीजेपी में नित्यानंद राय ड्राइविंग सीट पर हैं. वीर कुंवर सिंह जयंती के मौके पर विजयोत्सव कार्यक्रम का आयोजन का जिम्मा नित्यानंद राय के कंधों पर (World record responsibility on Nithyananda) है. आरा के जगदीशपुर में बाबू वीर कुंवर सिंह की जयंती के मौके पर विजयोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है. पार्टी ने 75000 तिरंगे के साथ कार्यकर्ताओं का हुजूम इकट्ठा करने का लक्ष्य रखा है. भूपेंद्र यादव, संजय जायसवाल और नित्यानंद राय विश्व रिकॉर्ड बनाकर उसके बाद पार्टी में अपनी ताकत दिखाना चाहते हैं. विजयोत्सव कार्यक्रम की जिम्मेदारी नित्यानंद राय के कंधों पर है. नित्यानंद राय पार्टी और सरकार में अपना कद बढ़ाना चाहते हैं.
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नित्यानंद राय को मिल रहा पूरा समर्थन: बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल (BJP State President Sanjay Jaiswal) और भूपेंद्र यादव का नित्यानंद राय को पूरा समर्थन मिल रहा है. मिल रही जानकारी के मुताबिक नित्यानंद राय को पार्टी बिहार की राजनीति में आगे करना चाहती है. पहली स्थिति में अगर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में सरकार रहती है और मंत्रिमंडल में फेरबदल होता है तो उपमुख्यमंत्री की भूमिका नित्यानंद राय को दी जा सकती है. दूसरी स्थिति में नीतीश कुमार अगर केंद्र की राजनीति में जाते हैं तो वैसी स्थिति में मुख्यमंत्री के चेहरे के रूप में नित्यानंद राय को आगे किया जा सकता है.
''विजयोत्सव कार्यक्रम को लेकर पूरी तैयारी कर ली गई है और केंद्रीय गृहमंत्री की मौजूदगी में विश्व रिकॉर्ड बनेगा हम 100000 से भी अधिक तिरंगा फहराएंगे. 23 अप्रैल को बाबू वीर कुंवर सिंह का विजयोत्सव है. गृहमंत्री अमित शाह के आतिथ्य में यह कार्यक्रम संपन्न होगा. आजादी का 75वां वर्ष है. इस आजादी के अमृत महोत्सव में 75 हजारों तिरंगों को लहराकर एक इतिहास रचने का काम होने जा रहा है. ये ऐतिहासिक कार्यक्रम एक नया इतिहास रचेगा. मुझे विश्वास है कि पूरी दुनिया में ख्याति प्राप्त कर रिकॉर्ड को भी प्राप्त करेगा.''- नित्यानंद राय, केंद्रीय मंत्री
''कार्यक्रम के जरिए किसी का पद और कद बढ़ाने की योजना नहीं है. जो हमारे इतने बड़े फ्रीडम स्ट्रगल मूवमेंट के हमारे नायक रहे हैं बाबू वीर कुंवर सिंह उनके बर्थ प्लेस पर शायद ऐसा कार्यक्रम पहले नहीं हुआ होगा. कार्यक्रम अगर सफल हो जाता है तो वैसी स्थिति में पार्टी के के कार्यकर्ता और नेता का मान सम्मान राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ेगा.''- निखिल आनंद, प्रवक्ता, बीजेपी
''भूपेंद्र यादव गुट मजबूती से नित्यानंद राय के पक्ष में है. पार्टी चेहरे के रूप में नित्यानंद राय को आगे करना चाहती है. विजयोत्सव कार्यक्रम की सफलता से नित्यानंद राय और संजय जायसवाल पार्टी में और मजबूत होंगे. जिस तरह से उपचुनाव में बीजेपी की हार हुई है और मुकेश सहनी को बाहर जाना पड़ा है, वैसे में भूपेंद्र यादव, नित्यानंद राय और संजय जायसवाल पर स्वाभाविक दबाव भी है.''- कौशलेंद्र प्रियदर्शी, वरिष्ठ पत्रकार और राजनीतिक विश्लेषक
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