ETV Bharat / city

हड़ताल पर सफाईकर्मी, पटना में चरमरा गई व्यवस्था

अपनी 21 सूत्री मांगों को लेकर सोमवार से एक बार फिर पटना नगर निगम के चतुर्थवर्गीय सफाई कर्मी का हड़ताल शुरू हो गया है. नगर विकास विभाग को लेकर सफाई कर्मी काफी नाराज हैं.

patna
patna
author img

By

Published : Feb 3, 2020, 12:57 PM IST

पटना: नगर निगम के 45 सौ दैनिक सफाई कर्मी आज से अपनी 21 सूत्री मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं. नगर विकास विभाग आउटसोर्सिंग एजेंसी के माध्यम से शहर की सफाई व्यवस्था करवाने की बात को लेकर कर्मियों ने हड़ताल किया है.

अंचल कार्यालय के पास आगजनी
सफाई कर्मियों का कहना है कि वे पटना नगर निगम में लगभग 10-15 सालों से काम करते आ रहे हैं. अब सरकार उन्हें हटा रही है. उनका सवाल है कि ऐसे में वे लोग कहां जाएंगे. इसी को लेकर उन्होंने सरकार के नगर विकास विभाग और निगम प्रशासन के खिलाफ कंकड़बाग अंचल कार्यालय में जमकर हंगामा किया. साथ ही, आगजनी कर सरकार के नियमों का विरोध भी किया और अंचल कार्यालय में ताला जड़ दिया.

पेश है रिपोर्ट

नहीं होगी 75 वार्डों की सफाई
सफाई दैनिक मजदूरों का कहना है कि यदि सरकार ने उनकी बात नहीं मानी, तो वे जेल भी जाने को तैयार हैं. लेकिन, अब वे शहर की सफाई नहीं करेंगे. दैनिक मजदूर संघ के महासचिव नंद किशोर दास ने बताया कि इन मजदूरों की मांग पूरी नहीं होने तक पटना शहर के सभी 75 वार्डों की सफाई बंद रहेगी.

patna
नारेबाजी करते सफाई कर्मी

'मंत्री जी की कुर्सी हो आउटसोर्सिंग'
नंद किशोर दास ने कहना है कि जब पटना नगर निगम के दैनिक मजदूर आउटसोर्सिंग के माध्यम से रखे जाएंगे, तो मंत्री जी की कुर्सी भी आउटसोर्सिंग हो जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि नगर विकास विभाग के माध्यम से मंत्री मजदूरों के पेट पर लात मारने का काम कर रहे हैं. मंत्री का आदेश जन विरोधी और मजदूर विरोधी है.

यह भी पढ़ें- बिहार इंटर परीक्षा: जूते-मोजे पर बैन, OMR शीट पर फोटो, बोर्ड ने उठाए ये कड़े कदम

आउटसोर्सिंग के माध्यम से सफाई का आदेश
बता दें कि पटना नगर निगम में लगभग 9 हजार से अधिक सफाई कर्मी हैं. उनमें 45 सौ दैनिक सफाई कर्मी हैं. इन सभी दैनिक मजदूरों को हटाकर नगर विकास विभाग ने अब आउटसोर्सिंग के माध्यम से शहर की सफाई व्यवस्था कराने का निर्णय लिया है. सरकार के इस फैसले के खिलाफ आज से सभी सफाई कर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं.

पटना: नगर निगम के 45 सौ दैनिक सफाई कर्मी आज से अपनी 21 सूत्री मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं. नगर विकास विभाग आउटसोर्सिंग एजेंसी के माध्यम से शहर की सफाई व्यवस्था करवाने की बात को लेकर कर्मियों ने हड़ताल किया है.

अंचल कार्यालय के पास आगजनी
सफाई कर्मियों का कहना है कि वे पटना नगर निगम में लगभग 10-15 सालों से काम करते आ रहे हैं. अब सरकार उन्हें हटा रही है. उनका सवाल है कि ऐसे में वे लोग कहां जाएंगे. इसी को लेकर उन्होंने सरकार के नगर विकास विभाग और निगम प्रशासन के खिलाफ कंकड़बाग अंचल कार्यालय में जमकर हंगामा किया. साथ ही, आगजनी कर सरकार के नियमों का विरोध भी किया और अंचल कार्यालय में ताला जड़ दिया.

पेश है रिपोर्ट

नहीं होगी 75 वार्डों की सफाई
सफाई दैनिक मजदूरों का कहना है कि यदि सरकार ने उनकी बात नहीं मानी, तो वे जेल भी जाने को तैयार हैं. लेकिन, अब वे शहर की सफाई नहीं करेंगे. दैनिक मजदूर संघ के महासचिव नंद किशोर दास ने बताया कि इन मजदूरों की मांग पूरी नहीं होने तक पटना शहर के सभी 75 वार्डों की सफाई बंद रहेगी.

patna
नारेबाजी करते सफाई कर्मी

'मंत्री जी की कुर्सी हो आउटसोर्सिंग'
नंद किशोर दास ने कहना है कि जब पटना नगर निगम के दैनिक मजदूर आउटसोर्सिंग के माध्यम से रखे जाएंगे, तो मंत्री जी की कुर्सी भी आउटसोर्सिंग हो जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि नगर विकास विभाग के माध्यम से मंत्री मजदूरों के पेट पर लात मारने का काम कर रहे हैं. मंत्री का आदेश जन विरोधी और मजदूर विरोधी है.

