पटना: बिहार सरकार की कई योजनाएं बैंकों के सहयोग से चलती है. ऐसे में बैंकों के सकारात्मक रूप से ही लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है. उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने बैंकर्स की त्रैमासिक की बैठक में शिरकत किया. इस दौरान उन्होंने बैंकर्स को बहाने बनाने के बजाय योजनाओं को मूल रूप देने के लिए काम करने का आदेश दिया.
बैंकर्स विकास में सहयोगी भूमिका निभाएं
राजधानी पटना के निजी होटल में वाइन कर्ज की त्रैमास की बैठक आयोजित की गई. बैठक में उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी के अलावा कृषि मंत्री प्रेम कुमार, ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार सहित बैंकों के तमाम अधिकारी मौजूद रहे. उपमुख्यमंत्री ने बैंकों को जमकर फटकार लगाई. उन्होंने कहा कि बैंकर्स विकास में सकारात्मक सहयोगी की भूमिका निभाएं.
'बैंक बहाने बनाने के बजाए काम करे'
उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा कि बैंक कर्मी विकास कार्यों को गति देने में सहयोग करें. किसान क्रेडिट कार्ड के लक्ष्य भी पूरे नहीं हो पाते हैं. कई बैंक और उनके ब्रांच फिसड्डी साबित हो रहे हैं, जबकि फसल बीमा योजना को सरकार ने बैंकों से अलग कर लिया है. उन्होंने कहा कि बैंक कर्मी सिर्फ बहाने बनाते हैं. एनपीएवी राष्ट्रीय औसत से बिहार काफी कम है. लिहाजा, बैंकों को सहयोग करना चाहिए.
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