ETV Bharat / city

'केस में कोई दम नहीं है', लालू पर चार्जशीट को लेकर बोले नीतीश कुमार

author img

By

Published : Oct 8, 2022, 2:44 PM IST

नौकरी के बदले जमीन घोटाला मामले में सीबीआई ने लालू यादव के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी गई है. जिसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लालू प्रसाद यादव के बचाव में आ गए है. पढ़ें पूरी खबर

नीतीश कुमार मुख्यमंत्री
नीतीश कुमार मुख्यमंत्री

पटना: सीबीआई ने जमीन के बदले नौकरी घोटाले (Land For Job Scam) मामले में आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद (Lalu Prasad Yadav) और अन्य के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल (Cbi filed chargesheet against Lalu Family) कर दिया है. लालू परिवार पर सीबीआई की चार्जशीट के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने बड़ा बयान दिया है. नीतीश कुमार ने कहा है कि केस में कोई दम नहीं है.

ये भी पढ़ें: CBI के FIR में है जमीन के बदले नौकरी देने की पूरी कहानी, मुसीबत में लालू फैमिली, जानें डिटेल

''लालू परिवार के खिलाफ सीबीआई द्वारा चार्जशीट दायर करना पूरी तरह से राजनीति से प्रेरित है. केंद्र के इशारे पर यह किया गया है. केस में कोई दम नहीं है. पांच साल पहले यह आरोप लगाया गया था. तब हमने राजद का साथ छोड़ दिया था, लेकिन पांच साल जब तक हम भाजपा के साथ रहे, कोई कार्रवाई नहीं हुई. अब जब फिर से राजद के साथ आ गए हैं तो वही काम फिर से शुरू कर दिया गया है. इसे समझना बेहद आसान है कि यह क्यों किया जा रहा है.'' - नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री

क्या है लालू परिवार पर आरोप? : आरोप है कि नौकरी लगवाने के बदले में जमीन और प्लॉट लिए गए थे. पटना में करीब 1.05 लाख वर्ग फुट की जमीन लालू प्रसाद के परिवार के सदस्यों ने विक्रेताओं को नकद भुगतान कर अधिग्रहित की थी. सीबीआई ने इस मामले में जांच के बाद लालू और उनकी बेटी के खिलाफ मामला दर्ज किया था. लालू यादव के अलावा, उनके परिवार के सदस्यों को भी मामले में आरोपी बनाया गया है. बता दें कि साल 2004 से साल 2009 के बीच लालू रेलमंत्री थे.

प्रशांत किशोर को नीतीश का करारा जवाब: प्रशांत किशोर के दावे के बारे में पूछे जाने पर कि नीतीश कुमार ने उन्हें हाल ही में एक पद की पेशकश की है. मुख्यमंत्री ने कहा कि यह झूठ है, उन्हें जो बोलना है बोले, हमारा इससे कोई लेना देना नहीं है. 4-5 साल पहले उन्होंने मुझसे कहा था कि कांग्रेस के साथ अपनी पार्टी का विलय कर लीजिए.

''प्रशांत किशोर जैसे लोगो का कोई ठिकाना है आज कल जहां गया बीजेपी में वो जो जो बोलता है करता है और हम नही बुलाये थे अपने आया था मिलने,एक बार बोल रहा था हमको पार्टी को कांग्रेस में मर्ज कर लीजिए.'' - नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री

लालू-राबड़ी समेत 16 के खिलाफ CBI की चार्जशीट: नौकरी के बदले जमीन घोटाला मामले में घिरे लालू प्रसाद यादव के खिलाफ सीबीआई ने चार्जशीट दायर की है. चार्जशीट में पूर्व रेल मंत्री लालू यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी, उनकी बेटी मीसा भारती और अन्य सहित कुल 16 आरोपियों के नाम शामिल हैं. चार्जशीट में कहा गया है कि रेलवे अधिकारियों द्वारा जमीन के बदले में उम्मीदवारों को अनुचित तरीके से जल्दबाजी में नौकरी दी गई. जिसके बदले इन लोगों ने राबड़ी देवी, मीसा भारती और अन्य के नाम पर जमीन लिखी थी.

क्या है रेलवे भर्ती घोटाला : दरअसल, रेलवे भर्ती घोटाला भी साल 2004 से 2009 के बीच के समय का है. लालू यादव जब केंद्रीय रेल मंत्री थे तो नौकरी लगवाने के बदले जमीन और प्लॉट लिए गए थे. इस मामले में 18 मई को केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने लालू यादव, राबड़ी देवी, मीसा भारती और हेमा यादव समेत अन्य लोगों के खिलाफ एफआई दर्ज की थी. इसी साल मई 2022 में एक साथ 17 ठिकानों पर छापेमारी भी की गई थी. आरोप है कि रेलवे में ग्रुप डी में नौकरी के बदले पटना में प्रमुख संपत्तियों को लालू के परिवार के सदस्यों को बेची या गिफ्ट में दी गई थी.