यह भी पढ़ें- बिहार इंटर परीक्षा: जूते-मोजे पर बैन, OMR शीट पर फोटो, बोर्ड ने उठाए ये कड़े कदम

आउटसोर्सिंग के माध्यम से सफाई का आदेश
बता दें कि पटना नगर निगम में लगभग 9 हजार से अधिक सफाई कर्मी हैं. उनमें 45 सौ दैनिक सफाई कर्मी हैं. इन सभी दैनिक मजदूरों को हटाकर नगर विकास विभाग ने अब आउटसोर्सिंग के माध्यम से शहर की सफाई व्यवस्था कराने का निर्णय लिया है. सरकार के इस फैसले के खिलाफ आज से सभी सफाई कर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं.

Intro:अपनी 21 सूत्री मांगों को लेकर आज से एक बार फिर पटना नगर निगम चतुर्थवर्गीय सफाई कर्मी का हड़ताल शुरू नगर विकास विभाग को लेकर सफाई कर्मि ए है काफी नाराज--


Body:पटना-- आज से राजधानी पटना की नहीं होगी सफाई व्यवस्था क्योंकि पटना नगर निगम के 4500 दैनिक सफाई कर्मी अपनी 21 सूत्री मांगों को लेकर अनिश्चित काल के लिए हड़ताल पर चल गए हैं नगर विकास विभाग के द्वारा सफाई कर्मियों के लिए आउटसोर्सिंग एजेंसी को लेकर यह सारे दैनिक सफाई कर्मी है नाराज इन लोगों का कहना है कि सरकार हमें हटाकर अब आउटसोर्सिंग एजेंसी के माध्यम से शहर की सफाई व्यवस्था करवाने की बात कह रही है लेकिन हम लोग पटना नगर निगम में लगभग 10 से 15 सालों तक काम किए हैं सरकार अब हमें हटा रही है हम लोग कहां जाएं नगर विकास विभाग के पत्र को लेकर सफाई कर्मी का फिर नाराज हैं और सरकार नगर विकास विभाग एवं निगम प्रशासन को लेकर कंकड़बाग अंचल कार्यालय में जमकर हंगामा किया साथ ही वहां पर कंकड़बाग अंचल कार्यालय के पास सफाई कर्मियों ने आगजनी कर कर सरकार के नियमों का विरोध किया और अंचल कार्यालय में ताला जड़ दिया।
सफाई दैनिक मजदूरों का कहना है कि यदि सरकार हमारी बात नहीं मानती है तो हम जेल भी जाने को तैयार हैं लेकिन अब शहर की सफाई व्यवस्था नहीं करेंगे ।

75 वार्डों की सफाई की नहीं होगी सफाई -नंद किशोर दास
दैनिक मजदूर संघ के महासचिव नंद किशोर दास ने बताया कि इन मजदूरों की मांग सरकार जब तक नहीं लेती है तब तक पटना शहर के सभी 75 वार्डों की सफाई व्यवस्था नहीं होगी और आज से सभी सफाई कर्मी अनिश्चितकाल के लिए हड़ताल पर चले गए हैं इसका मात्र एक ही कारण है कि नगर विकास विभाग से जो पत्र निकला है उसमें इन दैनिक मजदूरों को हटाकर आउटसोर्सिंग के माध्यम से रखने का नगर विकास विभाग निर्णय ले रहा है इसको लेकर यह सारे मजदूर अब अनिश्चितकाल के लिए हड़ताल पर चले गए हैं शहर की नहीं होगी सफाई व्यवस्था जब तक सरकार इनकी पूरी मांगों को नहीं मानती है तब तक सारे पटना शहर के सफाई व्यवस्था ठप रहेगी।

मंत्री जी की कुर्सी हो आउटसोर्सिंग- नंद किशोर दास

नंद किशोर दास ने कहा कि जब पटना नगर निगम के दैनिक मजदूर आउटसोर्सिंग के माध्यम से रखे जाएंगे तब तो साफ है कि मंत्री जी की कुर्सी भी आउटसोर्सिंग हो जाए मंत्री जी मंत्री जी क्यू रहेंगे वहां पर नगर विकास विभाग के माध्यम से मंत्री मजदूरों के पेट पर लात मारने का काम कर रहे हैं इसलिए मंत्री जी का आदेश जन विरोधी है मजदूर विरोधी है जब तक हमारी मांग को मंत्री जी नगर विकास विभाग या नगर निगम नहीं मान लेता है तब तक पटना की सफाई व्यवस्था पूरी तरह से ठप रहेगी।

बाइट--- सफाई कर्मी

बाइट-- नंद किशोर दास ,सफाई कर्मियों महासचिव



Conclusion: हम आपको बता दें कि पटना नगर निगम में लगभग 9 हजार से अधिक सफाई कर्मी है जिसमें 4500 सौ दैनिक सफाई कर्मी है अब इन सभी दैनिक मजदूरों को हटाकर नगर विकास विभाग आउटसोर्सिंग के माध्यम से शहर की सफाई व्यवस्था कराने का निर्णय लिया है सरकार के इस फैसले के खिलाफ आज से सभी सफाई कर्मी अनिश्चित काल के लिए हड़ताल पर चले गए हैं।

ईटीवी भारत के लिए पटना से अरविंद राठौर की रिपोर्ट
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.