दरभंगा: कुशेश्वरस्थान विधानसभा उपचुनाव (kusheshwarsthan Assembly By-election) में जीत के लिए बिहार के सत्तारूढ़ एनडीए (NDA) और विपक्ष कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहा है. दोनों ओर से धुआंधार प्रचार अभियान चलाया जा रहा है. आरजेडी की ओर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव कुशेश्वरस्थान में कैंप कर रहे हैं. गुरुवार को चुनाव प्रचार के लिए तेजस्वी होटल से निकल रहे थे. इसी दौरान किन्नर समुदाय की परेशानी सुनाने और मंत्री बनने की दुआ करने आई चंपा किन्नर को निराशा हाथ लगी.
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तेजस्वी ने चंपा किन्नर से मुलाकात नहीं की. उल्टे एक राजद कार्यकर्ताओं ने चंपा को 2 सौ रुपये थमा कर तेजस्वी की गाड़ी के सामने से हटा दिया. इससे दौरान चंपा किन्नर काफी निराश हुई और तेजस्वी काफी खड़ी-खोटी सुनाई. इसके बाद तेजस्वी यादव अपने लाव लश्कर के साथ आगे बढ़ गए. चंपा किन्नर ने इस दौरान तेजस्वी को घमंडी बताते हुए कहा कि वे दिल के टुकड़े टुकड़े करके मुस्करा कर चल दिये.
मीडिया से बात करते हुए चंपा किन्नर ने कहा कि तेजस्वी यादव पिछली बार हार गए थे. इस बार उनसे मिलकर वह उनके मंत्री बनने की दुआ लेकर बिरौल से भाड़े की मार्शल गाड़ी में दरभंगा आई थी. इसमें उसके 5 लीटर तेल भी खर्च हुए. चंपा किन्नर ने कहा कि उसे कार्यकर्ताओं से 2 सौ रुपये दिलवा कर तेजस्वी आगे बढ़ गए. उसने कहा कि 2 सौ रुपये में कुत्ते-बिल्ली का भी पेट नहीं भरता है. तेजस्वी घमंडी हैं. उन्होंने उसे 2 सौ रुपये दिलवा कर ठीक नहीं किया.
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चंपा किन्नर ने आगे कहा कि फिलहाल कोरोना की वजह से किन्नरों की हालत बहुत खराब है. दरभंगा-बिरौल ट्रेन बंद होने की वजह से उनकी कमाई मारी गई है. उसने कहा कि वह तेजस्वी यादव से मिल कर किन्नरों की भलाई के लिए कुछ करने की उम्मीद लेकर आई थी. सरकार की ओर से किन्नरों के घर-द्वार बने और उनके रोजगार के लिए कुछ किया जाए. किन्नरों की आवाज उठाने के लिए कहने आई थी, लेकिन तेजस्वी उससे मिले बिना चले गए. इससे वह बेहद निराश हुई है.