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प्राथमिक शिक्षक बहाली मामला: आज से शिक्षक अभ्यर्थियों का महाआंदोलन, पटना के गर्दनीबाग में देंगे धरना

90 हजार प्राथमिक शिक्षक बहाली मामले में शिक्षक अभ्यर्थी पटना के गर्दनीबाग में आज से अनिश्चितकालीन धरना देंगे. जानें क्या है मांगें..

TEACHER CANDIDATES PROTEST
TEACHER CANDIDATES PROTEST
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Published : Nov 29, 2021, 8:34 AM IST

पटनाः बिहार में 90 हजार प्राथमिक शिक्षक बहाली (Bihar Teachers Recruitment) मामले को लेकर शिक्षक अभ्यर्थी एक बार फिर आंदोलन (Teacher candidates protest) करने के लिए तैयार हैं. गर्दनीबाग धरनास्थल पर आज से शिक्षक अभ्यर्थी धरना देंगे. चयनित अभ्यर्थियों ने जल्द से जल्द नियुक्ति पत्र देने की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन धरना देने का ऐलान किया है.

इसे भी पढ़ें- Bihar Teachers Recruitment: प्राथमिक शिक्षकों के नियोजन का शेड्यूल जारी, 14 दिसंबर से काउंसलिंग

शिक्षक अभ्यर्थी यह मांग कर रहे हैं कि जिन जगहों पर काउंसलिंग नहीं हुई है, वहां जल्द से जल्द काउंसलिंग कराई जाए. वहीं, जिन अभ्यर्थियों का चयन हो चुका है, उनके सर्टिफिकेट की जांच करने के बाद उन्हें नियुक्ति पत्र दिया जाए. जबकि सरकार का यह कहना है कि जब तक काउंसलिंग की प्रक्रिया पूरी नहीं होगी, तब तक हम अभ्यर्थियों के सभी सर्टिफिकेट की जांच पूरी नहीं कर पाएंगे और अभ्यर्थियों के सर्टिफिकेट की जांच पूरी होने के बाद ही शिक्षा विभाग उन्हें नियुक्ति पत्र देगा.

इस बारे में एनआईओएस डीएलएड संघ के अध्यक्ष पप्पू कुमार ने कहा कि शिक्षक अभ्यर्थी पिछले कई महीनों से शिक्षा मंत्री और शिक्षा विभाग के दफ्तरों के चक्कर लगाकर थक चुके हैं. 5 महीने से सर्टिफिकेट जांच के नाम पर नियुक्ति पत्र भी नहीं मिला है. कई नियोजन इकाइयों में नियोजन रद्द किया गया है जो कहीं से उचित नहीं है.

पप्पू कुमार ने कहा कि किसी नियोजन इकाई में अगर एक या दो अभ्यर्थी फर्जी निकलते हैं तो नियोजन इकाई उस पूरे नियोजन को रद्द कर देती है. इसका खामियाजा निर्दोष अभ्यर्थियों को भुगतना पड़ता है.

इसे भी पढ़ें- 40,518 पदों पर बिहार हेडमास्टर की बहाली जल्द, जिलावार मांगी गई रिपोर्ट

शिक्षक अभ्यर्थियों का कहना है कि निराश होकर वे लोग आज से गर्दनीबाग में शांतिपूर्वक प्रोटेस्ट करने के लिए मजबूर हुए हैं. हमलोग शिक्षा विभाग और सरकार से मांग करते हैं कि चयनित अभ्यर्थियों को जल्द से जल्द नियुक्ति पत्र दिया जाए और बाकी बची हुई सीटों पर काउंसलिंग जल्द से जल्द कराई जाए. साथ की काउंसलिंग में आने वाली समस्याओं का निराकरण भी जल्द होना चाहिए.

शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय कुमार ने ईटीवी भारत को बताया कि पंचायत चुनाव के बाद प्रारंभिक और माध्यमिक शिक्षकों के नियोजन की प्रक्रिया फिर शुरू होगी. लेकिन इतना तय है कि हम बिना सर्टिफिकेट की पूरी जांच कराए किसी भी अभ्यर्थी को नियुक्ति पत्र नहीं देंगे.

