पटना: राष्ट्रीय जनता दल (Rashtriya Janata Dal) के लिए 2022 बड़े बदलाव का साल साबित हो सकता है. इस वर्ष पार्टी को नया प्रदेश अध्यक्ष और राष्ट्रीय अध्यक्ष मिलने वाला (National President of RJD) है. पार्टी की स्थापना काल से ही राष्ट्रीय अध्यक्ष की भूमिका निभा रहे लालू यादव पिछले कुछ सालों से बीमार हैं और एक्टिव पॉलिटिक्स से भी दूर हैं. ऐसे में पार्टी की जिम्मेदारी बखूबी संभाल चुके तेजस्वी यादव को लेकर यह चर्चा फिर से शुरू हो गई है कि क्या इस साल लालू की जगह तेजस्वी पार्टी की बागडोर संभाल लेंगे.
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पिछले साल पार्टी के कई कार्यक्रमों में सार्वजनिक रूप से लालू यादव तेजस्वी की खुलकर तारीफ कर चुके हैं. आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव (RJD President Lalu Yadav) ने यह भी कहा था कि तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) बखूबी पार्टी की बागडोर संभाल रहे हैं और उन्हें इस बात की काफी खुशी है कि पार्टी के अंदर और बाहर इस बात की खूब चर्चा भी हो रही है. हालांकि, इस बारे में पार्टी का कोई भी नेता बोलने को तैयार नहीं है.
ईटीवी भारत ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक की तैयारी में लगे आरजेडी के राष्ट्रीय महासचिव श्याम रजक (RJD National General Secretary Shyam Rajak) से बात की. श्याम रजक ने कहा कि हमारे सर्वमान्य नेता लालू यादव हैं और तेजस्वी यादव पार्टी को बखूबी संभाल रहे हैं. पार्टी के चुनाव में क्या फैसला होगा यह तो सांगठनिक चुनाव के बाद पता चलेगा. ईटीवी भारत ने श्याम रजक से सवाल किया कि क्या लालू यादव की बीमारी की वजह से अब तेजस्वी यादव पार्टी की बागडोर संभालेंगे तो उन्होंने इसका सीधा जवाब नहीं दिया. उन्होंने यह जरूर कहा कि ये तो संगठन के चुनाव के नतीजे ही तय करेंगे.
बता दें कि 10 फरवरी को पटना में राष्ट्रीय जनता दल की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हो रही है. इस बैठक की अध्यक्षता खुद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू यादव करेंगे. पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव श्याम रजक ने बताया कि राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में देश के 27 राज्यों से राजद के प्रदेश अध्यक्ष और अन्य नेता शामिल होंगे. उन्होंने कहा कि 8 फरवरी को लालू यादव पटना पहुंच जाएंगे.
''10 मार्च से सदस्यता अभियान की शुरुआत होने वाला है. इसके अलावा पहले बूथ स्तर, प्रखंड स्तर, जिला स्तर, फिर राज्य स्तर और उसके बाद राष्ट्रीय स्तर के चुनाव अक्टूबर में होने वाले हैं. इस पूरे शेड्यूल पर राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में तमाम राज्यों से आए नेता चर्चा करेंगे. पार्टी भविष्य की सियासत के मद्देनजर अपने राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक प्रस्ताव पर भी चर्चा करेगी.''- श्याम रजक, राष्ट्रीय महासचिव, आरजेडी
बिहार की सियासत को नजदीक से देखने वाले राजनीतिक विश्लेषक डॉक्टर संजय कुमार कहते हैं कि लालू यादव जरूर यह मन बना चुके हैं कि तेजस्वी को पार्टी की बागडोर सौंपनी है. पिछले 3 साल में तेजस्वी अपनी प्रतिभा साबित भी कर चुके हैं जिस तरह से उन्होंने पार्टी को साल 2020 के चुनाव में बिहार विधानसभा की सबसे बड़ी पार्टी बना दिया, लेकिन एक समस्या जो पारिवारिक स्तर पर आ सकती है वह तेज प्रताप यादव हैं. अगर तेज प्रताप यादव ने परेशानी नहीं खड़ी की तो निश्चित तौर पर तेजस्वी यादव आरजेडी के राष्ट्रीय अध्यक्ष (Tejashwi Yadav National President of RJD) बन सकते हैं या उन्हें कार्यकारी अध्यक्ष की जिम्मेदारी भी दी जा सकती है.
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