पटनाः देश में कोरोना संक्रमण (Covid-19 Third Wave) की तीसरी लहर की चेतावनी के बीच जहां लोगों में डर का माहौल है, वहीं अस्पतालों ने भी मुकम्मल तैयारियां करनी शुरू कर दी है. पटना के बड़े सरकारी अस्पतालों में से एक एम्स (Patna AIIMS) भी कोविड-19 (Covid-19) की तीसरी लहर से निपटने को लेकर तैयार है.
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ईटीवी भारत संवाददाता ने एम्स के शिशु विभाग आईपीडी के विभागाध्यक्ष डॉ. लोकेश से इस संबंध में बात की. डॉ. लोकेश ने बताया कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में अब भी दो गज की दूरी और मास्क सबसे बेहतर हथियार है. संकट के इस दौर में लोगों को एहतियात बरतना जरूरी है. समय-समय पर हाथों को सैनिटाइज करते रहने से संक्रमण पर पर रोकथाम संभव है.
"कोरोना संक्रमण की यदि तीसरी लहर आती है तो उसे लेकर अस्पताल के स्टैंडर्ड इंफ्रास्ट्रक्चर को बेहतर करने की जरूरत होती है. तीसरी लहर की आहट के बीच इसे दुरूस्त किया जा रहा है. पिछली बार की तरह इस बार भी अस्पतालों पर दबाव न बनें इसे लेकर भी प्रयास किए जा रहे हैं. एम्स प्रशासन टेलीमेडिसिन और रिमोट मॉनिटरिंग सिस्टम को डेवलप कर रहा है. इससे कुछ हद तक अस्पतालों पर लोड कम हो सकेगा."-डॉ. लोकेश, विभागाध्यक्ष, शिशु विभाग
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डॉ. लोकेश ने बताया कि संक्रमण से बच्चों को बचाने के लिए भी अस्पताल में बेहतर व्यवस्था की गई है. वहीं, उन्होंने लोगों से भी कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने की अपील की. साथ ही कहा कि अगर बच्चों में बीमारी के लक्षण दिखते हैं तो उन्हें तत्काल इलाज करवाने की जरूरत है.