नई दिल्ली: जाप प्रमुख पप्पू यादव ( JAP Chief Pappu Yadav ) ने कहा कि कांग्रेस में मैं अपनी पार्टी का विलय ( JAP Merge With Congress ) नहीं करना चाहता, मैं गठबंधन करना चाहता हूं. कांग्रेस के शिर्ष नेतृत्व से मुलाकात कर बातचीत करूंगा. कांग्रेस अगर चाहेगी कि मैं अपनी पार्टी का विलय कर दूं तो मैं उसके लिए भी तैयार हूं, लेकिन मेरी पहली प्राथमिकता होगी कि एलाइंस हो जाए.
पप्पू यादव ने कहा कि देश में बीजेपी का विकल्प कांग्रेस बन सकती है. मोदी सरकार को कांग्रेसी उखाड़ फेंक सकती है. देश की सभी क्षेत्रीय पार्टी से कहना चाहूंगा कि एकजुट हो जाएं और कांग्रेस का समर्थन करें. कांग्रेसी ही देश में स्थिर सरकार दे सकती है. अगर सब क्षेत्रीय दल एकजुट भी हो जाएंगे तो बिना कांग्रेस के बीजेपी का मुकाबला नहीं कर सकते हैं.
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जन अधिकार पार्टी के प्रमुख ने कहा कि मौजूदा समय में देश के हालात ठीक नहीं है. महंगाई बढ़ी हुई है, बॉर्डर पर हर समय तनाव रहता है, हिंदू मुसलमान के नाम पर बीजेपी अपनी सियासत करती है. समाज में तनाव फैलाती है. मॉब लिंचिंग की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं. देश में बेरोजगारी चरम पर है. अर्थ व्यवस्था चरमराई हुई है. अभी सबसे जरूरी यही है कि कांग्रेस के नेतृत्व में सभी विपक्षी दल एकजुट हो जाएं ताकि मोदी सरकार को उखाड़ फेंका जा सके.
उन्होंने कहा कि बिहार में पिछले 30 वर्षों से क्षेत्रीय पार्टियों की सरकार है. कांग्रेस को बिहार के तरफ ध्यान देना चाहिए. वहां खुद को मजबूत करना चाहिए. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के पीठ में बीजेपी खंजर भोंक चुकी है. लगातार उन को कमजोर कर रही है. बिहार के बीजेपी के नेता, मंत्री नीतीश सरकार के कामकाज की आलोचना करते हैं.
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'नीतीश कुमार ने केंद्र सरकार से जातीय जनगणना, स्पेशल स्टेटस, पटना विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा देने की मांग की थी लेकिन उनकी कोई मांग केंद्र सरकार नहीं मानती है. शराबबंदी पर भी बीजेपी के नेता सवाल उठाते हैं. नीतीश कुमार को बीजेपी का साथ छोड़ना चाहिए. कांग्रेस और हमारे साथ आना चाहिए.'- पप्पू यादव, JAP प्रमुख
पप्पू यादव ने कहा कि आरजेडी ने हमेशा बिहार को बदनाम ही किया है. आरजेडी के शासनकाल में बिहार का कुछ हित नहीं हुआ. बिहार का जो बंटवारा हुआ वह बीजेपी ने कराया लालू यादव के साथ डील करके ताकि झारखंड, बीजेपी का हो जाए और बिहार लालू यादव का ही रहे.
2000 में लालू से अंदर खाने सहमति बनाकर बिहार से अलग झारखंड बना. लालू यादव केंद्र सरकार में मंत्री रहे. देवेगौड़ा और आई के गुजराल को उन्होंने प्रधानमंत्री बनाया. किंग मेकर रहे. चाहते तो बिहार को विशेष राज्य का दर्जा कब का मिल गया होता लेकिन लालू यादव ने कभी इसकी कोशिश नहीं की क्योंकि उनको बिहार के विकास से कोई मतलब ही नहीं है.
बता दें कि पप्पू यादव जल्द कांग्रेस के साथ जा सकते हैं. दिल्ली दौरे पर वह हैं. कांग्रेस शिर्ष नेतृत्व से मुलाकात कर बातचीत करेंगे. अगले साल 14 जनवरी यानी खरमास खत्म होने के बाद वह या तो अपनी पार्टी का कांग्रेस में विलय करेंगे या कांग्रेस के साथ में गठबंधन करेंगे लेकिन पप्पू अपने आगे की राजनीति कांग्रेस के साथ ही करेंगे.
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वहीं, बिहार में हुए विधानसभा उपचुनाव से पहले ही कांग्रेस और राजद का सालों पुराना गठबंधन टूट चुका है. बिहार में कांग्रेस खुद को मजबूत कर आगे बढ़ना चाहती है. इस दिशा में लगातार प्रयासरत है. युवाओं से लेकर अनुभवी नेताओं तक को पार्टी से जोड़ रही है. इसी क्रम में कन्हैया कुमार की भी कांग्रेस में जॉइनिंग हुई थी. अब पप्पू यादव की बारी है.
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