पटनाः पूर्व मध्य रेल के मुजफ्फरपुर रेलवे स्टेशन (Muzaffarpur railway station) पर अचानक अफरा-तफरी मच गई, जब हाजीपुर आरपीएफ के निर्देश पर मुजफ्फरपुर जीआरपी आरपीएफ की संयुक्त टीम (RPF freed 12 child Labour In Muzaffarpur) ने कर्मभूमि एक्सप्रेस ट्रेन में जांच शुरू की. इस दौरान रेल इंजन के पीछे वाले कोच से 12 नाबालिग बच्चों के साथ-साथ 7 बाल तस्करों को भी पकड़ा गया. बच्चों से पूछताछ के दौरान पता चला कि ये तस्कर उन्हें कारखानों में मजदूरी कराने के लिए लुधियाना ले जा रहे थे.
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12 नाबालिग बच्चे बरामदः दरअसल बीबीए प्रतिनिधि के द्वारा हाजीपुर आरपीएफ मुख्यालय को सूचना मिला कि बाल मजदूरी के लिए कुछ बच्चों को बाहर ले जाया जा रहा है. इस सूचना के बाद मुजफ्फरपुर आरपीएफ एक्शन में आई और कर्मभूमि एक्सप्रेस ट्रेन में छापेमारी की, जहां से 12 नाबालिक बच्चों को बरामद किया गया. सभी नाबालिग बच्चे बिहार के रहने वाले हैं . 5 बच्चे कटिहार के हैं, एक खगड़िया , एक शिवहर, एक पूर्णिया, एक दरभंगा, दो सीतामढ़ी और दो अररिया जिला का निवासी हैं.
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पकड़े गए 7 बाल तस्करः वहीं, पकड़े गए 7 बाल तस्करों में एक अररिया, दो कटिहार से ,एक दरभंगा एक पूर्णिया , एक मधेपुरा और एक सहरसा जिला का निवासी है. सभी बच्चों और गिरफ्तार तस्कर को मुजफ्फरपुर जीआरपी को सुपुर्द कर दिया गया. मुजफ्फरपुर जंक्शन पर गिरफ्तार तस्कर के चंगुल से छुड़ाकर रेल पुलिस सभी बच्चों को चाइल्ड लाइन के हवाले करेगी. इसी क्रम में जांच के दौरान बच्चों के साथ मौजूद तस्कर से जब रेल पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो आरोपी ने बच्चों से फैक्ट्री में बाल मजदूरी करवाने की बात स्वीकार कर ली.