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'...पीड़ितों से मुलाकात ना कर आलीशान बंगले में छुप जाना नीतीश की पुरानी डरपोक आदत रही है'

नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने ईटीवी भारत की एक खबर को ट्वीट कर नीतीश पर निशाना साधा है. यही नहीं, तेजस्वी ने नीतीश कुमार को 'डरपोक' करार दिया है.

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Published : Apr 9, 2021, 9:01 AM IST

पटना: नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने एक बार फिर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोला है. उन्होंने ईटीवी भारत की एक खबर को ट्वीट कर नीतीश पर निशाना साधा है. उन्होंने लिखा है कि सीएम नीतीश कुमार सीधे जनता और मुसीबतों का सामना करने से बहुत डरते हैं.

तेजस्वी का ट्वीट
'सीएम नीतीश कुमार सीधे जनता और मुसीबतों का सामना करने से बहुत डरते हैं. आज तक किसी भी दुर्भाग्यपूर्ण घटना, सरकार जनित विकराल समस्या और आपदा के समय पीड़ितों से मुलाकात ना कर आलीशान बंगले में छुप जाना उनकी पुरानी डरपोक आदत रही है. बेहद निंदनीय! - तेजस्वी यादव

  • सीएम नीतीश कुमार सीधे जनता और मुसीबतों का सामना करने से बहुत डरते है। आज तक किसी भी दुर्भाग्यपूर्ण घटना, सरकार जनित विकराल समस्या और आपदा के समय पीड़ितों से मुलाकात ना कर आलीशान बंगले में छुप जाना उनकी पुरानी डरपोक आदत रही है।बेहद निंदनीय! कृपया पढ़ा जाएhttps://t.co/LIwgTToMq0

    — Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) April 9, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

दरअसल, गुरुवार को ईटीवी भारत ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लेकर एक खबर लगाया था. खबर- बड़ा सवाल: जब भी होती है बड़ी घटनाएं, CM नीतीश क्यों बना लेते हैं दूरी?, इसी खबर को तेजस्वी ने ट्वीट कर नीतीश पर हमला बोला है.

क्या है पूरा मामला
सीएम नीतीश को लेकर सियासी गलियारे में एक चर्चा आम है. चर्चा ये है कि सीएम किसी भी घटना या वारदात को सीधे फेस करने से बचते हैं. ऐसा एक दो बार नहीं बल्कि जब से उन्होंने बिहार की कुर्सी संभाली है तब से होता आ रहा है. जब भी बिहार में कोई बड़ी घटना घटती है तो लोग आशा करते हैं कि राज्य का मुखिया अपनी उपस्तिथि दर्ज कराये. लेकिन बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ठीक इसके विपरीत हैं.

ये भी पढ़ें- कौन है मधुबनी कांड का 'रावण'? जिसने 'आन' की लड़ाई पर खेली 'खून की होली'

जानकार बताते हैं कि कभी बिहार में जातीय हिंसा चरम पर थी. बावजूद इसके नीतीश के पहले तत्कालीन सभी मुख्यमंत्रियों ने घटना स्थल पर पहुंचकर पीड़ितों का दुख-दर्द बांटा. यहां तक इंदिरा गांधी ने भी ऐसे मामलों की संवेदनशीलता को समझा और पीड़ितों से मुलाकात करने पहुंचीं थीं. लेकिन सियासी गलियारों में ये चर्चा है कि सीएम नीतीश अपने शासन काल में जनता से दूर होते जा रहे हैं. आरोप लगते रहे हैं कि बड़ी घटनाओं के बाद सीएम नीतीश खुद मौके पर नहीं पहुंचते. सूबे में जब भी कोई हादसा या घटना होता है, नीतीश कुमार हमेशा नदारद रहते हैं.

पटना: नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने एक बार फिर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोला है. उन्होंने ईटीवी भारत की एक खबर को ट्वीट कर नीतीश पर निशाना साधा है. उन्होंने लिखा है कि सीएम नीतीश कुमार सीधे जनता और मुसीबतों का सामना करने से बहुत डरते हैं.

तेजस्वी का ट्वीट
'सीएम नीतीश कुमार सीधे जनता और मुसीबतों का सामना करने से बहुत डरते हैं. आज तक किसी भी दुर्भाग्यपूर्ण घटना, सरकार जनित विकराल समस्या और आपदा के समय पीड़ितों से मुलाकात ना कर आलीशान बंगले में छुप जाना उनकी पुरानी डरपोक आदत रही है. बेहद निंदनीय! - तेजस्वी यादव

  • सीएम नीतीश कुमार सीधे जनता और मुसीबतों का सामना करने से बहुत डरते है। आज तक किसी भी दुर्भाग्यपूर्ण घटना, सरकार जनित विकराल समस्या और आपदा के समय पीड़ितों से मुलाकात ना कर आलीशान बंगले में छुप जाना उनकी पुरानी डरपोक आदत रही है।बेहद निंदनीय! कृपया पढ़ा जाएhttps://t.co/LIwgTToMq0

    — Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) April 9, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

दरअसल, गुरुवार को ईटीवी भारत ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लेकर एक खबर लगाया था. खबर- बड़ा सवाल: जब भी होती है बड़ी घटनाएं, CM नीतीश क्यों बना लेते हैं दूरी?, इसी खबर को तेजस्वी ने ट्वीट कर नीतीश पर हमला बोला है.

क्या है पूरा मामला
सीएम नीतीश को लेकर सियासी गलियारे में एक चर्चा आम है. चर्चा ये है कि सीएम किसी भी घटना या वारदात को सीधे फेस करने से बचते हैं. ऐसा एक दो बार नहीं बल्कि जब से उन्होंने बिहार की कुर्सी संभाली है तब से होता आ रहा है. जब भी बिहार में कोई बड़ी घटना घटती है तो लोग आशा करते हैं कि राज्य का मुखिया अपनी उपस्तिथि दर्ज कराये. लेकिन बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ठीक इसके विपरीत हैं.

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जानकार बताते हैं कि कभी बिहार में जातीय हिंसा चरम पर थी. बावजूद इसके नीतीश के पहले तत्कालीन सभी मुख्यमंत्रियों ने घटना स्थल पर पहुंचकर पीड़ितों का दुख-दर्द बांटा. यहां तक इंदिरा गांधी ने भी ऐसे मामलों की संवेदनशीलता को समझा और पीड़ितों से मुलाकात करने पहुंचीं थीं. लेकिन सियासी गलियारों में ये चर्चा है कि सीएम नीतीश अपने शासन काल में जनता से दूर होते जा रहे हैं. आरोप लगते रहे हैं कि बड़ी घटनाओं के बाद सीएम नीतीश खुद मौके पर नहीं पहुंचते. सूबे में जब भी कोई हादसा या घटना होता है, नीतीश कुमार हमेशा नदारद रहते हैं.

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