पटना: जहरीली शराब से मौत के बाद जहां विपक्ष सरकार पर हमलावर है, वहीं अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने पलटवार किया है. उन्होंने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) का नाम लिए बगैर कहा कि दुख होता है कि शराबबंदी कानून (Prohibition Law) लागू करने वक्त जो लोग साथ थे, वह आज तरह-तरह के बयान देत रहते हैं.
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जनता दरबार के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि सर्वसम्मति से शराबबंदी कानून लागू हुआ था, लेकिन आजकल मुझे बड़ा दुख होता है कि लोग तरह-तरह के बयान देते हैं. अरे बयान क्यों देते रहते हैं, आप क्यों नहीं पकड़ते हैं.
सीएम ने कहा कि अखबार में कुछ लोग बयान दे देता है कि हमने लिखा दिया है मुख्यमंत्री को. अरे क्या लिख दिया है? मुख्यमंत्री क्या बनाए हुए थे आपको. इतना सब कुछ के बाद भी जब कुछ नहीं ज्ञान की प्राप्ति हुई तो ये अपनी ना समझ होनी चाहिए.
"अखबार में कुछ लोग बयान दे देता है कि हमने लिखा दिया है मुख्यमंत्री को. अरे क्या लिख दिया है? मुख्यमंत्री क्या बनाए हुए थे आपको. इतना सब कुछ के बाद जब कुछ नहीं ज्ञान की प्राप्ति हुई तो ये तो अपनी ना समझ होनी चाहिए"- नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री, बिहार
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नीतीश कुमार ने कहा कि शराबबंदी को सख्ती से लागू करना केवल सरकार का काम नहीं है. मैं सभी लोगों से गुजारिश करता हूं कि सभी लोग इसमें अपना योगदान दें. जिनको भी कोई सूचना मिले, फौरन बताएं. दोषी लोगों पर कार्रवाई जरूर होगी.
सीएम ने कहा कि 16 नवंबर को विस्तृत समीक्षा करेंगे. मैंने पहले ही इसकी जानकारी दी है और अधिकारियों को इसके लिए निर्देश भी दिया गया है. उन्होंने कहा कि एक-एक चीज की समीक्षा फिर से हम करेंगे. 16 नवंबर को सभी मंत्री भी बैठेंगे और सभी आला अधिकारी रहेंगे. आखिर आगे क्या कुछ करना है, उसकी भी रणनीति तैयार होगी. कितनी शिकायतें आईं और कितने कंप्लेन पर गंभीरता से कार्रवाई हुई, इन सब चीजों को देखेंगे.