पटना: शेल्टर होम पीड़ित गैंगरेप मामले के बाद मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड एक बार फिर से सुर्खियों में है. इस मामले में समाजसेवी और पिटिशनर संतोष कुमार ने बिहार सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया है. संतोष का कहना है कि पीड़ित के साथ गैंगरेप की घटना काफी दुर्भाग्यपूर्ण है.
'पूरे प्रकरण की एकमात्र गवाह'
संतोष ने बताया कि पीड़ित केवल पीड़ित ही नहीं बल्कि वो इस पूरे प्रकरण की एकमात्र गवाह है. जिसके बयान के आधार पर आरोपियों को सजा होनी चाहिए. सरकार उसे मुकम्मल सुरक्षा तक मुहैया नहीं करवा सकी. उसके साथ गैंगरेप होता है और प्रशासन तमाशबीन बना हुआ है.
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'बिहार सरकार नाकाम'
समाजसेवी संतोष ने कहा कि सवाल तो कई हैं. लेकिन, यह देखने वाली बात है कि इस पूरे प्रकरण में जब बच्चियों को रिलीज किया गया था उस दरमियान हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के दिशा निर्देशों का पालन किया गया था या नहीं? उन्होंने कहा कि बिहार सरकार इस मामले में नाकाम साबित हुई है.
फॉरेंसिक टीम के जरिए मामले की जांच
एडीजी हेड क्वार्टर्स जितेंद्र कुमार ने पुलिस की तरफ से की गई अब तक की कार्रवाई का पूरा ब्यौरा दिया. उन्होंने कहा कि इस मामले में बेतिया से अब तक चार मुख्य आरोपियों को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है. गिरफ्तार अभियुक्तों के बयान के आधार पर पांचवें आयुक्त का नाम सामने आया है. उसकी बरामदगी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है. उन्होंने कहा कि फॉरेंसिक टीम के जरिए भी इस पूरे मामले की जांच करवाई जा रही है.