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VIDEO: मास्क नहीं लगाने के क्या खूब बहाने, जरा सुनिए.. आपके भी पल्ले नहीं पड़ेगी इनकी दलील

बिहार में कोरोना की तीसरी लहर आ चुकी है. लेकिन लोग मास्क नहीं लगा रहे हैं. बिहार के चार जिलों मुंगेर, गया, वैशाली और मुजफ्फरपुर में ईटीवी भारत की टीम ने जाना कि आखिर लोग मास्क क्यों नहीं लगा रहे हैं. पढ़ें रिपोर्ट...

बिहार में लोग नहीं पहन रहे मास्क
बिहार में लोग नहीं पहन रहे मास्क
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Published : Jan 5, 2022, 10:57 PM IST

पटनाः आपने मास्क क्यों नहीं लगाया? जवाब आया, सर बस लगा ही रहे हैं.. अभी बाहर निकले हैं लगा लेंगे.. बस तुरंत लगा लेते हैं.. आज भूल गए, कल से लगा के निकलेंगे.. ये जवाब बिहार की सड़कों पर निकले लोगों ने दिए हैं. ईटीवी भारत की टीम ने जब लोगों से मास्क लगाने के बारे में पूछा तो सभी ने बड़े अटपटे से जवाब दिये. जवाब भी ऐसा, जिसे सुनकर आप मुस्कुराएं, गुस्साएं या नसीहत दें, आपको भी समझ नहीं आएगा. जबकि बिहार में कोरोना की तीसरी लहर शुरू हो चुकी है. बिहार सरकार ने जरूरी गाइडलाइन भी दिए हैं, जिसमें मास्क लगाने की बात भी कही गई है. लेकिन लगता है लोगों के जेहन से कोरोना का डर खत्म हो चुका है. इसलिए लोग बिहार में मास्क (People Not Wearing Mask in Bihar) नहीं लगा रहे हैं.

यह भी पढ़ें- ऐसे कोरोना से जीतेंगे हम? सुनिए मुंगेर में मास्क नहीं पहने के अपने-अपने बहाने

जानकारी दें कि बुधवार को बिहार के चार जिलों में ईटीवी भारत की टीम सड़क पर यह जानने निकली कि लोग मास्क लगा रहे हैं या नहीं. कई लोग ऐसे मिले, जिन्होंने मास्क नहीं लगाया था. लेकिन मास्क नहीं लगाने के पीछे अजीब-अजीब दलील दे रहे थे. ईटीवी भारत की टीम ने मुंगेर, गया, वैशाली और मुजफ्फरपुर में लोगों से बात की.

मास्क ना पहनने पर लोगों के बहाने तो सुनिए...

मुंगेर का हाल जानिए
विशेषज्ञ कह रहे हैं कि बिहार में कोरोना की तीसरी लहर (Third Wave Of Corona) आ चुकी है. लेकिन लोग इससे राबता नहीं रखते हैं. तभी तो मुंगेर के ग्रामीण इलाके में लोग मास्क नहीं लगा रहे हैं. किसी के चेहरे पर मास्क नीचे लटका रहता है, तो कोई पॉकेट में लेकर घूमते नजर आ रहे हैं. सभी को पता है कि मास्क लगाना जरूरी है, लेकिन कोई मास्क लगा नहीं रहे हैं.

ये भी पढ़ेंः 2022 में पहली मौत! पटना में कोरोना से गई एक की जान.. 65 वर्षीय व्यक्ति ने NMCH में तोड़ा दम

वैशाली की तो बात ही अलग
वैशाली में भी कोरोना विस्फोट हुआ है, इसके बावजूद वैशाली के ज्यादातर लोग (people negligence regarding corona) लापरवाही बरत रहे हैं. ग्रामीण क्षेत्रों में तो बगैर मास्क के ही लोग घूम रहे हैं. कोविड-19 को लेकर वैशाली जिला प्रशासन ने जितने भी जागरुकता अभियान चलाए थे, उसका असर धरातल पर नहीं दिख रहा है. वैशाली में सदर एसडीपीओ, सदर एसडीओ और सदर अस्पताल के डिप्टी सुपरिटेंडेंट कोरोना वायरस की चपेट में आ चुके हैं. वहीं 15 से ज्यादा आम लोग भी कोविड-19 पॉजिटिव हैं.

सामान खरीदने आई एक निजी स्कूल की शिक्षिका सुनीता देवी ने कहा कि यहां पर लोग जागरुक नहीं है. लोगों को जागरूक होना चाहिए. हालांकि वह खुद मास्क लगाई हुई नहीं थी. मास्क उनका गले में लटका हुआ था. वहीं, सुमन कुमार कहते हैं कि करोना में सब टनाटन है. यह कुछ नहीं, सारी बातें बेकार है. सर्दी खांसी होने पर गांव का डॉक्टर ही ठीक कर रहा है. हाजीपुर जाने पर कोविड-19 अस्पताल में भर्ती कर देता है.