पटना: सीबीआई ने जमीन के बदले नौकरी घोटाले (Land For Job Scam) मामले में आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद (Lalu Prasad Yadav) और अन्य के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल (Cbi filed chargesheet against Lalu Family) कर दिया है. लालू परिवार पर सीबीआई की चार्जशीट के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने बड़ा बयान दिया है. नीतीश कुमार ने कहा है कि केस में कोई दम नहीं है.

ये भी पढ़ें: CBI के FIR में है जमीन के बदले नौकरी देने की पूरी कहानी, मुसीबत में लालू फैमिली, जानें डिटेल

''लालू परिवार के खिलाफ सीबीआई द्वारा चार्जशीट दायर करना पूरी तरह से राजनीति से प्रेरित है. केंद्र के इशारे पर यह किया गया है. केस में कोई दम नहीं है. पांच साल पहले यह आरोप लगाया गया था. तब हमने राजद का साथ छोड़ दिया था, लेकिन पांच साल जब तक हम भाजपा के साथ रहे, कोई कार्रवाई नहीं हुई. अब जब फिर से राजद के साथ आ गए हैं तो वही काम फिर से शुरू कर दिया गया है. इसे समझना बेहद आसान है कि यह क्यों किया जा रहा है.'' - नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री

क्या है लालू परिवार पर आरोप? : आरोप है कि नौकरी लगवाने के बदले में जमीन और प्लॉट लिए गए थे. पटना में करीब 1.05 लाख वर्ग फुट की जमीन लालू प्रसाद के परिवार के सदस्यों ने विक्रेताओं को नकद भुगतान कर अधिग्रहित की थी. सीबीआई ने इस मामले में जांच के बाद लालू और उनकी बेटी के खिलाफ मामला दर्ज किया था. लालू यादव के अलावा, उनके परिवार के सदस्यों को भी मामले में आरोपी बनाया गया है. बता दें कि साल 2004 से साल 2009 के बीच लालू रेलमंत्री थे.

प्रशांत किशोर को नीतीश का करारा जवाब: प्रशांत किशोर के दावे के बारे में पूछे जाने पर कि नीतीश कुमार ने उन्हें हाल ही में एक पद की पेशकश की है. मुख्यमंत्री ने कहा कि यह झूठ है, उन्हें जो बोलना है बोले, हमारा इससे कोई लेना देना नहीं है. 4-5 साल पहले उन्होंने मुझसे कहा था कि कांग्रेस के साथ अपनी पार्टी का विलय कर लीजिए.

''प्रशांत किशोर जैसे लोगो का कोई ठिकाना है आज कल जहां गया बीजेपी में वो जो जो बोलता है करता है और हम नही बुलाये थे अपने आया था मिलने,एक बार बोल रहा था हमको पार्टी को कांग्रेस में मर्ज कर लीजिए.'' - नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री

लालू-राबड़ी समेत 16 के खिलाफ CBI की चार्जशीट: नौकरी के बदले जमीन घोटाला मामले में घिरे लालू प्रसाद यादव के खिलाफ सीबीआई ने चार्जशीट दायर की है. चार्जशीट में पूर्व रेल मंत्री लालू यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी, उनकी बेटी मीसा भारती और अन्य सहित कुल 16 आरोपियों के नाम शामिल हैं. चार्जशीट में कहा गया है कि रेलवे अधिकारियों द्वारा जमीन के बदले में उम्मीदवारों को अनुचित तरीके से जल्दबाजी में नौकरी दी गई. जिसके बदले इन लोगों ने राबड़ी देवी, मीसा भारती और अन्य के नाम पर जमीन लिखी थी.

क्या है रेलवे भर्ती घोटाला : दरअसल, रेलवे भर्ती घोटाला भी साल 2004 से 2009 के बीच के समय का है. लालू यादव जब केंद्रीय रेल मंत्री थे तो नौकरी लगवाने के बदले जमीन और प्लॉट लिए गए थे. इस मामले में 18 मई को केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने लालू यादव, राबड़ी देवी, मीसा भारती और हेमा यादव समेत अन्य लोगों के खिलाफ एफआई दर्ज की थी. इसी साल मई 2022 में एक साथ 17 ठिकानों पर छापेमारी भी की गई थी. आरोप है कि रेलवे में ग्रुप डी में नौकरी के बदले पटना में प्रमुख संपत्तियों को लालू के परिवार के सदस्यों को बेची या गिफ्ट में दी गई थी.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.