पटना: राजधानी में मूसलाधार बारिश के कारण हुए जलजमाव के बाद डेंगू का डंक दिन ब दिन बढ़ता ही जा रहा है. अबतक राज्य में डेंगू के मरीजों की संख्या 1500 के आंकड़े को पार कर चुकी है.
राजधानी के दो बीजेपी विधायक भी इसकी चपेट में आ गए हैं. वहीं, डेंगू से हाईकोर्ट के एक वकील की मौत हो चुकी है. राजधानी में आए दिन बढ़ रही डेंगू के मरीजों की संख्या से चिकित्सा जगत में हड़कंप मचा है.
बीजेपी विधायकों को लगा डेंगू का डंक
राजधानी में दिन ब दिन बढ़ता डेंगू का डंक बीजेपी के विधायकों को भी लग चुका है. पटना में जलजमाव का जायजा लेने के बाद चार-पांच दिन पहले संजीव चौरसिया बीमार पड़े. तेज बुखार के बाद जांच कराने पर उन्हें डेंगू निकला. बुधवार को उनकी प्लेटलेट्स घटकर 35 हजार पहुंच गई. वहीं, नितिन नवीन को भी तेज बुखार आया. जब जांच करवाई गई, तो उन्हें भी डेंगू निकला. फिलहाल दोनों विधायकों का इलाज चल रहा है.
डेंगू की चपेट में आकर वकील की मौत
बुधवार को पटना हाईकोर्ट के वकील राजीव लोचन (35) की डेंगू से मौत हो गई. साथी वकील की मौत की खबर मिलते ही हाईकोर्ट के वकील शोक में डूब गए. इधर वकील संघों ने प्रेस वार्ता कर सरकार तथा निगम पर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रशासनिक नाकामी के कारण वकील की मौत हुई है. उन्होंने कहा कि सही तरीके से फॉगिंग नहीं कराई जा रही है. एडवोकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष योगेश चंद्र वर्मा ने कहा कि संघ द्वारा तत्काल 50 हजार की अनुग्रह राशि दी जाएगी. वहीं, भाजपा विधि-विधायी प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक तारकेश्वर नाथ ठाकुर और अवधेश कुमार पांडेय ने सरकार में मृतक वकील के परिवार को उचित मुआवजा देने की मांग की है.
216 की जांच में 99 डेंगू पॉजिटिव
बुधवार को पीएमसीएच के वायरोलॉजी लैब में 216 व्यक्तियों की जांच की गई. इनमें राजधानी के 99 मरीजों में डेंगू पॉजिटिव पाया गया. वहीं निजी अस्पतालों में राजेश्वर हॉस्पिटल में 13, सीएनएस हॉस्पिटल में एक, रूबन हॉस्पिटल में 12, उदयन हॉस्पिटल में आठ, सहयोग हॉस्पिटल में छह, कुर्जी होली फैमिली हॉस्पिटल में 22, पारस हॉस्पिटल में 55 डेंगू के मरीज पाए गए हैं. एक दिन में कुल 214 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है. इससे पहले एक दिन में अधिकतम 188 डेंगू के मरीज मिले थे.
दिसंबर तक बढ़ सकती है डेंगू मरीजों की संख्या
डॉक्टरों की मानें तो अभी दीपावली तक डेंगू के मरीजों की बढ़ोतरी होती रहेगी. इससे बचने के लिए शहर में लगातार फॉगिंग और एंटी लार्वा का छिड़काव किया जाए ताकि इसे रोका जा सके. सरकारी और शहर के निजी अस्पतालों से रोजाना के आंकड़ों के मुताबिक राज्य में अभी तक 1500 से ज्यादा मरीजों में डेंगू की पुष्टि हो चुकी है. पटना एम्स के मेडिसीन विभाग के विभागाध्यक्ष डॉक्टर रविकीर्ति ने बताया कि दिसंबर तक डेंगू के मरीजों की संख्या और बढ़ सकती है. उन्होंने बताया कि एम्स में पिछले 10 दिनों में डेंगू के मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है. डेली चार से पांच डेंगू के मरीज इलाज के लिए पहुंच रहे हैं.
बाढ़ में सफाई व्यवस्था चरमराई
राजधानी में डेंगू के मरीज बढ़ते ही जा रहे हैं. वहीं, बाढ़ शहर में सफाई कर्मचारी हड़ताल पर चले गए है. सफाई कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने के बाद से शहर की सफाई व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है. गलियों में चौतरफा फैले कूड़े के कारण इलाके के लोग नारकीय जीवन जीने को मजबूर हैं. जलजमाव के लिए भी नगर परिषद की ओर से कोई व्यवस्था नहीं की गई है. शहर के माही अस्पताल के डॉक्टर सियाराम सिंह ने बताया कि अब तक शहर और गांव से आए डेंगू के कई मरीज यहां से अपना इलाज करा चुके हैं. इस बीमारी में प्राथमिक उपचार मिल जाए तो कोई परेशानी नहीं होती है.
डेंगू के लक्षण
- त्वचा पर चकत्ते
- तेज सिर दर्द
- पीठ दर्द
- आंखों में दर्द
- तेज बुखार
- मसूड़ों से खून बहना
- नाक से खून बहना
- जोड़ों में दर्द
- उल्टी
- डायरिया
डेंगू से बचाव के उपाय
- एडिज मच्छर दिन के समय काटता है. इसलिए दिन में भी मच्छरों की क्रीम लगाकर रखें.
- मच्छरों वाली जगह पर शरीर को ढक कर रखें.
- घर के अंदर और आस-पास सफाई रखें.
- अपने पास कूलर, गमले और टायर आदि में पानी ना भरे रहने दें.
- कूलर या पानी वाली जगहों पर किरासन तेल या मच्छर भगाने का पाउडर छिड़कर रखें.
- पानी की टंकियों को सही तरीके से ढंक कर रखें.
- खिड़की और दरवाजों में जाली लगवाएं.
- अपने आस-पास सफाई बनाएं रखें
डेंगू से लड़ने के लिए कुछ घरेलू उपाय
- अदरक की चाय और ग्रीन टी काफी लाभदायक होती है.
- बर्फ का पैक दर्द में आराम पहुंचाता है.
- गिलोय, बेल का जूस बुखार से लड़ने में मदद करता है.
- पपीते का जूस या पपीता ब्लड प्लेटलेट बढ़ाता है.
- तुलसी के पत्तों का पानी या चाय इम्युनिटी बढ़ाती है.
- नारियल का पानी शरीर को हाइड्रेट करता है.
- विटामिन सी वाले फल खाएं, इससे रोग प्रतिरोधक क्षमता बेहतर होती है.
- हल्दी मेटाबॉलिज्म बढ़ाती है. इसलिए इसे दूध में डालकर पीएं.
डेंगू के मरीज इन बातों का ध्यान रखें
- डेंगू के मरीज शरीर को ढक कर रखें.
- ध्यान रखें कि आपको कोई मच्छर ना काटे, वरना आपके शरीर का वायरस दूसरों तक पहुंच जाएगा.
- अगर आपको डेंगू के लक्षण लगें हो तो डॉक्टर को जरूर दिखाएं.
- खुद से कोई दवा ना लें. शुरुआत में आप कम एमजी की पेरासिटामोल ले सकते हैं.
- डेंगू वायरस से लोगों को बचाने के कोई वैक्सीन नहीं है, इसलिए डॉक्टर की बातों को नजरअंदाज ना करें और खाने-पीने का पूरा ध्यान रखें.