उल्लेखनीय है कि प्रारंभिक शिक्षकों के 90,762 पदों पर छठे चरण के नियोजन की प्रक्रिया वर्ष 2019 में शुरू हुई थी जो अब तक पूरी नहीं हुई है. इस वर्ष जुलाई और अगस्त महीने में दो राउंड की काउंसलिंग में 38 हजार से ज्यादा अभ्यर्थियों का चयन हो चुका है लेकिन उन्हें अब तक नियुक्ति पत्र नहीं मिला है जबकि उनके सर्टिफिकेट शिक्षा विभाग के पास जमा है.

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पटनाः बिहार में 90 हजार प्राथमिक शिक्षक बहाली (Bihar Teachers Recruitment) मामले को लेकर शिक्षक अभ्यर्थी एक बार फिर आंदोलन (Teacher candidates protest) करने के लिए तैयार हैं. गर्दनीबाग धरनास्थल पर आज से शिक्षक अभ्यर्थी धरना देंगे. चयनित अभ्यर्थियों ने जल्द से जल्द नियुक्ति पत्र देने की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन धरना देने का ऐलान किया है.

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शिक्षक अभ्यर्थी यह मांग कर रहे हैं कि जिन जगहों पर काउंसलिंग नहीं हुई है, वहां जल्द से जल्द काउंसलिंग कराई जाए. वहीं, जिन अभ्यर्थियों का चयन हो चुका है, उनके सर्टिफिकेट की जांच करने के बाद उन्हें नियुक्ति पत्र दिया जाए. जबकि सरकार का यह कहना है कि जब तक काउंसलिंग की प्रक्रिया पूरी नहीं होगी, तब तक हम अभ्यर्थियों के सभी सर्टिफिकेट की जांच पूरी नहीं कर पाएंगे और अभ्यर्थियों के सर्टिफिकेट की जांच पूरी होने के बाद ही शिक्षा विभाग उन्हें नियुक्ति पत्र देगा.

इस बारे में एनआईओएस डीएलएड संघ के अध्यक्ष पप्पू कुमार ने कहा कि शिक्षक अभ्यर्थी पिछले कई महीनों से शिक्षा मंत्री और शिक्षा विभाग के दफ्तरों के चक्कर लगाकर थक चुके हैं. 5 महीने से सर्टिफिकेट जांच के नाम पर नियुक्ति पत्र भी नहीं मिला है. कई नियोजन इकाइयों में नियोजन रद्द किया गया है जो कहीं से उचित नहीं है.

पप्पू कुमार ने कहा कि किसी नियोजन इकाई में अगर एक या दो अभ्यर्थी फर्जी निकलते हैं तो नियोजन इकाई उस पूरे नियोजन को रद्द कर देती है. इसका खामियाजा निर्दोष अभ्यर्थियों को भुगतना पड़ता है.

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शिक्षक अभ्यर्थियों का कहना है कि निराश होकर वे लोग आज से गर्दनीबाग में शांतिपूर्वक प्रोटेस्ट करने के लिए मजबूर हुए हैं. हमलोग शिक्षा विभाग और सरकार से मांग करते हैं कि चयनित अभ्यर्थियों को जल्द से जल्द नियुक्ति पत्र दिया जाए और बाकी बची हुई सीटों पर काउंसलिंग जल्द से जल्द कराई जाए. साथ की काउंसलिंग में आने वाली समस्याओं का निराकरण भी जल्द होना चाहिए.

शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय कुमार ने ईटीवी भारत को बताया कि पंचायत चुनाव के बाद प्रारंभिक और माध्यमिक शिक्षकों के नियोजन की प्रक्रिया फिर शुरू होगी. लेकिन इतना तय है कि हम बिना सर्टिफिकेट की पूरी जांच कराए किसी भी अभ्यर्थी को नियुक्ति पत्र नहीं देंगे.

उल्लेखनीय है कि प्रारंभिक शिक्षकों के 90,762 पदों पर छठे चरण के नियोजन की प्रक्रिया वर्ष 2019 में शुरू हुई थी जो अब तक पूरी नहीं हुई है. इस वर्ष जुलाई और अगस्त महीने में दो राउंड की काउंसलिंग में 38 हजार से ज्यादा अभ्यर्थियों का चयन हो चुका है लेकिन उन्हें अब तक नियुक्ति पत्र नहीं मिला है जबकि उनके सर्टिफिकेट शिक्षा विभाग के पास जमा है.

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