पटना: हम प्रमुख जीतन राम मांझी के आरोपों पर आरजेडी के प्रदेश प्रवक्ता चितरंजन गगन ने पलटवार किया है. साथ ही उन्होंने मांझी पर गंभीर आरोप लगाए. गगन ने कहा कि चुनावी वर्ष में दल बदलू पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी इस तरह की उलजलूल बाते करते रहते हैं, जिसकी कोई अहमियत नहीं हैं.
चितरंजन गगन का पलटवार
दरअसल, मांझी ने आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव को दलित विरोधी बताया था. साथ ही अपनी 9 महीने की सरकार गिराने के लिए भी लालू यादव पर आरोप लगाया था. इन आरोपों पर ही चितरंजन गगन ने कहा कि मांझी शायद भूल रहे हैं कि लालू प्रसाद यादव के ही कहने पर उस समय उनके बेटे को एमएलसी बनाया गया. उस दौरान उनके पास कोई विधायक नहीं था, न ही कोई उनकी मदद करने पहुंचा था.
लालू यादव को श्रेय
आरजेडी प्रवक्ता ने जीतन राम मांझी को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि लालू यादव ने दलित वर्ग के उत्थान के लिए जितना काम किया है, उतना आज तक किसी ने नहीं किया होगा. ये लालू यादव की ही देन है कि आज बिहार का दलित समाज सभी वर्ग के लोगों के साथ हाथ में हाथ पकड़कर चल रहा है.
'मांझी की विश्वनीयता नहीं के बराबर'
चितरंजन गगन ने कहा कि जीतन राम मांझी जब जेडीयू से अलग हुए थे तो ऐसा ही आरोप मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी लगाया था. इसलिए उनकी विश्वनीयता नहीं के बराबर हैं. लालू यादव ने दलितों के लिए क्या किया है इसके लिए जीतन राम मांझी के हाथों सर्टिफिकेट लेने की जरूरत नहीं हैं.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना
चितरंजन गगन ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को दलित विरोधी बताया. उन्होंने कहा कि नीतीश सरकार ने दलित वर्ग के फंड की राशि भी खर्च नहीं की. न ही उन्होंने इस तबके के विकास के लिए ही कुछ खास कार्य किया जिसको याद किया जा सके.