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जीतन राम मांझी के आवास की सुरक्षा बढ़ाई गई, जगह-जगह लगी बैरिकेडिंग

पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी का ब्राह्मणों पर दिये बयान के बाद विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. उनके बयान का कई जगहों पर विरोध हो रहा है. इन सबको देखते हुए जीतन राम मांझी के आवास की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. उनके घर की तरफ जानेवाली सड़क पर जगह-जगह बैरिकेडिंग कर दी गई है. पढ़ें रिपोर्ट...

जीतन राम मांझी के आवास की सुरक्षा बढ़ायी गई
जीतन राम मांझी के आवास की सुरक्षा बढ़ायी गई
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Published : Dec 22, 2021, 5:08 PM IST

पटनाः पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी का विवादित बयान (Jitan Ram Manjhi Controversy) पूरे बिहार को खटकने लगा है. बिहार में सियासत तेज हो गई है. जगह-जगह ब्राह्मण समाज के लोग परिवाद दायर कर रहे हैं. उनका पुतला दहन कर माफी मांगने की बात कह रहे हैं. कईयों ने तो धमकी भी दे डाली है. इन सबके बीच जीतन राम मांझी के आवास की सुरक्षा बढ़ी (Tight Security at Jitan Ram Manjhi House) है. उनका सरकारी आवास 12 एम स्टैंड रोड में है. जिला प्रशासन ने इस सड़क पर भी कई जगहों पर बैरिकेडिंग कर डाली है.

यह भी पढ़ें- जीतन राम मांझी को आखिर हुआ है क्या? पहले ब्राह्मणों से मांगी माफी, फिर बोले- हजार बार कहूंगा '@$#&#..'

जीतन राम मांझी का ब्राह्मणों को लेकर बयान (Controversial Statement on Brahmins) देने के बाद बिहार में सियासत थमने का नाम नहीं ले रही है. लगातार ब्राह्मण संगठन के लोग अभी भी मांझी के बयान को लेकर अलग-अलग प्रतिक्रिया दे रहे हैं. कई ब्राह्मण संगठन ने मांझी को लेकर कई तरह की बातें भी कह दी हैं. कोई भी संगठन अचानक मांझी आवास के सामने प्रदर्शन ना कर सकें, इसके लिए बैरिकेडिंग की गई है. फिलहाल मांझी अपने आवास पर नहीं हैं. आवास पर मौजूद हम के नेताओं का भी कहना है कि जिला प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई है.

जीतन राम मांझी के आवास की सुरक्षा बढ़ायी गई

'जीतन राम मांझी ने साफ-साफ कह दिया था कि ब्राह्मणों को लेकर किसी भी तरह की बात उन्होंने नहीं कही थी. उसका स्पष्टीकरण भी उन्होंने ही दिया था. इसके बावजूद कई ब्राह्मण संगठन विभिन्न तरह की बातें कर रहे हैं. धमकी तक दे रहे हैं, जो उचित नहीं है. जब सवर्ण आरक्षण की बात आई थी तो पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने ही सबसे पहले समर्थन किया था.' -अमरेन्द्र त्रिपाठी, प्रवक्ता, हम

अमरेंद्र त्रिपाठी ने कहा कि जब सवर्ण आरक्षण लागू कर दिया गया था, तो सबसे पहले हमारे नेता ने ही उसका समर्थन किया था. कम से कम जो ब्राह्मण संगठन मांझी जी को लेकर अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं, उन्हें इस बात को लेकर ध्यान रखना चाहिए. उन्होंने ब्राह्मण संगठनों से आग्रह भी किया कि जो मांझी जी को लेकर अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं कि वह इस तरह की बयानबाजी ना करें. जीतन राम मांझी ने जो बयान दिया था, उसको लेकर वे बहुत बार स्पष्टीकरण दे चुके हैं. इस मुद्दे पर राजनीति करना उचित नहीं है.

ये भी पढ़ें:मांझी पर भड़के बीजेपी विधायक, कहा- ब्राह्मणों पर विवादित बयान बर्दाश्त नहीं, दर्ज होनी चाहिए FIR

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पटनाः पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी का विवादित बयान (Jitan Ram Manjhi Controversy) पूरे बिहार को खटकने लगा है. बिहार में सियासत तेज हो गई है. जगह-जगह ब्राह्मण समाज के लोग परिवाद दायर कर रहे हैं. उनका पुतला दहन कर माफी मांगने की बात कह रहे हैं. कईयों ने तो धमकी भी दे डाली है. इन सबके बीच जीतन राम मांझी के आवास की सुरक्षा बढ़ी (Tight Security at Jitan Ram Manjhi House) है. उनका सरकारी आवास 12 एम स्टैंड रोड में है. जिला प्रशासन ने इस सड़क पर भी कई जगहों पर बैरिकेडिंग कर डाली है.

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जीतन राम मांझी का ब्राह्मणों को लेकर बयान (Controversial Statement on Brahmins) देने के बाद बिहार में सियासत थमने का नाम नहीं ले रही है. लगातार ब्राह्मण संगठन के लोग अभी भी मांझी के बयान को लेकर अलग-अलग प्रतिक्रिया दे रहे हैं. कई ब्राह्मण संगठन ने मांझी को लेकर कई तरह की बातें भी कह दी हैं. कोई भी संगठन अचानक मांझी आवास के सामने प्रदर्शन ना कर सकें, इसके लिए बैरिकेडिंग की गई है. फिलहाल मांझी अपने आवास पर नहीं हैं. आवास पर मौजूद हम के नेताओं का भी कहना है कि जिला प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई है.

जीतन राम मांझी के आवास की सुरक्षा बढ़ायी गई

'जीतन राम मांझी ने साफ-साफ कह दिया था कि ब्राह्मणों को लेकर किसी भी तरह की बात उन्होंने नहीं कही थी. उसका स्पष्टीकरण भी उन्होंने ही दिया था. इसके बावजूद कई ब्राह्मण संगठन विभिन्न तरह की बातें कर रहे हैं. धमकी तक दे रहे हैं, जो उचित नहीं है. जब सवर्ण आरक्षण की बात आई थी तो पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने ही सबसे पहले समर्थन किया था.' -अमरेन्द्र त्रिपाठी, प्रवक्ता, हम

अमरेंद्र त्रिपाठी ने कहा कि जब सवर्ण आरक्षण लागू कर दिया गया था, तो सबसे पहले हमारे नेता ने ही उसका समर्थन किया था. कम से कम जो ब्राह्मण संगठन मांझी जी को लेकर अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं, उन्हें इस बात को लेकर ध्यान रखना चाहिए. उन्होंने ब्राह्मण संगठनों से आग्रह भी किया कि जो मांझी जी को लेकर अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं कि वह इस तरह की बयानबाजी ना करें. जीतन राम मांझी ने जो बयान दिया था, उसको लेकर वे बहुत बार स्पष्टीकरण दे चुके हैं. इस मुद्दे पर राजनीति करना उचित नहीं है.

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