पटना: आज बिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र का तीसरा दिन (Third day of Winter session of Bihar Legislature) था. सदन के शुरू होने से पहले विधानसभा परिसर में विपक्षी विधायकों ने प्रदर्शन किया. वाम और कांग्रेस के विधायकों ने विश्वविद्यालय में भ्रष्टाचार के मुद्दे को लेकर सरकार पर निशाना साधा. हाथों में तख्तियां लेकर विपक्षी विधायकों ने प्रदर्शन किया.
Live Update:-
बिहार विधानसभा और विधान परिषद की कार्यवाही गुरुवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है.
विधानसभा में बीजेपी विधायक नीतीश मिश्रा ने शिलान्यास कार्यक्रम में स्थानीय विधायकों को नहीं बुलाए जाने का मामला उठाया. कई सदस्यों ने इस मामले को उठाया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि सरकार पहले से यह व्यवस्था कर रखी है.
बीजेपी विधायक संजय सरावगी ने ग्रामीण कार्य विभाग के एक अभियंता के पास राशि मिलने के बाद भी निलंबित नहीं किए जाने का मामला उठाया. मंत्री जयंत राज ने कहा कि विभागीय कार्यवाही चल रही है और रिपोर्ट मिलते ही कड़ी कार्रवाई होगी. विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि जब राशि मिली है तो कार्रवाई होनी चाहिए. विधानसभा अध्यक्ष ने मंत्री को निलंबित कर सूचना देने का निर्देश दिया. मंत्री ने कहा कि अभी जांच चल रही है. बीजेपी विधायक ने सदन की कमेटी बनाने का आग्रह किया. विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि सदन की कमिटी बनाकर जांच होगी.
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि आज भी सभी विभागों ने 100 प्रतिशत ऑनलइन जवाब दिया है. विधानसभा अध्यक्ष ने विपक्ष के कार्यस्थगन प्रस्ताव को अस्वीकृत किया.
विपक्षी सदस्यों ने विधानसभा में वेल में पहुंचकर हंगामा किया. विश्वविद्यालय में भ्रष्टाचार के मामले को लेकर नारेबाजी की. विपक्षी सदस्य राज्यपाल को भी हटाने की मांग कर रहे थे. विधानसभा अध्यक्ष के आग्रह पर विपक्षी सदस्य अपनी सीट पर गए.
विधानसभा अध्यक्ष ने राजद विधायक भाई बीरेंद्र और बीजेपी के संजय सरावगी के बीच गाली गलौज को लेकर कहा कि इस तरह की नकारात्म बातों से जनता में खराब मैसेज गया है. सदन की मर्यादा कायम रखने के लिये उच्च नैतिक मूल्यों ध्यान रखना जरूरी है. बता दें कि भाई बीरेन्द्र ने संजय सरावगी के साथ देस्ती के लिए बढ़ायी हाथ जिसे सरावकी ने अस्वीकार कर दिया.
विधानसभा में आज ग्रामीण कार्य विभाग 78, पथ निर्माण विभाग से 26, ग्रामीण विकास विभाग से 12, जल संसाधन विभाग से 58, लघु जल संसाधन विभाग से आठ, भवन निर्माण विभाग से 3, पंचायती राज विभाग के 7 और श्रम संसाधन विभाग से दो प्रश्न लाए गए हैं.
विधान परिषद में शराबबंदी को लेकर राजद ने कार्यस्थगन प्रस्ताव लाया. सभापति ने राजद के कार्य स्थगन प्रस्ताव को नामंजूर किया. सरकार की ओर से नीरज कुमार ने कहा जब शराब की बोतल देखी तो आपने सभापति को जानकारी क्यों नहीं दी. राजद विधायक के बेटे शराब की बोतल के साथ दिखते हैं तो राजद ने उन पर कार्रवाई क्यों नहीं की
कांग्रेस ने पत्रकार की हत्या और अन्य आपराधिक घटनाओं को लेकर कार्य स्थगन प्रस्ताव कर चर्चा की मांग की. प्रेमचंद्र मिश्र ने कहा कि मधुबनी में विधि व्यवस्था की स्थिति अत्यंत खराब है. सभापति ने कांग्रेस का कार्य स्थगन प्रस्ताव अस्वीकृत किया.
आज भी दोनों सदनों में गहमागहमी दिखने की संभावना है. बिहार की विपक्षी पार्टियों ने विधानसभा और विधान परिषद में सरकार को घेरने की पूरी तैयारी की है. हाल के दिनों में बिहार में घटित घटनाओं काे लेकर विपक्ष सरकार से पहले से ही जवाब-तलब कर रहा है. कांग्रेस और आरजेडी भले ही सदन में अलग-अलग रणनीति पर काम कर रही हों लेकिन दोनों पार्टियां बिहार में शराबबंदी (Liquor Ban in Bihar), जहरीली शराब से मौत, बिहार में बढ़ रहे अपराध (Crime in Bihar), विश्वविद्यालयों में भ्रष्टाचार (Corruption in Bihar Universities), नीति आयोग की रिपोर्ट (NITI Aayog report on Bihar) को लेकर सरकार को कठघरे में खड़ा कर रही हैं.
ये भी पढ़ें: शीतकालीन सत्र का दूसरा दिन: सदन में पारित किए गए 14 विधेयक, खाली बोतलें मिलने पर स्पीकर ने दी जांच की मंजूरी
हालांकि सत्तापक्ष ने विपक्ष के सवालों के जबाव देने की पूरी तैयारी की है. हालांकि कई मुद्दों पर सरकार घिरती भी नजर आ रही है. सत्र के तीसरे दिन भी भारी गहमागहमी की संभावना है. शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन विधानसभा परिसर से शराब की बोतलों की बरामदगी से हंगामा ही मच गया था. विपक्ष ने इस मौके को लपक लिया और सरकार पर करारा प्रहार शुरू कर दिया. शराबंबदी पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav on Liquor Ban) ने तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस्तीफा तक मांग लिया.
तेजस्वी यादव ने कहा कि सीएम ने हाल ही में बड़ी समीक्षा बैठक (CM Nitish review meeting on Liquor Ban) की थी. आज कैंपस में शराब की खाली बोतलें मिल रही हैं. इससे साबित होता है कि शराबबंदी राज्य में पूरी तरह से फेल है. मुख्यमंत्री के साथ शराब माफिया की तस्वीर सामने आई है. इन लोगों ने बिहार को बर्बाद कर दिया. बिहार में रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य को चौपट कर दिया है. मुख्यमंत्री को नैतिक आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए.
हालांकि मुख्यमंत्री शराब की बोतल मिलने की घटना से काफी नाराज दिखे. उन्होंने कहा कि जो भी गड़बड़ी कर रहा है, उसे छोड़ा नहीं जा सकता. सीएम ने इस विधानसभा अध्यक्ष से इस मामले में जांच का आदेश देने का आग्रह भी किया.
इसके साथ ही सदन के बाहर का एक और घटनाक्रम चर्चा के केंद्र में रहा. राजद के मनेर से विधायक भाई बीरेंद्र और बीजेपी के दरभंगा से विधायक संजय सरावगी आपस में भिड़ गए. यह मामला भी पूरा दिन छाया रहा. दोनों विधायकों ने एक-दूसरे के लिए आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग किया गया. बात गालीगलौज तक पहुंच गई थी. यह वाकया कैमरे में कैद हो गया था.
ये भी पढ़ें: साहब नाराज हुए तो DGP शराब की बोतलें ढूंढने में लगे, मुख्य सचिव झाड़ियों में पहुंचे खाक छानने...
ऐसी ही विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP