पटना: बाबू वीर कुंवर सिंह (Babu Veer Kunwar Singh) की धरती जगदीशपुर में इतिहास रचने का काम किया गया. विजयोत्सव के मौके पर तिरंगे के साथ लाखों लोगों की भीड़ उमड़ी थी. गिनीज रिकॉर्ड की टीम भी आकलन के लिए जगदीशपुर पहुंची. तिरंगे के साथ लाखों लोग जगदीशपुर की धरती पर पहुंचे और बाबू वीर कुंवर सिंह को नमन किया. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी जोश के साथ तिरंगा फहराया.
ये भी पढ़ें- तारिक अनवर का दावा- 'बीजेपी के दबाव में काम कर रहे हैं सीएम नीतीश, बिहार में हो सकती है राजनीतिक उथल-पुथल'
RJD का BJP पर गंभीर आरोप: इसके साथ ही बिहार का नाम गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज हो गया. कुल मिलाकर 78,220 लोग तिरंगे के साथ जगदीशपुर के दुलौर मैदान में मौजूद थे. कार्यक्रम की सफलता के बाद बीजेपी नेताओं का उत्साह सातवें आसमान पर है, लेकिन आरजेडी ने बीजेपी की मंशा पर सवाल खड़े किए हैं. आरजेडी ने तिरंगे के राजनीतिक इस्तेमाल का आरोप लगाया है.
''देश का एक-एक नागरिक झंडे का सम्मान करता है और 130 करोड़ जनता के हाथों में तिरंगा है. बीजेपी तिरंगे का भी राजनीतिकरण करना चाहती है. पार्टी नेता अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए इस तरह के कार्यक्रम का आयोजन कर रहे हैं और अपनी पीठ थपथपा रहे हैं.''- मृत्युंजय तिवारी, राजद प्रवक्ता
''आरजेडी नेता संकीर्ण मानसिकता के हैं. तिरंगे का मान सम्मान बढ़ा है और अंतरराष्ट्रीय ख्याति मिली है. विश्व के पटल पर भारतीय तिरंगा सुर्खियों में है, लेकिन राष्ट्रीय जनता दल के नेताओं को तिरंगे का मान सम्मान बढ़ना पच नहीं रहा है. विजयोत्सव कार्यक्रम की आलोचना कर आरजेडी नेता संकीर्ण मानसिकता का परिचय दे रहे हैं.''- विनोद शर्मा, भाजपा प्रवक्ता
JDU खेमे में नाराजगी: गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड में नाम दर्ज होने से जेडीयू खेमे में भी उत्साह नहीं है. पार्टी नेताओं ने विश्व रिकॉर्ड बनने पर कुछ भी बोलने से इनकार किया तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी विश्व रिकॉर्ड बनने पर ट्विटर के जरिए बधाई नहीं दी. जानकारी के मुताबिक जेडीयू खेमे में इस बात को लेकर नाराजगी है कि कार्यक्रम में मुख्यमंत्री को आमंत्रित नहीं किया गया.
विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP