पटना: बुधवार को बिहार पेट्रोलियम डीलर एसोसिएशन ने पेट्रोलियम उत्पाद के मूल्य कटौती के खिलाफ धरना प्रदर्शन (Protest Against Price Cut of Petrol Diesel in Patna) किया. और अपनी मांगों से संबंधित ज्ञापन ऑयल मार्केटिंग कंपनीज (Oil Marketing Company) के स्टेट लेवल कोऑर्डिनेटर विभास कुमार को सौंपा कर, अपनी मांगों से अवगत कराया. इस दौरान बिहार पेट्रोल डीलर एसोसिएशन से जुड़े सदस्यों ने पेट्रोलियम कंपनियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
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पेट्रोलियम उत्पादों के मूल्य कटौती के खिलाफ धरना: बिहार पेट्रोलियम डीलर एसोसिएशन के प्रेसिडेंट प्रभात कुमार सिंह के नेतृत्व में टीम ने जाकर स्टेट लेवल कोऑर्डिनेटर से मुलाकात की और उन्हें बताया कि 2017 से डीलर्स मार्जिन में वृद्धि नहीं की गई है और बढ़ती महंगाई से उन्हें महंगाई की मार झेलनी पड़ रही है. इसके साथ ही जिस प्रकार से हाल के दिनों में पेट्रोलियम के एक्साइज ड्यूटी में बड़ी राशि की कमी की गई है. उससे डीलर के क्रियाशील पूंजी पर व्यापक प्रभाव पड़ा है.
पेट्रोलियम डीलर एसोसिएशन में नाराजगी: बिहार पेट्रोलियम डीलर एसोसिएशन के प्रेसिडेंट प्रभात कुमार सिंह ने कहा कि इंडियन ऑयल के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर जो स्टेट लेवल कोऑर्डिनेटर नहीं है ऑयल मार्केटिंग कंपनी के उनसे मुलाकात की है और जो तीन प्रमुख मांगे हैं उससे उन्हें अवगत कराया है. उन्होंने कहा कि पिछले 5 वर्षों से उनके डीलर कमीशन का रिवीजन नहीं हुआ है जबकि नियम के अनुसार हर 6 महीने पर इसका रिवीजन होना चाहिए. दूसरा जो मुद्दा है वह दिवाली के समय 4 नवंबर को और अभी 22 मई को पेट्रोलियम कीमतों में एक बड़ा एक्साइज ड्यूटी का रिडक्शन हुआ है उससे उन लोगों को काफी आर्थिक नुकसान हुआ है.
'वह एक्साइज ड्यूटी के रिडक्शन के विरोध में नहीं है. इससे आमजन को फायदा है. लेकिन इस रिडक्शन में तेल कंपनियों से डीलर्स को प्राइस प्रोटेक्शन मिलना चाहिए. जिस प्रकार कुछ-कुछ पैसा करके पेट्रोल की कीमतें बढ़ाई गई और एकाएक बड़ा अमाउंट घटाने से डीलर्स का जो पूंजी है, वह टूटा है. अचानक प्राइस कम करने से यह नुकसान हुआ कि अधिक कीमतों में उन्होंने पेट्रोलियम प्रोडक्ट खरीदी हुई थी और अब उन्हें कम पैसे में बेचना पड़ रहा है.' - प्रभात कुमार सिंह, प्रेसिडेंट, बिहार पेट्रोलियम डीलर एसोसिएशन
अचानक रेंडमली प्राइस डिडक्शन से नाराजगी: प्रभात कुमार सिंह ने कहा कि डेली प्राइस कंट्रोलिंग का जो मैकेनिज्म है, वो तेल कंपनियों और डीलर्स एसोसिएशन के सहमति से बनी थी और 16 जून 2017 से लागू है. जो मैकेनिज्म पहले से लागू है उस पर अचानक रेंडमली प्राइस डिडक्शन की क्या आवश्यकता है. इससे उन लोगों पर आर्थिक बोझ बढ़ा है. उन्होंने बताया कि इन तमाम बातों से उन्होंने ऑयल मार्केटिंग कंपनी के स्टेट लेवल कोऑर्डिनेटर को अवगत कराया है और उन्होंने भी आश्वासन दिया है कि वह डीलर्स के मुद्दे को लेकर पेट्रोलियम मंत्रालय को अवगत कराएंगे.
पेट्रोल डीजल के दामों में कटौती के खिलाफ धरना: बिहार पेट्रोलियम डीलर एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रभात कुमार सिंह ने कहा कि ऑल इंडिया पेट्रोलियम डीलर्स फेडरेशन के आह्वान पर बिहार पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन भी 31 मई को तेल कंपनियों से तेल खरीद बंद रखेगा लेकिन आम लोगों के हित के लिए पेट्रोल पंप पर पेट्रोल सेलिंग का काम जारी रहेगा. इसके बाद भी उन लोगों की मांगों पर पेट्रोलियम मंत्रालय कुछ ध्यान नहीं देता है तो आगे नो परचेज नो सेल के पॉलिसी को भी अपनाया जाएगा.
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