पटना: बिहार में खरमास के बाद राजनीतिक हलचल बढ़ सकती है. एक तो मंत्रिमंडल का विस्तार होना है, उसके अलावा बीएसपी, कांग्रेस और एलजेपी के नेता जदयू के संपर्क में हैं. बीएसपी विधायक जमा खान को मंत्री बनाए जाने की भी चर्चा है. बीएसपी विधायक और कांग्रेस के विधायक जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह से मुलाकात भी कर चुके हैं. वहीं एलजेपी के एक बाहुबली नेता नीतीश कुमार से मुलाकात कर चुके हैं.
दावे दोनों तरफ से!
विधानसभा चुनाव के बाद से ही लगातार महागठबंधन और एनडीए की तरफ से दावे होते रहे हैं. बीएसपी विधायक जमा खान और कांग्रेस विधायक मदन मुरारी के पिछले दिनों जेडीयू प्रदेश अध्यक्ष के आवास पर जाकर मुलाकात से हलचल भी मची थी. वहीं अब बड़ी खबर मिल रही है कि एलजेपी के बाहुबली नेता ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से सीएम आवास में मुलाकात की है. सूत्र बता रहे हैं कि बाहुबली नेता को पूर्व विधानसभा अध्यक्ष लेकर गए थे. हालांकि पार्टी के नेता इस पर कुछ भी बोलने से बच रहे हैं. आरजेडी के नेता जरूर कह रहे हैं कि जेडीयू डूबता जहाज है और उस पर अब कोई सवार होना नहीं चाहेगा.
'जेडीयू डूबता जहाज है. अब उस पर कोई सवार नहीं होगा, जो लोग भी नीतीश कुमार या जेडीयू नेताओं से मिल रहे हैं, उनके व्यक्तिगत संबंध हैं. इसका मतलब यह नहीं है कि वह पार्टी छोड़ रहे हैं'.- शक्ति यादव, आरजेडी प्रवक्ता
जेडीयू में टूट का कभी इतिहास नहीं रहा है, लेकिन विपक्ष बार-बार टूटा है- निखिल मंडल, प्रवक्ता, जेडीयू
इधर, कुछ दिन पहले ही कांग्रेस के पूर्व विधायक भरत सिंह ने कहा था कि पार्टी के कई विधायक एनडीए में शामिल हो सकते हैं. तब ही से कयास लगाया जा रहा है कि कांग्रेस में कभी भी बड़ी टूट हो सकती है.
राजनीति में संभावना बनी रहती है. अब तो उनके नेता भी कह रहे हैं कि कांग्रेस टूटने वाली है. इंतजार कीजिए कांग्रेस में बड़ी टूट होने वाली है.'- विनोद शर्मा, प्रवक्ता, बीजेपी
वहीं कांग्रेस में किसी तरह की टूट से पार्टी नेता इनकार कर रहे हैं. कांग्रेस प्रवक्ता राजेश राठौर का कहना है कि कांग्रेस को कई खतरा नहीं, खतरा जेडीयू को है.
'बिहार में जेडीयू जब बचेगा ही नहीं, तो उसमें जाएगा कौन? जेडीयू को सबसे खतरा बीजेपी से ही है. ऐसा ना हो कि रातों-रात नीतीश कुमार ही पलटी मार दें' - राजेश राठौर, प्रवक्ता, कांग्रेस
नीतीश कुमार की कई नेताओं पर है नजर
जमा खान और कांग्रेस के विधायक अब बोलने से भी बच रहे हैं लेकिन जेडीयू के सूत्र बता रहे हैं कि बीएसपी विधायक का जेडीयू में शामिल होना तय है. वहीं एलजेपी में भी बड़ा उलटफेर खरमास के बाद हो सकता है. गौरतलब है कि एकमात्र निर्दलीय विधायक सुमित कुमार ने पहले ही जेडीयू को समर्थन दे दिया है. एलजेपी में अभी 6 सांसद और एक विधायक हैं. माना जा रहा है कि चिराग पासवान को लेकर पार्टी के अंदर बहुत बेहतर स्थिति नहीं है.