पटना: कई दिनों के बाद पूरे फॉर्म में नजर आए नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला (Tejashwi Yadav Attack On BJP) है. गुरुवार को पार्टी ऑफिस में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक करने के बाद वे मीडिया से रूबरू हो रहे थे.इस दौरान उन्होंने कई बिंदुओं पर केंद्र सरकार को घेरा. उन्होंने इस दौरान कहा कि बीजेपी हमारा चैलेंज स्वीकर करे और राज्य में अकेले चुनाव लड़कर (Tejashwi Yadav challenged BJP) दिखाए. तेजस्वी ने कहा कि जांच एजेंसी यहां बीजेपी के हाथ का खिलौना बन गई है. मुझे तकलीफ इस बात की है कि जांच एजेंसियों में जितने लोग हैं, उनसे मजबूरी में ऐसा काम कराया जा रहा है. अधिकारियों के ऊपर दबाव है. इस दबाव के कारण न्याय पूर्वक जांच नहीं हो पा रही है.
पढ़ें-तेजस्वी का मोदी सरकार पर हमला, बोले- देश की संपति बेच कितने दिनों तक काम चलाएगी?
"जांच केवल विपक्ष की होती है. मुझे जांच का कोई डर नहीं है. हम जांच एजेंसियों को याद दिलाना चाहेंगे कि विजय माल्या, नीरव मोदी और मेहुल चोकसी कहां हैं? ललित मोदी से तो सुष्मिता सेन भी मिल लेती है."-तेजस्वी यादव, नेता प्रतिपक्ष
विपक्षी नेताओं पर झूठा मुकदमा करने वालों का जल्द होता है प्रमोशनः तेजस्वी यादव ने कहा कि नोटबंदी में लोगों ने जो पैसा जमा किया था, उसको लेकर के जो लोग भागे, बैंकों को नुकसान हुआ है, कई बैंक बंद हो गई. आज उनको कोई नहीं ढूंढ रहा है. आज कांग्रेस, राजद, टीएमसी और ठाकरे के लोगों को ढूंढा जा रहा है. तेजस्वी ने कहा कि बीजेपी की यही सोच है कि जो दिख रहा है. उसे खरीदो और जो डरेगा उसे डराओ. इस मुद्दे पर बीजेपी काम कर रही है और मुझे उन्हें जांच एजेंसियों पर अफसोस है कि वह एक गुलाम के रूप में काम कर रही हैं. मेरा दावा है कि जो जो जांच अधिकारी इस जांच में लिप्त हैं और विपक्षी नेताओं के यहां झूठा मुकदमा करते हैं. उनका प्रमोशन तुरंत हो जाता है.
बीजेपी आरएसएस के एजेंडे पर मनुस्मृति को लागू कर रही हैः नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि जो लोग कहते थे कि नोटबंदी के बाद भ्रष्टाचार घटेगा. आतंकवादी घटनाएं घटेगी. आज उनके शासन में भ्रष्टाचार बढ़ा है. देश की संपत्ति बेची जा रही है. आज 25- 25, 50- 50 करोड़ पकड़े जा रहे हैं. इनका नोटबंदी का वादा झूठा निकला. तेजस्वी ने स्पष्ट कहा कि बीजेपी के लोग देश नहीं चला रहे हैं. बल्कि आरएसएस के एजेंडे पर मनुस्मृति को लागू कर रहे हैं.
तेजस्वी ने पत्रकारों के बचत पर पूछा सवालः उन्होंने कहा कि आज देश में महंगाई, शिक्षा, भ्रष्टाचार रोजगार पर बात न हो. उन्होंने पत्रकारों से ही सवाल पूछ डाला कि बचत के नाम पर आपके पास कुछ नहीं बचता. जब आप लोगों की यह स्थिति है तो जमीनी स्तर पर के लोगों की क्या स्थिति होगी. उनका घर कैसे चलता होगा?
राजद का सिपाही न तो डरेगा न ही बिकेगाः 7 अगस्त की प्रतिरोध मार्च (RJD Pratirodh March) के बारे में तेजस्वी ने कहा कि जन सरोकार के मुद्दों के साथ हम लोग आवाज उठाएंगे. अब अति हो चुकी है. अभी पॉलिटिकल वैंडेटा है. जब अटल जी और आडवाणी जी होते थे तो एक शिष्टाचार भी होता था. राजद का हर एक सिपाही न तो डरने वाला है और न ही बिकने वाला है. हम लोग लड़ना पसंद करेंगे लेकिन अपनी विचारधारा को नहीं छोड़ सकते.
बीजेपी में दम नहीं कि वे अकेले चुनाव लड़ेः तेजस्वी ने कहा कि बीजेपी अकेले आज तक चुनाव नहीं लड़ पाई. बीजेपी में यह औकात नहीं कि वह हमारी चुनौती को स्वीकार कर सके. आरएसएस का एजेंडा है कि लोकतंत्र को खत्म कर देना है.
नागपुर में सन 2000 के बाद तिरंगा फहराना शुरू किया हैः हर घर तिरंगा के मसले पर तेजस्वी ने कहा कि तिरंगे को बीजेपी के लोगों ने नहीं बनाया है. नागपुर में तो सन 2000 के बाद फहराना शुरू किया गया. उन्होंने कहा कि हर घर में हर मन में हर दिल में तिरंगा, यह तो हमलोगों का है ही लेकिन तिरंगे को असली परिभाष बीजेपी के लोग समझे हम दिखने पहनने और बोलने में भले ही अलग-अलग हो सकते हैं. हिंदू मुस्लिम सिख, ईसाई हो सकते हैं लेकिन हम सब एक हैं. तेजस्वी ने कहा कि संविधान में भी वी द पीपुल लिखा हुआ है. अगर हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई न रहे. अलग-अलग राज्य न रहे, अलग-अलग भाषाएं न रहे तो फिर किस बात का देश? मेरे दिल और मेरे हाथ में तिरंगा हमेशा रहता है.