पटना: जनसंख्या नियंत्रण (Population Control) के लिए बिहार सरकार (Government of Bihar) ने बीते दिनों प्रत्येक महीने की 21 तारीख को परिवार नियोजन दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया है. इसके तहत आज सोमवार को प्रदेश भर में परिवार नियोजन दिवस मनाया गया. प्रदेश के सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर परिवार नियोजन से जुड़े कार्यक्रम आयोजित किए गए. लोगों को परिवार नियोजन से जुड़ी जानकारियां दी गई.
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लोगों को जानकारी दी गई कि अनचाहे गर्भ के मामले को कैसे कम किया जाए. इसके लिए कौन सी दवाइयां और इंजेक्शन सरकार की तरफ से उपलब्ध कराई जा रही हैं. ऐसी जानकारियों को लोगों तक पहुंचाया गया.
इस परिवार नियोजन दिवस के मौके पर पटना के होटल चाणक्य में आयोजित राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत स्वास्थ्य की मुख्य प्राथमिकता विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया. जिसमें प्रदेश के 19 जिलों से आए सिविल सर्जन ने भाग लिया और स्वास्थ्य विभाग के कई पदाधिकारी भी मौजूद रहे.
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि प्रत्येक महीने 21 तारीख को परिवार नियोजन दिवस मनाने का निर्णय का उद्देश्य है कि परिवार नियोजन सेवाओं को सुलभ बनाया जाए. मातृत्व मृत्यु दर हो या नवजात मृत्यु दर, इसमें कमी लाई जाए. आम लोगों तक नियोजन सेवाओं की आसान पहुंच से असुरक्षित गर्भपात के मामलों में कमी आएगी.
बताते चलें कि राज्य सरकार में स्वास्थ्य विभाग जनसंख्या नियंत्रण को लेकर लोगों को शिक्षित और जागरूक करने पर जोर देने के साथ-साथ लोगों को परिवार नियोजन के लिए प्रोत्साहित करने पर भी विशेष ध्यान दे रही है.
इसी के तहत प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत स्वास्थ्य विभाग द्वारा निर्णय लिया गया है कि प्रत्येक महीने की 9 तारीख को सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर गर्भवती महिलाओं की काउंसलिंग की भी व्यवस्था की जाएगी और उनकी काउंसलिंग की जाएगी कि कैसे वह स्वस्थ रह सकती हैं. उनका बच्चा कैसे स्वस्थ रहे.
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