पटना: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की तुलना पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया से तुलना करने पर पटना एएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लों (Patna SSP MS Dhillon) बीजेपी के निशाने पर आ गये हैं. केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री गिरिराज सिंह (Union Minister Giriraj Singh) ने भी इस मामले में बिना नाम लिए पटना SSP मानवजीत सिंह ढिल्लों पर हमला बोला है. केन्द्रीय मंत्री ने ट्वीट कर आरएसएस का मतलब समझाया (Giriraj Singh explained the meaning of RSS) है.
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गिरिराज सिंह ने RSS का मतलब समझाया : केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने ट्वीट कर लिखा- ''RSS मतलब राष्ट्र प्रेम. RSS मतलब राष्ट्र कल्याण. RSS मतलब देश सेवा. RSS मतलब जनकल्याण. RSS मतलब मानवता और सौहार्द्र. RSS मतलब संविधान के हिमायती. देश और दुनिया का हर समझदार व्यक्ति इस बात को जानता है, सिवाय कुछ "एजेंडावादियों और तुष्टिकरण" के पैरोकारों के.''
क्या कहा था पटना SSP ने? : पटना एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लों ने गुरुवार को गिरफ्तार संदिग्धों का खुलासा करते हुए कहा, 'ये लोग मस्जिदों में युवाओं को कठोरता की ओर मोबिलाइज करते थे और उन बच्चों को कट्टर बना रहे थे. इसका मकसद वैसे ही था जैसे आरएसएस का होता है. उन्होंने कहा कि जैसे संघ की शाखा आयोजित की जाती है और लाठी की ट्रेनिंग होती है, वैसे ही ये फिजिकल ट्रेनिंग के नाम पर यूथ को प्रशिक्षण दे रहे थे और अपने एजेंडे और प्रोपोगेंडे के माध्यम से ब्रेनवाश कर रहे थे.
पटना एसएसपी को कारण बताओ नोटिस : एसएसपी के बयान पर विवाद बढ़ गया और बीजेपी भड़क गई. बीजेपी ने बिहार के मुख्मयंत्री नीतीश कुमार से एसएसपी को को तुरंत बर्खास्त करने की मांग की. हालांकि, एडीजी मुख्यालय ने एसएसपी को 'कारण बताओ नोटिस' जारी किया है. एडीजी पुलिस मुख्यालय जितेंद्र सिंह गंगवार ने पटना के पुलिस कप्तान मानवजीत सिंह ढिल्लों को नोटिस जारी कर पूछा है कि ''आखिर ऐसा बयान क्यों दिया.'' उन्हें 48 घंटे के अंदर जवाब देना है.
बिहार में इस्लामिक राष्ट्र बनाने के लिए 'मिशन 2047': इससे पहले, पटना के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) मानवजीत सिंह ढिल्लो ने गुरुवार को बताया कि गिरफ्तार लोगों की पहचान मोहम्मद जलालुद्दीन और अतहर परवेज व अरमान मलिक के रूप में हुई है. अरमान मलिक प्रशिक्षण का कार्यक्रम आयोजित करता था. ये सभी भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाने की कार्ययोजना पर भी काम कर रहे थे. इनके पास से कई आपत्तिजनक दस्तावेज मिले हैं. उन्होंने बताया कि इस मामले में एक प्राथमिकी दर्ज की गई है, जिसमें 26 लोगों को नामजद आरोपी बनाया गया है. इनमें से अधिकांश लोग बिहार के हैं, जबकि कुछ लोग बिहार के बाहर के भी हैं. पुलिस को तलाशी के दौरान पीपुल्स फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के मिशन 2047 का भी भंडाफोड़ हुआ है. बता दें कि इस मामले में अब तक 6 संदिग्ध लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है.
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