पटना: बिहार में शराबबंदी कानून (Liquor Prohibition Law in Bihar) लागू है, लेकिन जहरीली शराब से मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने शराबबंदी को लेकर सख्ती दिखाई तो पुलिस ने कार्रवाई तेज कर दी है. हालांकि शराबबंदी के नाम पर पुलिसिया कार्रवाई पर सवाल उठने लगे हैं. विपक्ष के साथ-साथ सत्ता पक्ष की ओर से भी कड़ा विरोध देखने को मिल रहा है.
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दरअसल, मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद जगह-जगह छापेमारी की जा रही है. इसी क्रम में रविवार की रात राजधानी पटना के एक शादी समारोह में 'पुलिसिया जुल्म' देखने को मिला. जो वीडियो सामने आया है, उसमें पुलिस अधिकारी वहां मौजूद लोगों के साथ बदतमीजी करते देखे जा सकते हैं. इस दौरान दुल्हन के कमरे में भी पुलिस ने दबिश दी थी. इस दौरान कोई भी महिला पुलिसकर्मी मौजूद नहीं थी. इसको लेकर राजनीतिक दलों ने सवाल उठाए हैं.
मुख्य विपक्षी पार्टी आरजेडी (RJD) के प्रवक्ता रामानुज प्रसाद ने कहा कि शराबबंदी के नाम पर पुलिसिया जुल्म किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जा सकता है. मुख्यमंत्री को यह बताना चाहिए कि शराब की इंट्री बिहार में कैसे हो रही है. उन्होंने कहा कि पुलिस पदाधिकारी लोगों के साथ दुर्व्यवहार क्यों कर रहे हैं. पुलिसिया जुल्म करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए.
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वहीं, सरकार में शामिल बीजेपी (BJP) के प्रवक्ता अरविंद सिंह ने कहा कि शराबबंदी कानून को सख्ती से लागू किया जाए, सरकार यह चाहती है लेकिन शराब बंदी कानून के नाम पर पुलिस को नंगा नाच करने की छूट नहीं दी जा सकती है. उन्होंने कहा कि जो भी अधिकारी इस तरह के कृत्य में शामिल हैं, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
आपको बताएं कि पुलिस पर आरोप है कि रात के समय शादी समारोह के दौरान बड़ी संख्या में महिलाएं मौजूद थीं. इन सबके बावजूद पटना की पुलिस शराब पकड़ने को लेकर इस तरह से बौखला गई है कि महिलाओं के कमरे की तलाशी ली, वो भी बिना महिला पुलिस कर्मी के. यहां तक कि दुल्हन के कमरे को भी नहीं छोड़ा गया. पटना के रामकृष्णा नगर थाना क्षेत्र (Ramkrishna Nagar Police Station) के एक बैंक्वेट हॉल में पुलिस टीम पहुंची थी.
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