पटना: सरकार गांव-गांव में सड़क बनाने की कवायद (Road Construction in Patna) कर रही है. लेकिन आज भी राजधानी पटना के ग्रामीण इलाकों में कई ऐसी सड़कें हैं जो पिछले कई सालों से मरम्मती की बाट जोह रही है. धनरूआ प्रखंड का कोसुत केवाली (Kosut Kewali Road of Dhanrua Block) की ओर जाने वाली सड़क पिछले कई सालों से जर्जर है.
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यह सड़क तकरीबन 10 गांव को जोड़ती है जो आज बदहाली की स्थिति में है. हालात इतने खराब हैं कि सड़क से पैदल चलना भी मुश्किल है. इस गांव में किसी मरीज को एंबुलेंस के सहारे ले जाना हो तो वह दुश्वार है. बाढ़ के समय यह पूरी सड़क पानी से डूब जाती है.
ऐसे में अब ग्रामीण आंदोलन पर उतारू हैं. सड़क बनाने की मांग को लेकर लगातार विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं. ग्रामीणों ने बताया कि 2007 में मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत इस सड़क को बनाया गया था. उसके बाद, 16 सालों तक इस सड़क की मरम्मत तक नहीं की गई. सड़क बदहाल है. जर्जर हालत में है जिसे देखने वाला कोई नहीं है.
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'वित्तीय वर्ष में सभी वैसी सड़क जिनकी मरम्मती होनी है. वह प्रस्तावित है. कोसुत-केवाली सड़क संज्ञान में है. जैसे ही विभाग से हरी झंडी मिलेगी. इस पर काम शुरू किया जाएगा.' - पुष्कर सिंह, एसडीओ, ग्रामीण कार्य विभाग
'वर्ष 2007 में इस सड़क को बनाया गया था लेकिन आज जर्जर हाल में है. मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत यह सड़क बनी थी लेकिन आज 16 साल बाद जर्जर है. आने-जाने में कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. लगातार यहां के विधायक, सांसद, जिलाधिकारी, मुख्यमंत्री को आवेदन दिया गया है लेकिन अभी तक किसी ने सुध नहीं ली है.' - रामनंदन यादव, पूर्व प्रखंड अध्यक्ष
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