पटना: बिहार पंचायत चुनाव (Bihar Panchayat Election) की विधिवत अधिसूचना जारी हो चुकी है. चुनाव इस बार 11 चरणों में होना तय हुआ है. पहले चरण की वोटिंग 24 सितंबर को होगी. 1609 भवनों में 2119 मतदान केंद्रों पर मतदाता अपने मतों का प्रयोग करेंगे. पुलिस मुख्यालय (Police Headquarters) की तरफ से शांतिपूर्ण भयमुक्त चुनाव संपन्न कराने की पूरी तैयारी कर ली गई है. जिला बल के अतिरिक्त पुलिस बल होमगार्ड और संवेदनशील बूथों पर सशस्त्र पुलिस बल तैनात किए जाएंगे.
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पुलिस मुख्यालय की ओर से पर्याप्त संख्या में प्रथम चरण के मतदान के लिए पुलिस बल की तैनाती की गई है. पुलिस मुख्यालय के एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार ने ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान बताया कि पहले चरण के मतदान को लेकर आम लोगों से अपील की गई है कि वह भयमुक्त चिंता मुक्त तरीके से अपने मतों का प्रयोग करें.
''पंचायत चुनाव के मद्देनजर हर चरण में 1,00,000 पुलिसकर्मियों की तैनाती की जाएगी. राज्य पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति जिलों में पर्याप्त संख्या में की गई है. जिलों में तैनात पुलिस बल जो कि विधि व्यवस्था में लगी हुई है, उनकी भी प्रतिनियुक्ति पंचायत चुनाव में लगाई जाएगी. आवश्यकता के अनुसार होमगार्ड और बिहार सशस्त्र पुलिस की भी तैनाती की गई है.''- जितेंद्र सिंह गंगवार, एडीजी, पुलिस मुख्यालय
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पुलिस मुख्यालय के एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार के मुताबिक जिलों के मापदंड के मानकों के आधार पर पूरी तैयारी कर ली गई है. पुलिस मुख्यालय ने आम जनता से अपील की है कि वह अपने मतों का प्रयोग अवश्य करें. दरअसल, चुनाव के मद्देनजर होमगार्ड के जवानों की भारी संख्या में प्रतिनियुक्ति की गई है. उन्हें मतदान के हर चरण में तैनात किया जाएगा.
बिहार में 11 चरणों में मतदान होना है, हालांकि अधिकतर जिलों में 10 चरण में वोटिंग होगी. पुलिस मुख्यालय के अनुसार प्रत्येक चरण में करीब 1,00,000 पुलिसकर्मी की तैनाती की गई है. इसमें जिला पुलिस बल होमगार्ड बिहार सशस्त्र पुलिस के जवान हैं. मिल रही जानकारी के अनुसार पंचायत चुनाव में 30,000 होमगार्ड के जवान 60 हजार से 65 हजार जिला पुलिस बल के पदाधिकारी कर्मी तैनात रहेंगे.
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पंचायत चुनाव में केंद्रीय अर्धसैनिक बलों का इस्तेमाल नहीं हो रहा है, जिस वजह से कहीं ना कहीं बिहार पुलिस को चुनौतियों का सामना जरूर करना पड़ सकता है. पंचायत चुनाव के मद्देनजर पुलिस मुख्यालय के द्वारा दिए गए निर्देशों के अनुसार सभी जिलों में विशेष अभियान के तहत वाहन चेकिंग मद्य निषेध विभाग की ओर से जिलों के बॉर्डर पर सख्त अभियान चलाया जा रहा है.