ये भी पढ़ेंः 2022 में पहली मौत! पटना में कोरोना से गई एक की जान.. 65 वर्षीय व्यक्ति ने NMCH में तोड़ा दम

वैशाली के ही दुकानदार प्रमोद कुमार का कहना था कि लोग जागरूक हैं. सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे हैं. वह दुकानदार हैं इसलिए चादर लपेट लेते हैं. इस संदर्भ में स्थानीय राकेश कुमार सिंह ने कहा कि वो हरियाणा से 2 दिन पहले ही यहां लौटे हैं. बाहर में करोना फैला हुआ है, लेकिन इधर नहीं है. मास्क लगाने के सवाल पर उनकी दलील है कि वह घर के जरूरी काम से निकले थे, इसलिए मास्क लगाना भूल गए.

देवनगरी गया में कोरोना का डर नहीं
गया जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को कोरोना का कोई डर नहीं है. ग्रामीण क्षेत्र के युवा सरकार के गाइडलाइन को सही मान रहे हैं, लेकिन फिर भी खुलेआम बिना मास्क के घूम रहे हैं. गया-टिकारी मुख्य सड़क मार्ग पर स्थित कई गांवों में खुलेआम ग्रामीण सरकार की गाइडलाइन की धज्जियां उड़ाते देखे गए. गांवों में किसी के भी चेहरे पर मास्क नजर नहीं आया. इस संबंध में पूछे जाने पर कुजापी गांव निवासी अनूप कुमार ने बताया कि, सरकार ने जो गाइडलाइन जारी किया है, वह सही है.

बतसपुर गांव निवासी प्रदीप कुमार ने कहा कि, सरकार ने जो गाइडलाइन दिया है, वह लोगों के हित में है. इसका हमलोग अनुसरण भी कर रहे हैं. ग्रामीणों एवं परिवार के सदस्यों को मास्क व सैनिटाइजर लगाने के लिए जागरूक भी करते हैं. वहीं मास्क नहीं लगाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि, घर में मास्क पहनकर रहना कोई जरूरी नहीं है. ग्रामीण क्षेत्र में कोरोना का प्रकोप कुछ खास नहीं है. लेकिन जब बाजार या भीड़भाड़ वाले इलाके में जाते हैं तो मास्क लगाकर निकलते हैं.

मुजफ्फरपुर ने मुस्कुराहट के साथ मानी गलती
मुजफ्फरपुर की तो बात ही अलग थी. लोग बाजार में मास्क नहीं लगाए हुए थे. जब दो युवकों से मास्क के बारे में पूछा गया तो दोनों के चेहरे पर मुस्कुराहट आ गयी. कहने लगे, सर.. कल से जरूर मास्क लगा कर आएंगे. बता दें कि मुजफ्फरपुर में आज कोरोना पॉजिटिव के 59 नए मामले सामने आए हैं. इसके बावजूद लोग एहतियात नहीं बरत रहे हैं. प्रशासन भी लगातार मास्क को लेकर चेकिंग अभियान चला रहा है.

यह भी पढ़ें- बड़ी खबर: बिहार के दोनों उप मुख्यमंत्री के साथ-साथ तीन मंत्री हुए कोरोना पॉजिटिव

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पटनाः आपने मास्क क्यों नहीं लगाया? जवाब आया, सर बस लगा ही रहे हैं.. अभी बाहर निकले हैं लगा लेंगे.. बस तुरंत लगा लेते हैं.. आज भूल गए, कल से लगा के निकलेंगे.. ये जवाब बिहार की सड़कों पर निकले लोगों ने दिए हैं. ईटीवी भारत की टीम ने जब लोगों से मास्क लगाने के बारे में पूछा तो सभी ने बड़े अटपटे से जवाब दिये. जवाब भी ऐसा, जिसे सुनकर आप मुस्कुराएं, गुस्साएं या नसीहत दें, आपको भी समझ नहीं आएगा. जबकि बिहार में कोरोना की तीसरी लहर शुरू हो चुकी है. बिहार सरकार ने जरूरी गाइडलाइन भी दिए हैं, जिसमें मास्क लगाने की बात भी कही गई है. लेकिन लगता है लोगों के जेहन से कोरोना का डर खत्म हो चुका है. इसलिए लोग बिहार में मास्क (People Not Wearing Mask in Bihar) नहीं लगा रहे हैं.

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जानकारी दें कि बुधवार को बिहार के चार जिलों में ईटीवी भारत की टीम सड़क पर यह जानने निकली कि लोग मास्क लगा रहे हैं या नहीं. कई लोग ऐसे मिले, जिन्होंने मास्क नहीं लगाया था. लेकिन मास्क नहीं लगाने के पीछे अजीब-अजीब दलील दे रहे थे. ईटीवी भारत की टीम ने मुंगेर, गया, वैशाली और मुजफ्फरपुर में लोगों से बात की.

मास्क ना पहनने पर लोगों के बहाने तो सुनिए...

मुंगेर का हाल जानिए
विशेषज्ञ कह रहे हैं कि बिहार में कोरोना की तीसरी लहर (Third Wave Of Corona) आ चुकी है. लेकिन लोग इससे राबता नहीं रखते हैं. तभी तो मुंगेर के ग्रामीण इलाके में लोग मास्क नहीं लगा रहे हैं. किसी के चेहरे पर मास्क नीचे लटका रहता है, तो कोई पॉकेट में लेकर घूमते नजर आ रहे हैं. सभी को पता है कि मास्क लगाना जरूरी है, लेकिन कोई मास्क लगा नहीं रहे हैं.

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वैशाली की तो बात ही अलग
वैशाली में भी कोरोना विस्फोट हुआ है, इसके बावजूद वैशाली के ज्यादातर लोग (people negligence regarding corona) लापरवाही बरत रहे हैं. ग्रामीण क्षेत्रों में तो बगैर मास्क के ही लोग घूम रहे हैं. कोविड-19 को लेकर वैशाली जिला प्रशासन ने जितने भी जागरुकता अभियान चलाए थे, उसका असर धरातल पर नहीं दिख रहा है. वैशाली में सदर एसडीपीओ, सदर एसडीओ और सदर अस्पताल के डिप्टी सुपरिटेंडेंट कोरोना वायरस की चपेट में आ चुके हैं. वहीं 15 से ज्यादा आम लोग भी कोविड-19 पॉजिटिव हैं.

सामान खरीदने आई एक निजी स्कूल की शिक्षिका सुनीता देवी ने कहा कि यहां पर लोग जागरुक नहीं है. लोगों को जागरूक होना चाहिए. हालांकि वह खुद मास्क लगाई हुई नहीं थी. मास्क उनका गले में लटका हुआ था. वहीं, सुमन कुमार कहते हैं कि करोना में सब टनाटन है. यह कुछ नहीं, सारी बातें बेकार है. सर्दी खांसी होने पर गांव का डॉक्टर ही ठीक कर रहा है. हाजीपुर जाने पर कोविड-19 अस्पताल में भर्ती कर देता है.

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वैशाली के ही दुकानदार प्रमोद कुमार का कहना था कि लोग जागरूक हैं. सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे हैं. वह दुकानदार हैं इसलिए चादर लपेट लेते हैं. इस संदर्भ में स्थानीय राकेश कुमार सिंह ने कहा कि वो हरियाणा से 2 दिन पहले ही यहां लौटे हैं. बाहर में करोना फैला हुआ है, लेकिन इधर नहीं है. मास्क लगाने के सवाल पर उनकी दलील है कि वह घर के जरूरी काम से निकले थे, इसलिए मास्क लगाना भूल गए.

देवनगरी गया में कोरोना का डर नहीं
गया जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को कोरोना का कोई डर नहीं है. ग्रामीण क्षेत्र के युवा सरकार के गाइडलाइन को सही मान रहे हैं, लेकिन फिर भी खुलेआम बिना मास्क के घूम रहे हैं. गया-टिकारी मुख्य सड़क मार्ग पर स्थित कई गांवों में खुलेआम ग्रामीण सरकार की गाइडलाइन की धज्जियां उड़ाते देखे गए. गांवों में किसी के भी चेहरे पर मास्क नजर नहीं आया. इस संबंध में पूछे जाने पर कुजापी गांव निवासी अनूप कुमार ने बताया कि, सरकार ने जो गाइडलाइन जारी किया है, वह सही है.

बतसपुर गांव निवासी प्रदीप कुमार ने कहा कि, सरकार ने जो गाइडलाइन दिया है, वह लोगों के हित में है. इसका हमलोग अनुसरण भी कर रहे हैं. ग्रामीणों एवं परिवार के सदस्यों को मास्क व सैनिटाइजर लगाने के लिए जागरूक भी करते हैं. वहीं मास्क नहीं लगाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि, घर में मास्क पहनकर रहना कोई जरूरी नहीं है. ग्रामीण क्षेत्र में कोरोना का प्रकोप कुछ खास नहीं है. लेकिन जब बाजार या भीड़भाड़ वाले इलाके में जाते हैं तो मास्क लगाकर निकलते हैं.

मुजफ्फरपुर ने मुस्कुराहट के साथ मानी गलती
मुजफ्फरपुर की तो बात ही अलग थी. लोग बाजार में मास्क नहीं लगाए हुए थे. जब दो युवकों से मास्क के बारे में पूछा गया तो दोनों के चेहरे पर मुस्कुराहट आ गयी. कहने लगे, सर.. कल से जरूर मास्क लगा कर आएंगे. बता दें कि मुजफ्फरपुर में आज कोरोना पॉजिटिव के 59 नए मामले सामने आए हैं. इसके बावजूद लोग एहतियात नहीं बरत रहे हैं. प्रशासन भी लगातार मास्क को लेकर चेकिंग अभियान चला रहा है.

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