नई दिल्ली/पटना: पटना मेट्रो रेल परियोजना को लेकर डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने केंद्रीय आवास एवं शहरी विकास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) हरदीप सिंह पुरी से मुलाकात की. ये मुलाकात दिल्ली में उनके मंत्रालय में हुई. इस दौरान दोनों के बीच जापान इंटरनेशनल कोऑपरेशन एजेंसी (जाइका) से लोन लेने के मामले पर चर्चा हुई.
13,500 करोड़ की योजना
इसके बाद डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने बताया कि पटना मेट्रो प्रोजेक्ट 13,500 करोड़ की योजना है. इसमें 5,500 करोड़ रुपया कर्ज जापान इंटरनेशनल कोऑपरेशन एजेंसी (जाइका) से लिया जाएगा. लोन जल्द प्राप्त हो सके उसी दिशा में उन्होंने आज हरदीप सिंह पुरी से बातचीत की.
2024 तक समय सीमा
उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने बताया कि दिल्ली मेट्रो रेल निगम ने पटना मेट्रो का प्रारंभिक काम शुरू कर दिया है. पांच वर्षों में इस को पूरा करने का लक्ष्य है. पटना मेट्रो परियोजना को इसी साल फरवरी में मंजूरी दी गई थी. नीतीश सरकार ने पटना में प्रायोरिटी कॉरिडोर में तीन साल में मेट्रो चलाने का लक्ष्य रखा है. वैसे दोनों कॉरिडोर के काम को पूरा करने की समय सीमा 2024 तक रखी गई है.
पटना मेट्रो के लिए लगेगा कम फीस
बता दें डीएमआरसी ने नोएडा, ग्रेटर नोएडा, कोच्चि, मुंबई, जयपुर मेट्रो प्रोजेक्ट के लिए 6 प्रतिशत शुल्क लिया है, लेकिन पटना मेट्रो के लिए डीएमआरसी पहले कॉरिडोर के लिए पांच प्रतिशत और दूसरे के लिए 6 प्रतिशत फीस लेगा.
ब्याज का दर कम
मेट्रो प्रोजेक्ट में 20-20 प्रतिशत केंद्र सरकार को देना है जबकि 60 प्रतिशत धनराशि सरकार कर्ज लेगी. ये कर्ज जापान इंटरनेशनल कोऑपरेशन एजेंसी (जाइका) से लिया जाएगा. जाइका से लोन लेने का मुख्य कारण ये है कि इसका ब्याज महज 0.2 फीसदी होगा, जो सबसे कम है. वहीं पैसा लौटाने का सिलसिला 12 साल बाद शुरू होगा.